उत्तर प्रदेश की जनता एक बार फिर बीजेपी को प्रचंड बहुमत से विजयी बनाया है. ऐसे में समाजवादी पार्टी को यूपी की सत्ता हथियाने के लिए पांच साल का इंतजार करना होगा. इसी बीच खबर मिल रही है कि अखिलेश यादव विधायक से इस्तीफा देंगे और सिर्फ सांसद बनें रहेंगे. अखिलेश यादव के साथ ही सांसद आजम खान भी विधायक से इस्तीफा दे सकते हैं. अखिलेश यादव आजमगढ़ से सांसद हैं. विधानसभा चुनाव में यहां की जनता ने उनकी झोली में सभी 10 सीट दी है. वहीं आजम खान रामपुर सदर से जीते हैं. आजम खान भी इस्तीफा दें सकते हैं. ऐसे में वहां उपचुनाव कराया जाएगा.
अखिलेश यादव के इस्तीफे के पीछे यह वजह बताई जा रही है कि अखिलेश यादव 2024 में बीजेपी के खिलाफ मजबूत विकल्प के तौर पर पार्टी को तैयार करेंगे. दरअसल, लोकसभा में समाजवादी पार्टी के पास केवल पांच सांसद हैं ऐसे में आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए अखिलेश यादव पार्टी को मजबूत करने के लिए सांसद बने रहना चाहेंगे और विधानसभा सदस्य से इस्तीफ दे सकते हैं.
अखिलेश की जगी आस
इस विधानसभा चुनाव में यह साफ हो चुका है कि समाजवादी पार्टी फिर से यूपी में मजबूत हुई है. अब अखिलेश यादव को उम्मीद बंध चुकी है कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी में बीजेपी के खिलाफ मजबूत विकल्प बन सकती है. वहीं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ भी उनके नजदीकी रिश्ते हैं. ऐसे में अब अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव में मजबूती के साथ लड़ने की तैयारी में हैं.
सपा प्रमुख ने कही बड़ी बात
चुनाव नतीजे के अगले दिन भी अखिलेश ने कहा था कि बीजेपी की सीटों को घटाया जा सकता है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि, बीजेपी ने जो भ्रम और छलावा फैलाया है वह आधे से ज्यादा दूर हो गया है. बाकि कुछ दिनों में दूर हो जाएगा. अखिलेश यादव के इस ट्वीट ने काफी हद तक साफ कर दिया था कि वे आगामी लोस चुनाव में बीजेपी के खिलाफ और अधिक मजबूती से लड़ेंगे.