इंदौर : इंदौर प्रवासी भारतीयो के सम्मेलन होना वाला है। जनवरी के दूसरे हफ्ते में होने वाले इस सम्मेलन के लिए सरकार और प्रशासन दोनों मुस्तैद है। प्रवासी भारतीयों के सम्मेलन को स्वच्छता का थीम और स्वच्छता की ब्रांडिग होगी। शहर में प्रवासी भारतीयों के स्वागत के लिए लगे होर्डिंग में स्व्च्छता के साथ शहर की ब्रांडिग की है।
स्वच्छता का आंनद लीजिए
इंदौर आने वाले प्रवासी भारतीयों के स्वागत में जो होर्डिंग लगे है उनमें इंदौर शहर की स्वच्छता की ब्रांडिग की गई है। होर्डिग में लिखा गया है कि स्वच्छता का आंनद लीजिए क्योंकि आप इंदौर में हैं।
दऱअसल प्रवासी भारतीयों को इंदौर आंमत्रित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने इंदौर की स्वच्छता का जिक्र किया । यही कारण है कि अब इंदौर प्रशासन ने प्रवासी भारतीयों के स्वागत के लिए इंदौर शहर को और सुंदर बनाने की कोशिश की है। इंदौर शहर में जगह जगह वॉल पेंटिग बनाई जा रही है।इंदौर के फुटपाथ, पेड़ डिवाइजर सभी पर रंगरोगन किया जा रहा है। प्रवासी मेहमानों को ट्रेचिंग ग्राउंड पर बने बायो सी एन जी प्लांट को भी दिखाया जाएगा।
हैरिटेज वॉक कराई जाएगी
इंदौर पहुंचने वाले प्रवासी भारतीयों को हैरिटेज वॉक भी कराया जाएगा। इस हैरिटेज वॉक में प्रवासी भारतीयों को इंदौर के राजवाड़े को पूरा घुमाया जाएगा, इंदौर के गौरवशाली इतिहास और मराठाओं से जुड़ी खास बातें भी बताई जाऐंगी।
काइट फेस्टिवल की भी है तैयारी
संक्राति पर हिदुंस्तान में पंतंगे उड़ाई जाती हैं। कई जगहों पर काइट फैस्टिवल किया जाता है। ऐसे में प्रवासी भारतीयों के लिए काइट फैस्टिवल की पूरी सजावट इंदौर में की गई है। व्यापारियों ने काइट फेस्टिवल के लिए पूरी सजावट की है और रंग बिरंगी पतंगो को भी तैयार रखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवासी भारतीयों से कहा था कि जब आप इंदौर आए तो काइट फेस्टिवल देखने के लिए अहमदाबाद भी जाएं । यही वजह रही कि जो प्रवास भारतीय गुजरात नहीं जा पा रहे उनके लिए इंदौर में प्रवासी मेहमानों के लिए काइट फेस्टिवल की तैयारी की गई है।
सजेंगी 56 दुकानें
इंदौर शहर अपने खाने पीने के शौक को लेकर भी जाना जाता है। इंदौर में तरह तरह के व्यंजन बनते है और यहां का स्ट्रीट फूड भी लाजवाब है। इंदौर की 56 दुकानें एक साथ स्ट्रीट फूड के लिए मशहूर है। इन दुकानों को भी सजाया जा रहा है और इन दुकानों पर प्लास्टिक के उपयोग पर पूरी तरह से पाबंदी है।
सम्मेलन के दौरान जीरो वेस्ट पर होगा काम
तीन दिन तक चलने वाले सम्मेलन में जीरो वेस्ट पर काम किया जाएगा। आयोजन स्थल पर ही खाद बनाई जाएगी। सम्मेलन से निकलने वाले गीले कचरे की वहीं खाद बनाई जाएगी। आयोजन स्थल पर सिंगल यूज प्लासिटक का इस्तेमाल नहीं होगी और इलेकट्रिक वाहन चलेंगे।