Sachin Pilot Statement: राजस्थान में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में मची घमासान थमने का नाम नहीं ले रही है। राहुल गांधी की समझाईश के बाद भी राजस्थान कांग्रेस में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट की बीच बयानों के तीर जारी है। अशोक गहलोत ने सचिन पायलट की तुलना कोरोना महामारी से क्या कर दी सचिन ने लगातार तीखे बयानों से अशोक गहलोत पर निशाना साध रहे हैं।
- बिना नाम लिए पायलट ने गहलोत को सुनाई खरी खोटी
- जो अपने लिए नहीं सुन सकते वो दूसरे को न बोलें
- इज्जत देने पर मिलती है इज्जत
- 2013 का चुनाव हारने के बाद भी मैंने की मेहनत
सचिन पायलट जयपुर के महाराज कॉलेज ग्राउंड में स्टूडेंट के बीच पहुंचे तो बिना नाम लिए अशोक गेहलोत को खऱी खोटी सुनाई। सचिन ने कहा मैंने कभी किसी पर व्यक्तिगत वार नहीं किया। मैंने आलोचना की है। मैं पिछले पांच दिनों से किसान और नौजवान के मुद्दों पर बोल रहा हूं। सीएम अशोक गहलोत को नाम लिए बगैर सचिन पायलट ने कहा कि जो शब्द अपने बारे में जो नहीं सुन सकते वो दूसरों को नहीं बोलना चाहिए।
मेरी मेहनत से बनी 2018 में सरकार
पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पाललट से स्टूडेंट से लगातार सवाल पूछे कि उनके बारे में क्या क्या बोला गया और एक एक कर उनके बीच से बड़ा कोरोना, निकम्मा नकारा जैसे शब्द सुनाई दिए। सचिन पायलट ने कहा कि अगर इज्जत देंगे तो इज्जत मिलेगी। सचिन ने कहा कि मेरी मेहनत में किसी तरह की कोई कमी नहीं है। मैंने 2013 का चुनाव हारने के बाद बहुत मेहनत की और 2018 में सरकार आई।
बोला शब्द वापस नहीं आता
पायलट ने कहा कि 32 सलाखों के पीछे जो बिना हड्डी की जीभ है। उसे सम्हाल कर रखें। मैंने अपने पिताजी से बहुत राजनीति सीखी है। बोला हुआ शब्द वापस नहीं आता। बता दें अब पायलट के पलटवार को लेकर सियासी गलियारे गरमा रहे हैं।