श्रद्धा मर्डर केस के आरोपी आफताब का अंबेडकर अस्पताल में नार्को टेस्ट किया । इससे पहले आफताब का पॉलीग्राफी टेस्ट किया गया था। जिसमें आफताब ने कबूल किया था कि श्रद्धा की हत्या की। इतना ही नहीं आफताब ने यह भी स्वीकार किया था कि उसके और भी लड़कियों के साथ संबंध थे।
बता दें दिल्ली पुलिस गुरुवार सुबह आफताब को तिहाड़ जेल से अंबेडकर अस्पताल लेकर गई। यहां उसका जनरल मेडिकल चेकअप किया गया। इस दौरान आफताब का ब्लड प्रेशर, प्लस रेट, शरीर का तापमान, हर्ट बीट मापे गए। इसके बाद आफताब का नार्को टेस्ट किया। आफताब के नार्को टेस्ट के दौरान एक सीनियर एनेस्थीसिया एक्सपर्ट, एफएसएल के एक साइकोलॉजिकल एक्सपर्ट आफताब से सवाल कर रहे हैं। एक ओटी अटेंडेंट और एफएसएल के 2 फोटो एक्सपर्ट्स भी मौजूद रहे। दोनों ने नार्को टेस्ट की रिकॉर्डिंग की है।
बात दें इससे पहले नार्को टेस्ट करने वाली टीम ने आफताब को सहमति फॉर्म पढ़कर सुनाया। फॉर्म पर हस्ताक्षर लेने के बाद पूरी प्रक्रिया शुरू की गई। दरअसल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक नार्को टेस्ट से पहले आरोपी की सहमति लेनी जरूरी होती है। नार्को टेस्ट को ट्रूथ सीरम भी कहा जाता है। कई अहम केसों में पहले भी इसका इस्तेमाल हो चुका है।
नार्को टेस्ट से पहले लगाया जाता है सोडियम पेंटोथल इंजेक्शन
नार्को टेस्ट से पहले इंजेक्शन में एक तरह की साइकोएक्टिव दवा मिलाई जाती है। इसमें सोडियम पेंटोथल नाम का केमिकल होता है। यह कैमिकल जैसे ही नसों में उतरता है। शख्स कुछ मिनट से लेकर लंबे समय के लिए बेहोशी में चला जाता है। इसके बाद जागने के दौरान अर्धबेहोशी की हालत में वो बिना किसी लागलपेट के वो वह सच भी बोल जाता है। जो सामान्य स्थिति में वह नहीं बताता। जांच एजेंसी तभी इस टेस्ट का इस्तेमाल करती हैं। जब अन्य सबूत उसके हाथ नहीं लगते। नियमों के मुताबिकए नार्को टेस्ट से पहले आरोपी की अनुमति भी जरूरी होती है। नार्को टेस्ट और सवाल जिनका तलाश रहे जवाब, श्रद्धा का सिर कहां फेंका? श्रद्धा के शव के बाकी हिस्से कहां हैं। श्रद्धा का मोबाइल कहां है। मर्डर के वक्त श्रद्धा के पहने हुए कपड़े कहां हैं।
लिव इन रिलेशन में रहते की थी हत्या
पुलिस ने आफताब को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया था। आफताब पर 18 मई को श्रद्धा की गला दबाकर हत्या करने का आरोप है। श्रद्धा आफताब की गर्लफ्रेंड थी। दोनों मुंबई के रहने वाले थे। यहां वसई में दोनों लिव इन रिलेशन में रहते थे। बाद में दोनों ने दिल्ली रहने का फैसला किया। दोनों 8 मई से दिल्ली के महरौली में फ्लैट में लिव इन में रह रहे थे। बताया जाता है कि 18 मई को ही श्रद्धा और आफताब के बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद आफताब ने उसकी हत्या कर दी। इसके बाद आफताब ने उसके शव के 35 टुकड़े कर फ्रिज में रखा। वह रोज रात में महरौली के जंगल में शव के एक टुकड़े को फेंकने जाता था।