बजट सत्र के चौथा दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने महाकुंभ की घटना को लेकर सदन में चर्चा कराने की मांग की। संसद के दोनों सदनों में आज मंगलवार भी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की गई। इस दौरान सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा जब जवाब आए तो किसानों की मदद होना चाहिए। आपका पैकेज पता नहीं कौन कंजूस बनाता है। आपने किसानों की आय दोगुनी नहीं की। अभिभाषण में उन्होंने पढ़ा कि सोलर एनर्जी और रुफ टॉफ योजना पर सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही।
- अखिलेश बोले—न जाने कितनी चप्पलें पड़ी थीं
- सरकार मृतकों के नहीं दे पाई सहीं आंकड़े
- महाकुंभ में शवों को जेसीबी से उठाया गया
- हादसे के दिन वक्त पर शाही स्नान नहीं हो सका
- सरकार ने हादसे को लेकर बातें छिपाईं
- हादसे के आंकड़े सरकार क्यों छुपा रही है
- सरकार मृतकों के सहीं आंकड़े नहीं दे पाई
- महाकुंभ के आयोजन का अपना इतिहास रहा है
हमले पूरे के पूरे गांव को सोलर एनर्जी और रुफ टॉफ योजना में फ्री बिजली दी। जब तक यूपी में सपा का सरकार रही, वहां गरीबों को फ्री बिजली मिलती रही। इन लोगों ने सरकार में आते ही सभी योजनाएं बंद कर दीं।
चीन को लेकर कहा एक समय हम लोग लाखों एकड़ जमीन खो चुके हैं। सवाल यह है कि बीजेपी जमीन खोने के साथ यह स्वीकार नहीं कर रही है। कुंभ की खबर चलाने पर एफआईआर दर्ज की गई है। ऐसे में जो अखवार और चैनल चीन की सच्चाई दिखा और लिख रहे हैं उन पर भी एफआईआर दर्ज करें। चीन न जमीन छीन रहा है बल्कि बाजार भी छीन रहा है। आप कहते हैं कांग्रेस का रास्ता था, तो आपका रास्ता कौन सा है। जिस समय बाजार खोला गया उस समय देश की अर्थ व्यवस्था पर ध्यान नहीं रखा, अब रखा होता तो आज हम चीन से आगे होते।
बाबा साहब के सपनों को पूरा करना है तो जातिगण जनगणना होना चाहिए। एक समय तो कांग्रेस इसके विरोध में थी लेकिन अब साथ है। कांग्रेस भी चाहती है देश में जातिगण जनगणना होना चाहिए। कांग्रेस अगर उस समय हमारे साथ आ जाती तो आज जातिगण जनगणनों लिए यहां खड़ा नहीं होना पड़ता।