“छोरी 2” : नुसरत भरूचा ने मचाया धमाल, हॉरर को नया स्केल दिया !
3.5 स्टार
आजकल बॉलीवुड में हॉरर और कॉमेडी को मिलाकर फिल्में बनाने का ट्रेंड चल रहा है। “मुंजया” और “स्त्री” जैसी फिल्मों की कामयाबी के बाद तो हर कोई इसी फॉर्मूले पर काम कर रहा है। लेकिन डायरेक्टर विशाल फुरिया की “छोरी 2” इस भीड़ में अपनी अलग पहचान बनाती है। ये फिल्म प्योर हॉरर है, इसमें कॉमेडी का कोई तड़का नहीं है, बल्कि भरपूर डर, थ्रिल और कलाकारों की ज़बरदस्त परफॉर्मेंस है। फिल्म का पहला पार्ट “छोरी” लोगों को काफी पसंद आया था, और जब पहली फिल्म हिट हो, तो दूसरी तो आनी ही थी। “छोरी 2” अब अमेज़न प्राइम वीडियो पर रिलीज़ हो गई है।
कहानी की झलक: फिल्म की कहानी साक्षी (नुसरत भरूचा) नाम की एक प्रेग्नेंट औरत के आस-पास घूमती है, जो अपने पति और सास-ससुर को मारकर अपनी बेटी के साथ एक सुनसान जगह पर रहने लगती है। सात साल गुज़र जाते हैं, लेकिन उसकी बेटी सूरज की रोशनी में नहीं जा सकती। इसका राज़ जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी। कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब कोई उसकी बेटी को किडनैप कर लेता है।
अब ये किडनैपर कौन है और वो बच्ची के साथ क्या करने वाला है, ये एक गहरा रहस्य है, जिसका खुलासा फिल्म देखने के बाद ही होगा।
फिल्म कैसी बनी है: “छोरी 2” एक बढ़िया हॉरर फिल्म है। फिल्म बिना किसी लाग-लपेट के सीधे कहानी पर आती है और इसकी पेस शुरू से आखिर तक बनी रहती है। ये आपको डराती है, चौंकाती है और कई बार हैरान भी करती है। कुछ सीन तो इतने डरावने हैं कि आपकी रूह तक कांप जाएगी। फिल्म में लगातार कुछ न कुछ होता रहता है, जिससे आपकी नज़रें स्क्रीन से हट ही नहीं पातीं। फिल्म की कहानी काफी अच्छी है, और डायरेक्टर विशाल फुरिया ने “छोरी 2” की कहानी को “छोरी” के पहले पार्ट से बहुत ही अच्छे तरीके से जोड़ा है। कहानी का फ्लो भी एकदम स्मूथ है।
फिल्म आपको बांधे रखती है, और आप ये जानने के लिए उतावले हो जाते हैं कि आगे क्या होगा। हालाँकि, फिल्म का क्लाइमैक्स थोड़ा और दमदार हो सकता था, लेकिन कुल मिलाकर ये फिल्म देखने लायक है और आपको निराशा नहीं होगी।
कलाकारों का काम: नुसरत भरूचा ने फिल्म में जानदार काम किया है। वो हर सीन में आपको इम्प्रेस करती हैं। एक माँ के किरदार में उन्होंने अपनी पूरी जान लगा दी है। एक माँ अपनी बेटी के लिए किस हद तक जा सकती है, ये नुसरत ने बहुत अच्छे से दिखाया है। इमोशनल और हॉरर वाले सीन्स में उनका काम लाजवाब है।
सोहा अली खान ने ‘दासी माँ’ का रोल निभाया है और उनका काम भी ज़बरदस्त है। सोहा को इस तरह के रोल में पहले नहीं देखा गया है, इसलिए उनका ये अवतार चौंकाने वाला है, और यही एक अच्छे एक्टर की पहचान है कि वो अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलकर कुछ नया करे और उसे बेहतरीन तरीके से निभाए।
नुसरत की बेटी के रोल में हार्दिका शर्मा ने भी काफी अच्छा काम किया है। ये बच्ची कलाकार अपनी परफॉर्मेंस से आपको ज़रूर इम्प्रेस करेगी। गशमीर महाजनी का काम भी ठीक-ठाक है।
डायरेक्शन और राइटिंग: विशाल फुरिया और अजीत जगताप ने फिल्म की कहानी लिखी है, और विशाल फुरिया ने इसका डायरेक्शन किया है। दोनों ने मिलकर अच्छा काम किया है और फिल्म के ज़रिए एक अच्छा मैसेज देने की भी कोशिश की है। फिल्म पर उनकी पकड़ साफ़ दिखती है। बस अगर क्लाइमैक्स थोड़ा और पावरफुल होता तो फिल्म का मज़ा और बढ़ जाता।
आखिर में, अगर आपको हॉरर फिल्में पसंद हैं और आपने “छोरी” का पहला पार्ट देखा है, तो “छोरी 2” आपको ज़रूर देखनी चाहिए। ये फिल्म आपको निराश नहीं करेगी।