कारोबारी और उद्योगति ही नहीं हर आमजन को बजट का इंतजार हर साल पूरे रहता है। सरकार की ओर से इसके लिए एक तारीख भी पूर्व से तय कर दी गई है। कभी-कभार ऐसा मौका आता है जो इसमें बदलाव होता है, लेकिन अमूमन यह एक तय तिथि और समय पर ही बजट जारी किया जाता है।
- 1 फरवरी को पेश होगा आय-व्यय को ब्योरा!
- वित्तमंत्री पेश करेंगी व्योरा!
- आय कर पर मिलेगी छूट ?
- या भरना पड़ेगा ज्यादा टैक्स?
- कैसा होगा अपना बजट ?
- क्या है बजट घाटा ?
- इस बार यह घाटा बढ़ेगा या घटेगा?
- किन मंत्रालयों को कितना बजट?
- किन मंत्रालयों के लिए बढ़ सकता है बजट?
- किन मंत्रालयों के लिए घट सकता है बजट?
पिछले साल की बात करें तो केन्द्र की एनडीए सरकार ने 23 जुलाई 2024 को पूर्ण बजट जारी किया था। दरअसल चुनाव के चलते ऐसा किया गया था। ऐसे में आपके मन में भी यह सवाल उठना लाजमी है कि आखिर इस बार किस तारीख को बजट पेश किया जाएगा। बताया जाता है कि इस बार केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी की सुबह अपनी सरकार का पूर्ण बजट पेश करेंगी। यह तारीख पहले से निश्चित हो चुकी है।
केन्द्र सरकार की ओर जारी समय के अनुसार इस बार वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को सुबह 11 संसद में बजट ही बजट पेश करेंगी। वैसे पिछली बार 2024—25 में 2 बजट जारी किए गए थे। एक तो 1 फरवरी 2024 को जारी किया था। जिसमें सिर्फ बजट की झलकियां ही दिखाई गईं थीं। क्योंकि बीच में लोकसभ के चुनाव थे। ऐसे में आम चुनाव के बाद जुलाई में इस बजट को पूरा किया।
- क्या है बजट ?
- कैसा होगा बजट ?
- बजट को समझें !
- 1 फरवरी को पेश होगा आय-व्यय को ब्योरा!
- वित्तमंत्री पेश करेंगी व्योरा!
- आय कर पर मिलेगी छूट ?
- या भरना पड़ेगा ज्यादा टैक्स?
- कैसा होगा अपना बजट ?
- क्या है बजट घाटा ?
- इस बार यह घाटा बढ़ेगा या घटेगा?
पिछले बजट के प्रावधानों को ध्यान में रखते हुए अर्थशास्त्र के विद्वानों से इसे समझने और समझाने का प्रयास किया जा रहा है। आने वाला बजट कैसा होगा। आम बजट क्या है और आम बजट किसे कहते हैं। बजट में आय-व्यय कितने प्रकार के होते हैं। राजस्व आय-व्यय क्या है। पूंजीगत आय-व्यय क्या है। इसे लेकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है। वहीं पिछले बजट 2024-2025 में किन मंत्रालयों को कितना धन आवंटित किया गया था। यह अवांटित राशि साल 2023-24 में अवांटित राशि से कितनी कम या अधिक है। इस पर भी मंथन किया जा रहा है। अगर राशि कम की तो क्यों और अगर बढ़ायी तो कारण क्या हो सकते हैं। इसके साथ ही साथ जो बजट आने वाला है, वह उसमें विभिन्न मंत्रालयों के लिए आवंटित राशि कम होगी या अधिक इन सब पर चर्चा जारी है।
पहली बार 1860 में जारी हुआ था बजट
भारत के पहले आम बजट की बात की करें तो बजट पेश करने की शुरुआत करीब 165 साल पहले जारी किया गया था। उस समय इंडियन काउंसिल के संस्थापक जेम्स विकल्सन ने 7 अप्रैल 1860 को बजट जारी किया था। इस बजट का मकसद देश की आर्थिक स्थिति में सुधार लाना था। बजट को साल 1857 की क्रांति के बाद जारी किया था। जिससे लोगों की स्थिति में सुधार किया जा सके।
(प्रकाश कुमार पांडेय)