यूपी विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। बजट सत्र मेंं मुख्य विपक्षी दल सपा ने सरकार को घेरने का प्रयास किया। मध्यम वर्ग के आय को लेकर बहस हुई। सपा नेता रागिनी ने मध्यम वर्ग के आय का मुद्दा सदन में उठाया। जिस पर सीएम योगी ने करारा जवाब दिया। योगी सरकार के बजट को लेकर सपा की ओर क्यों एतराज जताया जा रहा है। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के विधानसभा में न होने पर उनकी पार्टी की विधायक रागिनी सोनकर ने ऐसा क्या कह दिया जिस पर सीएम योगी आदित्यनाथ को विधानसभा में जवाब देना पड़ा। जानने की कोशिश करेंगे कि सपा नेता रागिनी ने जो तथ्य सामने रखे हैं उन तथ्यों में कितना दम है।
- रागिनी का राग!
- यूपी में फेल होती जा रही डबल इंजन की सरकार!
- उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय
- 2010-11 – 26,051
- 2024-25 – 93,000
- केंद्र सरकार द्वारा कराए गए
- आवधिक श्रमबल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) की रिपोर्ट
- भारत में साल 2017-18 में महिला श्रमशक्ति की भागीदारी 25.30 प्रतिशत
- यूपी में साल 2017-18 में कामकाजी महिलाएं 14.20 प्रतिशत
- भारत में साल 2022-23 में महिला श्रम भागीदारी दर 39.8 प्रतिशत
- यूपी में साल 2022-23 में कामकाजी महिलाएं 32.10 प्रतिशत
यूपी विधानसभा में बजट सत्र के दौरान चौथे दिन बजट में प्रश्नकाल के दौरान सपा विधायक रागिनी सोनकर ने सरकार को निशाने पर लिया और कहा- यूपी में डबल इंजन की सरकार फेल होती जा रही है। देश को विश्वगुरु बनाने की बात की जा रही है लेकिन देश पटरी से उतर रहा है। अमीर और अमीर हो रहा है, गरीब और गरीब हो रहा है। साल 2010-11 की तुलना में मिडिल क्लास की आय कम हुई है। नियमित वेतनभोगी महिलाएं पहले 22 प्रतिशत थी, जो अब 16 प्रतिशत हो गईं। मिडिल क्लास सरकार के जुमले का शिकार हो रहा है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सपा की विधायक रागिनी के सवाल का जवाब दिया और कहा- प्रश्न महत्वपूर्ण है…लेकिन वह खुद इसे लेकर नहीं आई हैं। क्योंकि, उन्हें तथ्यों की जानकारी नहीं हैं। सीएम योगी ने कहा वे विधायक की पीड़ा को समझ सकते है। आपके नेता बोलते हैं कि भारत कभी विकसित देश नहीं बन सकता है। आपका बयान सपा के अनुरुप ही है। भारत आज दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है हो सकता है इसमें कुछ लोगों को अच्छा नहीं लग रहा हो। क्योंकि, वह देश के विकास को अच्छा नहीं मानते हैं।