सारण. बिहार में कहने को शराबबंदी है। हालांकि, ये गजब की शराबबंदी है। भूतों की तरह दिखती किसी को नहीं, लेकिन शराब हरेक जगह मौजूद है। अच्छी से बुरी क्वालिटी सब तरह की। उसी में कभी जहरीली शराब भी आ जाती है। सारण में वही कहर बनकर टूटती है। इससे पहले जनवरी में नालंदा में भी मौतें हुई थीं। फिलहाल सारण में जहरीली शराब का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। यहां सरकार भले ही मौतों का आंकड़ा 34 बता रही है, लेकिन गैर-सरकारी सूत्र बताते हैं कि 75 लोगों की मौत हो गयी है।
- सारण के बाद अब सीवान और बेगूसराय से भी जहरीली शराब से मौत की खबर
- सारण में 75 लोगों की मौत
- सरकार के मुताबिक 34 की ही मौत हुई है
- सदर अस्पताल, छपरा में 71 और पटना में 3 की हुई है मौत
बिहार के सारण के बाद अब सीवान से भी 5 लोगों के जहरीली शराब पीकर मरने की खबर है। बेगूसराय से भी एक मौत की सूचना है। छपरा में लगातार हो रही मौतों से मृतकों के परिजनों के बीच कोहराम मचा है। मशरक थाना क्षेत्र से मशरक तख्त, यदू मोड़, पचखंडा, हनुमानगंज, बहरौली बेनछपरा घोघियां, गंगौली, गोपालवाड़ी और इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोइला और महुली के साथ अमनौर और मढौरा में लोगों की जहरीली शराब पीने से मौतें हुई हैं।
अस्पतालों में जिनका इलाज चल रहा है, उनमें से कई की आंख की रोशनी चली गयी है।