तमिलनाडु के कोयंबटूर कार ब्लास्ट केस में टेरर फंडिंग को लेकर NIA की टीम गुरुवार को छापेमारी कर रही है। टीम राजधानी चेन्नई समेत 45 ठिकानों पर तलाशी ले रही है। इनमें कोयंबटूर में स्थित 21 ठिकाने भी शामिल हैं। बता दें एनआईए के अधिकारियों ने राज्य पुलिस के साथ मिलकर गुरुवार तड़के ये कार्रवाई शुरु की। जिसमें कोट्टामेडु, पोनविझा नगर, रथिनापुरी और उक्कदम जैसे इलाकों संदिग्धों के ठिकानों पर छापेमारी की।
ब्लास्ट में जमेशा की हुई थी मौत
बता दें कि पिछले 23 अक्टूबर को संगमेश्वर मंदिर के सामने एक कार में LPG सिलेंडर ब्लास्ट हुआ था। इस धमाके में जमेशा मुबीन की मौत हो गई थी। पुलिस के मुताबिक, इंजीनियरिंग से ग्रेजुएट मुबीन से NIA अधिकारियों ने 2019 में कथित आतंकी लिंक के सिलसिले में पूछताछ की थी। उसका नाम मामले में मुख्य आरोपी के तौर पर है।
मुबीन के घर से मिला विस्फोटक
पुलिस ने कार धमाका मामले में उक्कदम में मुबीन के घर से विस्फोटक बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री को जब्त किया था। पुलिस ने 75 किलोग्राम पोटेशियम नाइट्रेट, चारकोल, एल्यूमीनियम पाउडर और सल्फर जब्त किया था।
NIA के हाथ में पूरी जांच
केंद्रीय जांच एजेंसी ने 15 दिन पहले गृह मंत्रालय की काउंटर टेररिज्म एंड काउंटर रेडिकलाइजेशन यानी सीटीसीआर डिवीजन द्वारा जांच का आदेश जारी होने के बाद केस दर्ज किया था। राज्य के सीएम एमके स्टालिन द्वारा मामले की जांच एनआईए से कराए जाने की सिफारिश के एक दिन बाद ही गृह मंत्रालय की ओर से आदेश जारी हुआ था।
आधा दर्जन से अधिक की गिरफ्तारी
तमिलनाडु पुलिस इस मामले में अभी तक मामले में 6 से ज्यादा लोगों को अपनी गिरफ्त में ले चुकी है। आरोपियों पर गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम यानी यूएपीए लगाया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपी जमीशा मुबीन के साथी माने जा रहे हैं। मोहम्मद थलका, मोहम्मद असरुद्दीन, मुहम्मद रियाज, फिरोज इस्माइल, मोहम्मद नवाज इस्माइल और अफसर खान शामिल हैं। अफसर खान मृतक मुबीन का चचेरा भाई है। अफसर को एसआईटी ने विस्फोट से दो दिन पहले ही गिरफ्तार किया था।