20 दिसंबर को नरेंद्र मोदी से मिलने वसुंधरा राजे दिल्ली पहुंचीं. यहां दोनों के बीच करीब 20 मिनट तक बातचीत होने की खबर है. मोदी और वसुंधरा के बीच मुलाकात के बाद भजनलाल शर्मा गृहमंत्री अमित शाह से मिले. भजनलाल की वसुंधरा से भी मुलाकात हुई. मोदी-शाह से वसुंधरा-भजनलाल तक… 7 दिन में 3 बड़ी बैठक, राजस्थान बीजेपी में आखिर चल क्या रहा है?
- राजस्थान में राजे फिर सक्रिय
- क्या भजनलाल कैबिनेट में होगा बड़ा
- बीजेपी नेताओं की सात दिन में तीन बड़ी बैठकें
- आखिर राजस्थान बीजेपी में चल क्या रहा है?
राजस्थान बीजेपी इन दिनों उपर से जितनी शांत नजर आ रही है उतनी है नही। दरअसल पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की सक्रियता एक बार फिर बढ़ गई है। इसके साथ ही राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के भीतर चल रही बैठक ने दिल्ली से लेकर पिंक सिटी जयपुर तक की सियासी अटकलें भी तेज हो गई है। राजस्थान में पिछले कई दिन से राजस्थान के संबंध में जयपुर से लेकर दिल्ली तक 4 बड़े नेताओं की तीन महत्वपूर्ण बैठकें हुईं। पहली बैठक पीएम नरेंद्र मोदी और राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बीच हुई तो दूसरी बड़ी बैठक केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा के बीच हुई है। केन्द्रीय मंत्री शाह से मुलाकात के बाद सीएम भजनलाल ने वसुंधरा से भी मुलाकात की। ऐसे में अब चर्चा है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जल्द ही राजधानी जयपुर में एक बैठक करने वाले हैं। नेताओं के बीच हो रही इन मैराथन मुलाकातों के बाद अब यह सवाल उठ रहा है कि आखिर राजस्थान बीजेपी के अंदरखाने में कौन सी खिचड़ी पक रही है? जिसकी महक अब तक बाहर नहीं आई है।
पीएम से वसुंधरा की मुलाकात के मायने
पिछले दिनों 20 दिसंबर को राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने दिल्ली स्थित संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। खास बात ये है कि महज तीन दिन में मोदी और वसुंधरा की यह दूसरी मुलाकात थी। इससे पहले 17 दिसंबर को राजस्थान के एक कार्यक्रम में पीएम मोदी और वसुंधरा राजे की मुलाकात हुई थी। हालांकि दिल्ली वाली मुलाकात की सियासी चर्चा बीजेपी प्रभारी के पोस्ट के कारण से ज्यादा हुई है।
लोकसभा चुनाव के बाद पीएम नरेन्द्र मोदी और राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा के बीच यह पहली बड़ी मुलाकात थी। दिल्ली में हुई मीटिंग को लेकर कहा जा रहा है कि दोनों के बीच लगभग 20 मिनट तक की बातचीत हुई है। पीएम मोदी से मिलने के बाद वसुंधरा राजे के सोशल मीडिया हैंडल पर तस्वीरें भी शेयर की गईं थीं। उस समय राजस्थान बीजेपी प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने बधाई का एक ट्वीट कर दिया था। अग्रवाल के बधाई पोस्ट के बाद से ही सियासी गलियारों में चर्चा छिड़ गई है। सियासी गलियारें में चर्चा को बल उस समय और मिला जब पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने दिल्ली में ही डेरा डाल दिया था।
शाह से मिले भजनलाल
वहीं वसुंधरा राजे और पीएम मोदी की मुलाकात के चार दिन बाद केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा दिल्ली पहुंचे। अमित शाह और भजनलाल शर्मा के बीच भी काफी देर तक बातचीत हुई। अमित शाह से मुलाकात के बाद भजनलाल वसुंधरा राजे से मिलने पहुंचे। भजनलाल ने राजे से मिलने के बाद राजस्थान के कई बड़े नेताओं से दिल्ली में मेल मुलाकात की और जयपुर लौट गये।। अब गुरुवार को सीएम भजनलाल ने राज्य मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई थी, लेकिन ऐनवक्त पर इस बैठक को भी निरस्त कर दी गई।
जयपुर आएंगे जेपी नड्डा
दिल्ली में अमित शाह और पीएम मोदी के साथ बीजेपी के बड़े नेताओं की मेलमुलाकात के बाद पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा राजधानी जयपुर दौरा प्रस्तावित है। जेपी नड्डा वैसे तो गुरुवार को ही जयपुर पहुंचने वाले थे। लेकिन दौरे को कुछ दिनों के लिए फिलहाल टाल दिया है। बताया जाता है कि जेपी नड्डा का दौरा अब नए साल में हो सकता है।
बीजेपी के अंदरखाने में पक रही कौन सी खिचड़ी?
दिल्ली से लेकर राजस्थान की राजधानी जयपुर तक मची सियासी हलचल के बाद यह सवाल उठ रहा है कि आखिर सत्ताधारी पार्टी के अंदर आखिर कौन सी सियासी खिचड़ी पकाई जा रही है? माना जा रहा है कि भजनलाल कैबिनेट में विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां हो सकती है। इसकी चर्चा है। दरअसल राजस्थान की भजनलाल सरकार को एक साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। भजनलाल सरकार में फिलहाल 23 मंत्री हैं। राज्य विधानसभा में विधायकों की संख्या के हिसाब से कुल 30 मंत्री बनाए जा सकते हैं। एक साल का कार्यकाल पूरा होने और लोकसभा चुनाव के बाद से ही राजस्थान के सियासी गलियारों में कैबिनेट विस्तार की अटकलें लगाई जा रहीं थीं। अब कहा जा रहा है कि भजनलाल सरकार में नए सिरे से कुछ मंत्रियों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है।
वसुंधरा राजे गुट के विधायकों को भजनलाल कैबिनेट में तरजीह मिलने की बात भी कही जा रही है। इसकी वजह लोकसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन है। साल 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को केवल 14 सीट ही मिली थीं। कैबिनेट विस्तार के साथ ही राजस्थान में राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर भी चर्चा जोरों पर है। राजस्थान सरकार के बोर्ड और निगमों के कई पदों पर भर्ती प्रस्तावित हैं। जो पिछले एक साल से पूरी नहीं की गई हैं।
राजे की धमाकेदार वापसी की चर्चा
राजस्थान में वसुंधरा राजे की धमाकेदार वापसी की भी चर्चा जोरों पर है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और पीएम मोदी की जारी तस्वीरें पर जिस तरीके से बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने बधाई लिखा। इसके बाद इस चर्चा को बल मिल गया है कि राजस्थान में क्या वसुंधरा की धमाकेदार वापसी हो सकती है। दरअसल 2023 के विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी को बहुमत मिलने पर वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री पद की फ्रंटरनर थीं। हालांकि उनकी जगह सीएम की कुर्सी नए चेहरे भजनलाल शर्मा को मिल गई। वसुंधरा राजे अब फिलहाल बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर हैं। बीजेपी संगठन में चुनाव का भी दौर चल रहा है।
(प्रकाश कुमार पांडेय)