नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने उज्बेकिस्तान में कफ सिरप पीने से हुई 19 बच्चों की मौत मामले में अलर्ट जारी किया है। WHO ने कहा कि भारत के मैरियन बायोटेक द्वारा बनाए गए दो खांसी के सिरप एम्बरोनॉल सिरप और डीओके-1 मैक्स बच्चों को न पिलाएं। इन दोनों सिरप को नोएडा स्थित कंपनी मैरियन बायोटेक बनाती है। WHO ने कहा कि जांच में दोनों सिरप अच्छी क्वालिटी के नहीं निकले और इनमें एथिलीन ग्लाइकोल की सही मात्रा शामिल नहीं है।
- WHO ने भारतीय सिरप के खिलाफ जारी किया अलर्ट
- उज्बेकिस्तान में हुई थी 19 बच्चों की मौत
- यूपी सरकार ने रद्द किया था कंपनी का लाइसेंस
- इससे पहले गांबिया में भी हुआ था ऐसा मामला
- गांबिया और भारत सरकार की जांच में मिली क्लीनचिट
यूपी में कंपनी का लाइसेंस वापस लिया गया
उज्बेकिस्तान सरकार ने 28 दिसंबर को आरोप लगाया था कि भारत में नोएडा के मेरियन बायोटेक में बना कफ सिरप DOK-1 MAX पीने से 19 बच्चों की जान गई। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसी मामले में सिरप की जांच की है। भारत सरकार इसकी जांच कर रही है।
भारत ने भी उज्बेक सरकार के आरोपों की जांच का फैसला लिया था। यूपी फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट ने बायोटेक कंपनी का प्रोडक्शन लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है। कच्चा माल खरीदने और दवा रिकार्ड मेंटनेंस की जानकारी समय से नहीं उपलब्ध कराने पर कंपनी का प्रोडक्शन लाइसेंस सस्पेंड किया गया है।
गाम्बिया में भी हुआ था ऐसा ही मामला
इससे पहले गाम्बिया में भी हुई 70 बच्चों की मौतों का जिम्मेदार भारत में बने 4 कफ सिरप को बताया गया और WHO ने भी इन कफ सिरप के इस्तेमाल पर अलर्ट जारी किया था। हालांकि, भारत ने कफ सिरप की जांच की और इनकी क्वालिटी सही पाई गई। इसके बाद गाम्बिया सरकार ने एक बयान जारी कर कहा था कि उनके देश में हुई बच्चों की मौतों से भारतीय सिरप का कोई संबंध नहीं है।
बता दें कि विश्व में भारतीय फार्मा कंपनियों का दबदबा बढ़ रहा है।