गुजरात में चुनावी शोर जोरों पर है। गुजरात मे किस्मत आजमा रहे हैं। किस्मत आजमाने के साथ साथ जीत के लिए सभी अलग अलग दांवपेंच भी खेल रहे हैं। गुजरात के चुनावी शोर में गुजरात मॉडल , मोदी मॉडल और विकास मॉडल के किस्से जोर शोर से चल रहे हैं। गुजरात के इतिहास पर भी बात हो रही है। जब बीजेपी मोदी मॉडल और आप केजरीवाल मॉडल की बात करते हैं तब कांग्रेस सोशल मीडिया पर कांग्रेस राज के पुराने दिनों को याद दिलाती है कि उनके नेताओं गुजरात में क्या क्या किया। इसी तरह के एक सवाल में कांग्रेस ने गुजरात के नेता बलवंत राय को पंचायती राज का पुरोधा बताया। गुजरात के दूसरे मुख्यमंत्री बलंवत राय मेहता अकेले ऐसे मुख्यमंत्री थे जिनकी हत्या दुश्मन देश के हाथों हुई थी।
पाकिस्तान के फाइटर जहाज ने मारा था बलवंत राय को
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री बलवंत राय की हत्या पाकिस्तान के फायटर जेट पायलट कैन हुसैन ने की। बात 1965 की है। 19 सितंबर 1965 को बलवंत राय कच्छ के दौरे पर थे। वो कच्छ के दौरे से लौट रहे थे । उनका ये दौरा टाटा केमिकल्स में था। दौरे के बाद उनके विमान अमेरिकी बीचक्राफ्ट ने भारत पाकिस्तान सीमा की तरफ उड़ान भरी। सितंबर 1965 में भारत पाकिस्तान के बीच युद्द छिड़ा था। इस युद्द के चलते पाकिस्तान के विमान भी कच्छ की सीमा पर निगरानी कर रहे थे।
पाकिस्तानी फाइटर प्लेन ने बनाया निशाना
युद्द के समय भारत पाकिस्तान सीमा पर पाकिस्तान के लड़ाकू विमान निगरानी कर रहे थे। जैसे ही पूर्व मुख्यमंत्री बलवंत राय के प्लेन ने मीठापुर से उड़ान भरी निगरानी के दौरान उनकों पाकिस्तान के फाइटर जेट ने निशाना बनाने की कोशिश की।
पाकिस्तानी जेट के पायलट कैन हुसैन ने उनको घेर लिया और निशाना साधने लगा। इस बीच बलवंत राय के पायलट जहांगीर एम सेना में रह चुके थे। वो पाकिस्तान पायलट की इरादे समझ गए। उनहोंने अपने अमेरिकी बीचक्राफ्ट के पंखे खोल दिए और दया की भीख मांगी । इस दौरान कैन हुसैन को पाकिस्तानी सेना की तरफ से आदेश आया और उन्होंने मुख्यमंत्री के प्लेन पर गोले दाग दिए। प्लेन आग के गोले के शक्ल में जमीन पर गिरा। प्लेन में सवार आठ लोगों की मौत हो गई।
प्लेन में कुळ आठ लोग थे सवार
बीचक्राफ्ट प्लेन में आठ लोग सवार थे। इनमें खुद उस वक्त के मुख्यमंत्री बलंवत मेहता, उनकी पत्नी सरोज बेन,स्टाफ के तीन सदस्य, क्रू मैंबर और एक पत्रकार की मौत हो गई। पूरे देश में खबर आग की तरह फैल गई कि पाकिस्तानी विमान की बमबारी में गुजरात के मुख्यमंत्री सहित आठ लोगों की मौत हो गई। बंलवत राय मेहता देश के अकेले ऐसे मुख्यमंत्री थे जिनकी हत्या दुश्मन देशों के हाथ हुई।
पहली संसद में सासंद थे बलवंत राय
बलवंत राय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे।बलंवत राय मेहता देश के पहली संसद में सासंद चुने गए थे। वो भावनगर से 1952 में सांसद बने थे। बलवंत राय ने देश में पंचायती राज व्यवस्था का सुझाव दिया था।
बलंवत राय की मौत के कई सालों बाद पायलट कैन हुसैन ने एक मेल के जरिए माफी मांगी। हुसैन ने माफी मेहता के पायलट जहांगीर एम की बेटी को मेल के जरिए माफी मांगी थी।