संसद का शीतकालीन सत्र आज सोमवार 25 नवंबर से प्रारंभ हो गया है। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन आज सोमवार 25 नवंबर को सत्र शुरू होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर करारा बार किया है। पीएम मोदी ने कहा ‘जिनको जनता ने नकार दिया,अस्वीकार कर दिया है, वे भारत की संसद को भी मुट्ठी भर लोगों की हुड़दंगबाजी के जरिए कंट्रोल करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।
बता दें सत्र से पहले रविवार 24 नवंबर को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। जिसमें कांग्रेस की ओर से अडानी समूह पर लगे रिश्वतखोरी के आरोपों पर चर्चा की मांग की है। इसके अतिरिक्त विपक्षी दल की ओर से मणिपुर मुद्दे के अलावा उत्तर भारत में प्रदूषण,संभल जामा मस्जिद हिंसा और रेल हादसों पर भी चर्चा की मांग की है।
- शीतकालीन सत्र है… माहौल भी शीत ही रहेगा
- राहुल गांधी पर साधा निशाना
- जिनको जनता ने नकार दिया,अस्वीकार कर दिया
- वे भारत की संसद को भी मुट्ठी भर लोग
- हुड़दंगबाजी के जरिए कंट्रोल करने की लगातार कोशिश कर रहे
- संसद के शीतकालीन सत्र का आगाज
- 20 दिसंबर तक चलेगा सेशन
- सदन सुनाई दी अडानी मुद्दे की गूंज
- वक्फ संशोधन बिल हो सकता है पेश
- संसद में पेश हो सकते हैं 16 बिल
- अडाणी रिश्वत कांड पर हंगामा
- विपक्ष ने मणिपुर, वायु प्रदूषण पर मांगी चर्चा
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन आज सोमवार 25 नवंबर को सत्र शुरू होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर करारा बार किया है। पीएम मोदी ने कहा ‘जिनको जनता ने नकार दिया,अस्वीकार कर दिया है, वे भारत की संसद को भी मुट्ठी भर लोगों की हुड़दंगबाजी के जरिए कंट्रोल करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं। पीएम ने कहा उनका अपना मकसद तो संसद की गतिविधि को रोकने, अवरोध पैदा करने से ज्यादा सफल नहीं होता है। देश की आम जनता इन सभी को देखती रहती है। जब भी समय आता है तो जनता ऐसे लोगों को सजा भी देती है।
शीतकालीन सत्र है और माहौल भी शीत ही रहेगा-पीएम मोदी
पीएम ने जोर देते हुए यह भी कहा कि शीतकालीन सत्र है और माहौल भी शीत ही रहेगा। पीएम ने कहा साल 2024 का यह अंतिम कालखंड है। देश में उमंग और उत्साह के साथ 2025 के स्वागत की तैयारी की जा रही है। संसद का यह शीतकालीन सत्र कई प्रकार से विशेष भी है। सबसे खा और बड़ी बात है कि हमारे संविधान की यात्रा 75वें साल में प्रवेश होने जा रही है। यह अपने आप में लोकतंत्र के लिए एक बहुत ही सुनहरा और उज्ज्वल मोका है। माना जा रहा है कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और एमवीए को मिली हार के बाद राहुल गांधी पर यह निशाना साधा है।
बता दें विपक्षी दलों की ओर से अडानी समूह के खिलाफ रिश्वत और अमेरिकी मुकदमे समेत कई मुद्दों पर प्राथमिकता के आधार पर सदन में चर्चा कराने की मांग की जा रही है। इन सभी मुद्दों को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में जोरदार टकराव नजर आया। शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में पेश किये जाने वाले वक्फ संशोधन विधेयक समेत 16 विधेयकों को सूचीबद्ध किया गया है।
प्रकाश कुमार पांडेय