ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद के बीजेपी में शामिल होने के बाद से कसाय लगाए जाने लगे है कि राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट अब जल्द ही भारतीय जनता पार्टी का हाथ थाम लेंगे. सचिन पायलट के बीजेपी में जाने की खबरों के बीच सचिन पायलट पार्टी से नाराज होकर दिल्ली पहुंचे है. खबरों के अनुसार बताया जा रहा है कि पायलट पार्टी की गतिविधियों से परेशान होकर दिल्ली पहुंचे है. हालांकि राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इसे खारिज कर दिया है.
पायलट के दिल्ली जाने को लेकर गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि दिल्ली में सचिन पायलट का घर है और वे अक्सर वहां जाते रहते है. पायलट पार्टी के नेता है और रहेंगे. वह केन्द्र में मंत्री भी रह चुके है, हम सरकार चलाएंगे भी और आगे भी सरकार बनाएंगे. पायलट की सरकार से नाराजगी को लेकर उन्होंने कहा है कि पार्टी में सबकुछ ठीक चल रहा है, सरकार से पायलट को कोई शिकायत नहीं है, ना ही वह सरकार से नाराज है.
पायलट के विधायक ने लगाए गहलोत पर आरोप
राजस्थान का सियासी संग्राम बढ़ता ही जा रहा है. पायलट-गहलोत के बीच जारी तकरार के बीच पायलट समर्थक विधायक ने गहलोत सरकार पर गंभीर आरोप जड़े है. पायलट के एक विधायक ने सरकार पर विधायकों के फोन टैपिंग करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है की राज्य में विधायकों के फोनों की टैपिंग की जा रही है. हालांकि उन्होंने आने फोन की टैपिंग होने पर कहा की इस बरे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. सोलंकी का कहा है कि मामला सामने आने के बाद विधायकों में दहशत का माहौल है. गहलोत सरकार ऐसा काम करके विधायकों पर दबाव बना रही है.