उत्तर भारत के कई राज्यों में शीत लहर का प्रकोप जारी है। राजधानी दिल्ली में लगातार आठ दिनों से शीत लहर चल रही है। इस साल शीत लहर ने पिछले 12 साल का रिकार्ड तोड़ा है।.
मौसम विभाग के अनुसार जनवरी 23 और 24 को उतत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोम के कारण बारिश होगी और कश्मीर उत्तराखंड के कई इलाकों में बारिश के साथ साथ बर्फबारी होगी। कश्मीर में गुरूवार से ही हिमपात की संभावना है। दिल्ली के साथ साथ पंजाब, हरियाणा उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में ठंड ने सारे रिकार्ड तोड़ दिए है। पंजाब के कई जिलों में पारा न्यूनतम 2 डिग्री से नीचे जा पहुंचा है।
राजास्थान में भी 23 और 24 जनवरी को ओलवृष्टि के आसार है। राजस्थान के चुकू फतेहपुर और आबू में तापमान जीरों के लगभग आ गया है। हिमाचल में शिमाल समेत तकरीबन 8 जिलों मे बर्फबारी के आसार है। वहीं मध्यप्रदेश में भी जनवरी की रातों ने ठंड का 23 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है।
पी एम मोदी का कर्नाटक दौरा कई योजनाओं का करेंगे शुभारंभ
प्रधानमंत्री मोदी का आज कर्नाटक दौरा है। प्रधानमंत्री आज कर्नाटक में 10 हजार करोड़ रूपए से ज्यादा औऱ महाराष्ट्र में 38 हजार करोड़ रूपए से अधिक की योजनाओं को शिलान्यास करेंगे।
पीएम की सुरक्षा में अबकी बार 4500 जवानों के तैनात किया गया है।पीएम की सुऱक्षा में किसी तरह की चूक न हो इसके लिए अभी से सारे इंतजाम किए हैं। कार्यक्रम में किसी तरह का कोई ड्रोन या रिमोट कंट्रोल डिवाइस से इस्तेमाल की परमिशन नहीं होगी। इससे पहले पी एम मोदी ने कर्नाटक में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा महोत्सव का उद्घाटन करने गए थे। उस दौरान उन्होंने रोड शो भी किया था।
जोशीमठ में घरों में लगातार आ रही दरारें
जोशीमठ में अभी भी घरों में आ रही हैं. अब तक तकरीबन 850 घरो में दरारें आ चुकी है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिहं धामी ने बुधवार के केंद्रीय गृहमंत्री से मुलाकात की । धामी ने उनको जोशीमठ हालातों के बारे में बताया। मुलाकात तकरीबन डेढ घंटे तक चली।
धामी ने बताया कि जोशीमठ में 70 प्रतिशत तक लोग सामान्य तरीके से अपना काम कर रहे हैं। लेकिन जोशीमठ को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है। वही गृहमंत्री अमित शाह उत्तराखंड सरकार को आर्थिक तौर पर मदद का भरोसा दिलाया।
कर्मचारियों की छंटनी करेगी माइक्रोसाफ्ट
ट्वीटर मेटा के बाद और माइक्रोसाफ्ट भी कर्मचारियों की छंटनी करेगी। माइक्रोसाफ्ट 11000 कर्माचरियों को निकालेगी। दऱअसल अनिश्चित माइक्रो इकोनॉमी के चलते कंपनी ये फैसला ले रही है। इस छंटनी में इजींनियर डिवीज़न पर सबसे ज्यादा फऱ्क पड़ेगा।
कंपनी अपने कर्मचारियों को छंटनी के संकेत लंबे समय से दे रही थी। कंपनी के CEO नेडला ने CNBC को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि अगले दो साल टेक कंपनियों के लिए चुनौतीपूर्ण होगें। माइक्रोसाफ्ट कंपनियां इन चुनौती के लिए इम्युन नहीं है।