Shraddha murder case:आफताब पर श्रद्धा की हत्याकांड को लेकर पुलिस आरोपी आफताब पूनावाला के खिफ पुख्ता सबूत जुटाने की कोशिश में जुट हुई है। इसी के चलते श्रद्धा वाकर हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला का एक और पॉलीग्राफ टेस्ट किया जाएगा। दिल्ली पुलिस की टीम आफताब को लेकर रोहिणी में फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी एफएसएल पहुंच चुकी है। आफताब पर अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा वाकर की हत्या के बाद उसके शव के 35 टुकड़े करने का आरोप है। जांच अधिकारियों के मुताबिक आफताब को तीन दिन तक एफएसएल कार्यालय ले जाने के बावजूद रविवार को हुआ पॉलीग्राफ टेस्ट पूरा नहीं हो सका।
श्रद्धा मर्डर केस के आरोपी आफताब पूनावाला का अब तक आफताब का 20 घंटे से ज्यादा का पॉलीग्राम टेस्ट हो चुका है। हांलाकिए दिल्ली पुलिस को उस दौरान कोई भी अहम सुराग हाथ नहीं लगा। आफताब बेहद चालाकी से पॉलीग्राफ टेस्ट में चकमा देने में सफल रहा है। अडिशनल डायरेक्टर संजीव गुप्ता का कहना है कि पॉलीग्राफी टेस्ट का एक सेशन बचा हुआ है। जिसके लिए आफताब को लाया गया है। उनकी टीम सुबह से ही तैयारी कर चुकी थी।
किसने की सबूत मिटाने में आफताब की मदद
श्रद्धा मर्डर केस में हर दिन नई जानकारी सामने आ रही है। अब इस मर्डर मिस्ट्री में सूत्रों के हवाले से नया खुलासा हुआ है। पुलिस को शक है कि श्रद्धा हत्याकांड में आरोपी आफताब पूनावाला का कोई मददगार भी रहा होगा। पुलिस को शक है कि उसने हत्या से लेकर सबूत मिटाने में आफताब की मदद की है। दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस आफताब के करीबियों के बयान दर्ज कर रही है। आरोपी आफताब ने पूछताछ में श्रद्धा हत्याकांड को लेकर तरह तरह की कहानियां सुनाकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की है।
आफताब को पहली बार पॉलीग्राफ के लिए मंगलवार को ले जाया गया था। उसके खराब स्वास्थ्य के बाद बुधवार का टेस्ट गुरुवार के लिए टाल दिया गया। ऐसे में उसे शुक्रवार को फिर से तीसरे सत्र के लिए ले जाया गया था। टेस्ट का दूसरा सत्र जो बुधवार को होना था आफताब के कथित तौर पर बीमार पड़ने के बाद स्थगित कर दिया गया था। दिल्ली पुलिस ने कहा था उस दिन भी उनका पॉलीग्राफ नहीं कराया जा सका था। स्पेशल पुलिस कमिश्नर सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि महरौली थाने में दर्ज एफआईआर संख्या 659 22 आईपीसी की धारा 365 302 201 के तहत आरोपी आफताब अमीन का पॉलीग्राफ टेस्ट शुक्रवार को नहीं हो सका।
गुरुवार को दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने एएनआई को बताया था कि आफताब ने रोहिणी लैब में परसेप्चुअल एबिलिटी टेस्ट यानी पीएटी कराया जो एक मनोवैज्ञानिक विश्लेषण परीक्षण है। दिल्ली पुलिस से जुडे़ सूत्र बताते हैं कि आरोपी शुरू से ही बहुत सामान्य और सुचारू रूप से व्यवहार कर रहा है। इसलिए उसका पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट कराना महत्वपूर्ण था। यह एक लंबी प्रक्रिया है। हमारी हिरासत समाप्त होने के बावजूद न्यायिक हिरासत में भी नार्को टेस्ट भी किया जा सकता है।
गलत जानकारी दे रहा आफताब
आफताब पर अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा की गला दबाकर हत्या करने और उसके शरीर के 35 टुकड़े करने का आरोप है। उस पर यह भी आरोप है कि उसने शरीर के कटे हुए हिस्सों को दिल्ली और गुरुग्राम के जंगलों में फेंकने से पहले फ्रिज में रख दिया था। पुलिस ने पहले कहा था कि श्रद्धा की हत्या करने और उसके शरीर के 35 टुकड़े करने की बात कबूल करने वाला आफताब सवालों के भ्रामक जवाब दे रहा था। दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में कहा था कि आफताब गलत जानकारी दे रहा है और जांच को गुमराह कर रहा है।