संसद के शीतकालीन सत्र में सियासत और हंगामा जारी है। वर्तमान सत्र संभवतः अपने अंतिम हफ्ते में पहुंच चुका है। लोकसभा में एक दिन पहले मंगलवार 17 दिसंबर को वन नेशन वन इलेक्शन से संबंधित बिल पेश किया गया था। जिसे संसद में आसानी से स्वीकार कर लिया गया। इसके साथ ही बिल को अब जेपीसी के हवाले कर दिया गया है। वहीं संविधान को अंगीकार किए जाने की 75वें साल पर राज्यसभा में संविधान पर दो दिनों की बहस कराई गई थी। जिस पर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार की शाम को बहस पर जवाब दिया। अब विपक्ष ने अमित शाह पर बाबा अंबेडकर के अपमान का आरोप लगाया है। साथ ही शाह से पद से इस्तीफा देने की मांग की है।
- खरगे ने की शाह के इस्तीफे की मांग
- बीजेपी आरएसएस संविधान के खिलाफ—खरगे
- ‘इन्होंने संविधान की प्रतियां जलाईंं थीं’
- विपक्ष का सरकार पर आरोप
- ‘तलाशे जा रहे तानाशाही लगाने के बहाने’
- बाबा साहब को लेकर दिये बयान पर माफी मांगें शाह—विपक्ष
विपक्ष ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संविधान निर्माता बाबा साहब को लेकर की गई टिप्पणी के लिए माफी मांगने की मांग की है। विपक्षी गठबंधन के सभी सांसदों ने आज बुधवार 18 दिसंबर को संसद की कार्यवाही प्रारंभ होने से पहले ही बाबा साहब की तस्वीर लेकर संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। विपक्ष की ओर से बाबा साहब के अपमान का आरोप लगाते हुए केन्द्रीय मंत्री शाह से माफी मांगने की मांग करते हुए नारेबाजी की।
लोकसभा में मंगलवार को पेश किये गये वन नेशन वन इलेक्शन लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के प्रावधान से जुड़े बिल पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। संसद ने यह बिल आसानी से स्वीकार करते हुए बिल को जेपीसी के पास भेज दिया है। इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अमित शाह के इस्तीफे की मांग करते हुए आरोप लगाया कि शाह ने बाबा अंबेडकर का अपमान किया है। कांग्रेस उनके इस्तीफे की मांग करती है।
वहीं संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा गृह मंत्री अमित शाह ने संविधान निर्माता बाबा साहब के प्रति श्रद्धा का भाव प्रकट किया है। संसदीय कार्य मंत्री रिजिजू ने कहा कि सदन में मौजूद सभी लोगों ने बहुत अच्छी तरह से यह सुना है कि गृह मंत्री अमित शाह ने बाबा साहब के प्रति अपनी श्रद्धा का भाव प्रकट किया था। अपमान तो कांग्रेस ने किया है। बाबा साहब का अपमान कांग्रेस ने किया और उन्हें भारत रत्न नहीं दिया गया। बाबा साहब को कांग्रेस ने चुनाव में हराने का भी काम किया है। रिजिजू ने कहा बार-बार कांग्रेस बाबा साहब को अपमानित करने का काम करती रही है। उन्होंने कहा बाबा साहब बौद्ध थे और वे भी बौद्ध हैं। उनके बताए मार्ग पर हम चलते हैं, कांग्रेस या विपक्षी नहीं। यह लोग केवल ढोंग करते हैं।
राज्यसभा में भी आंबेडकर के नाम पर हंगामा
विपक्ष ने राज्यसभा में भी संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर को लेकर अमित शाह के बयान पर हंगामा किया। राज्यसभा में विपक्ष की ओर से किये जा रहे हंगामे पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि बाबा साहब आंबेडकर हम सबके लिए वंदनीय हैं, सम्माननीय हैं और अनुकरणीय हैं।
(प्रकाश कुमार पांडेय)