छत्तीसगढ़ में धान खरीदी 15 नवंबर से प्रारंभ होने जा रही है। इसके पहले राज्य में इस पर सियासत तेज हो गई है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने इस बार धान खरीदी के कई नियमों को बदलने का आरोप लगाया है। राज्य में इस बार 14 नवंबर से धान की खरीदी हो रही है। धान खरीदी को लेकर पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी सरकार पर हमला किया है। भूपेश ने कहा कि सरकार धान खरीदी में साजिश कर रही है। नई नीति से स्पष्ट है कि किसानों से धान की कम खरीदी करने की साजिश रची जा रही है। बता दें छत्तीसगढ़ में इस बार करीब 160 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी का लक्ष्य तय किया है।
- दीपावली पर्व पकती है धान की फसल
- धान की फसल कटाई में तेजी आई
- किसान और मजदूर कर रहे खेतों का रूख
- MSP पर 14 नवंबर से धान की खरीदी
- राज्य सरकार करेगी समर्थन मूल्य पर किसानों की उपज खरीदी
- इस बार बदल गये धान खरीदी के नियम
- अलग हैं इस बार पिछली बार से खरीदी के नियम
- बीजेपी सरकार ने पलट दिए पूर्व सरकार के फैसले
छत्तीसगढ़ में इस बार एमएसपी पर 14 नवंबर से धान की खरीदी शुरु हो रही है। धान खरीदी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने BJP की सरकार पर हमला बोला है। ऐसे में छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के पहले सियासत तेज हो गई है। जहां छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने धान खरीदी में साजिश का आरोप लगाया है। वहीं उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
इन नियमों में किया बदलाव
- 72 घंटे में बफर स्टॉक के उठाव की नीति को बदला
- बफर स्टॉक के उठाव की कोई सीमा ही नहीं
- मार्कफेड द्वारा समस्त धान का निपटान 31 मार्च कर किया
- धान मिलिंग के लिए घटाकर 60 रुपए कर दिया
धान खरीदी पर लगाए गए आरोप को उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की जनता को पता है कि किस तरह से भूपेश बघेल ने पिछले 5 साल में किसानों के जेब पर डांका डालकर रखा हुआ था। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले 5 साल से जनता काफी परेशान थी। हमारी सरकार आने के बाद किसानों ने अपनी सारी परेशानी भूलकर CM विष्णु देव साय की घोषणाओं पर विश्वास जताया है।
- राज्य सरकार ने किया दावा- खरीदी की तैयारियां पूरी
- भूपेश बघेल ने सरकार पर लगाई आरोप
- कम धान खरीदी के लिए साजिश रच रही सरकार
- धान पर ‘संग्राम’ खरीदी पर सियासी घमासान
- छग में धान खरीदी पर सियासी घमासान
- धान से पहले ‘सियासत की आवक’
- धान खरीदी को लेकर राजनीति तेज
- कांग्रेस ने लगाया साजिश का आरोप
- सरकार की नीयत पर जताया संदेह
- BJP ने सभी आरोपों को नकारा
धान खरीदी के लिए इस बार केवल 47 दिन
पूर्व सीएम बघेल ने कहा 14 नवंबर से 31 जनवरी तक धान खरीदी का समय निर्धारित है। इसमें शनिवार, रविवार और सरकारी छुट्टियों को घटा दें तो केवल 47 दिन ही खरीदी के लिए मिल रहे हैं। इसका अर्थ है कि प्रति दिन सरकार को लगभग साढ़े तीन लाख मिट्रिक टन धान की खरीदी करनी होगी। पूर्व सीएम ने कहा छत्तीसगढ़ में 14 नवंबर से धान खरीदी शुरु होनी है, लेकिन धान को खरीदने वाली राज्य की करीब 2 हजार 58 समितियों के करीब 13 हजार से अधिक कर्मचारी चार नवंबर से हड़ताल पर हैं।
(प्रकाश कुमार पांडेय)