राजस्थान में भरतपुर के राजकीय माध्यमिक विद्यालय नगला मोती में शारीरिक शिक्षक मीरा कुंतल जेंडर चेंज कराने के बाद अब आरव कुंतल यानी लड़का बन गया और आरव कुंतल ने अपनी छात्रा कल्पना से शादी कर ली है। दरअसल दोनों की मुलाकात स्कूल में ही हुई थी। मुलाकात के बाद दोस्ती का सिलसिला शुरू हुआ और जल्द ही दोस्ती प्यार में बदल गई। प्यार परवान चढ़ा तो दोनों ने रिश्ते को नाम देने का फैसला किया लेकिन इसमें सबसे बड़ी बाधा जेंडर की थी।
तीन साल में पूरी हुई सर्जरी
दरअसल महिला फिजिकल टीचर मीरा को अपनी छात्रा से प्यार हो गया था। अपने प्यार कल्पना को पाने के लिए उन्होंने जेंडर चेंज करवा लिया। जेंडर चेंज करवाने की पूरी सर्जरी साल 2019 से शुरू हुई थी। जो 2021 में पूरी हुई। वहीं जेंडर चेंज कराने के बाद मीरा का नाम बदलकर आरव हो गया है। इन तीन वर्षों के दौरान कल्पना ने अपने प्यार का पूरा ख्याल रखा। दोनों ने परिवार की मंजूरी से 4 नवंबर को शादी रचा ली। महिला टीचर के प्यार में पागल कल्पना का कहना है कि अगर आरव जेंडर चेंज नहीं करवाते तो भी वह उनके साथ शादी के लिए तैयार हो जाती।
आरव के नाम से ही पुकारते हैं रिश्तेदार
इस तरह भरतपुर जिले के डीग के राजकीय माध्यमिक विद्यालय नगला मोती में शारीरिक शिक्षक मीरा कुंतल जेंडर चेंज कराने के बाद अब आरव के रुप में लड़का बन गई हैं। मुहल्ले से लेकर रिश्तेदार तक उसे अब मीरा नहीं आरव कुंतल के नाम से ही पुकारते हैं। मीरा पैदा तो लड़की के रूप में हुई थी लेकिन उसके हाव भाव लड़कों जैसे थे। उसका पहनावा भी लड़कों जैसा ही था। मीरा ने भी अपनी पहचान बदलने का निश्चय किया और अपना जेंडर चेंज कराने के लिए दिल्ली के एक हॉस्पिटल से संपर्क साधा। सर्जरी जब पूरी हुई तो मीरा से आरव के रुप में नइ्र पहचान मिली।
सर्जरी के दौरान कल्पना ने उसका भरपूर साथ दिया। उसका पूरा ख्याल रखा। इसी दौरान दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। जेंडर चेंज कराने के बाद प्यार और ज्यादा बढ़ गया। दोनों ने अपने इस रिश्ते को नाम देने का फैसला लिया। हाल ही में चार नवंबर को कल्पना और आरव शादी के बंधन में बंध गए। दोनों ने जन्म जन्म तक एकदूसरे का साथ देने का वादा ले लिया।
मीरा का बचपन से ही अलग स्वभाव था
मीरा का बचपन से ही स्वभाव दूसरी बहनों से अलग था। मीरा नेशनल लेवल की प्लेयर रह चुकी है। हॉकी और क्रिकेट दोनों में हाथ आजमा चुकी है। नगला मोती विद्यालय में शारीरिक शिक्षक है। मीरा यानि आरव ने अपनी नई पहचान हासिल की है।इतना ही नहीं आरव को अब उसकी बहनें भी भाई जैसा प्यार देती हैं। उसे राखी बांधती हैं।
मीरा के सहयोग से कल्पना बनी कबड्डी खिलाड़ी
डीग के गांव नगला मोती की रहने वाली कल्पना जब 10वीं की पढ़ाई कर रही थ। उस दौरान कबड्डी कोच मीरा कुंतल यानी आज का आरव के निर्देशन में पहली बार राज्य स्तर पर कबड्डी में अपनी प्रतिभा दिखाई। इस प्रतियोगिता में कल्पना ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। वहीं अगले साल 11वीं और इसके बाद 12वीं में भी कल्पना ने स्टेट लेवल पर खेला। बाद में ग्रेजुएशन के दौरान नेशनल लेवल पर 2021 में अपना दमखम दिखाया। कल्पना को अब जनवरी 2023 में इंटरनेशनल प्रो कबड्डी में भाग लेने के लिए दुबई जाना है।
आरव अब दे रहा दूसरी बच्चों को प्रशिक्षण
राजकीय माध्यमिक स्कूल नगला मोती में शारीरिक शिक्षक आरव अपने स्कूल के छात्र छात्राओं को कबड्डी और वालीबॉल की कोचिंग दे रहा है। खुद भी उत्कृष्ट खिलाड़ी रहा है। मीरा यानी आरव ने क्रिकेट में नेशनल लेवल पर तीन बार जबकि हॉकी में 4 बार हिस्सा लिया था। इन दोनों के अजब प्रेम की गजब कहानी की चर्चा अब भी लोगों की जुबान पर है। भरतपुर जिले में आरव और कल्पना की शादी का जिक्र होता है। आरव और कल्पना को लोग नए जीवन के लिए बधाइयां देने से पीछे नहीं हट रहे हैं।