ब्रिक्स समिट : पांच साल बाद मोदी और शी जिनपिंग के बीच मुलाकात…
पीएम मोदी और पुतिन मुलाकात के बाद एक और अच्छी खबर आई। वह खबर थी, पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग मुलाकात की। भारत के पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच पांच साल के अंतराल के बाद यह द्विपक्षीय बैठक हुई।ब्रिक्स सम्मेलन बैठक के बाद दोनों की मुलाकात ऐसे समय में होने जा रही है। जब लद्दाख में LAC पर भारत चीन के बीच चल रहा वर्षों पुराना विवाद सुलझ गया है। जब पिछले साल BRICS देशों का सम्मेलन दक्षिण अफ्रीका में हुआ था, उस समय पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एक-दूसरे से केवल हाथ मिलाया था। उनके बीच द्विपक्षीय बातचीत नहीं हुई थी।
कजान में भारत चीन के बीच द्विपक्षीय बैठक
ब्रिक्स सम्मेलन बैठक के बाद मोदी जिनपिंग मिले
पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच मुलाकात
पांच साल बाद भारत चीन के बीच द्विपक्षीय बातचीत
ब्रिक्स में मोदी पुतिन की मुलाकात..भारत चीन ने मिलाया हाथ
इस मुलाकात की अब तक केवल अटकलें ही लग रही थीं। दरअसल 2020 में उत्पन्न सीमा पर गतिरोध लेकिन समिट से पहले चीन ने भारत के साथ इस बात बात पर राजी हो गया कि वह 2020 के पहले जैसी स्थिति सीमा पर बहाल करेगा। ब्रिक्स बैठक की उम्मीदे जगने लगी थी।
मोदी अब तक 9 बार चीन के दौरे पर रहे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वैसे अब तक चीन का दौरा 9 बार कर चुके हैं। वे 4 बार गुजरात के मुख्यमंत्री रहते वहां गये थे। इसेके बाद जब वे पीएम बने तो 5 बार प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी ने चीन की यात्रा की। वहीं पिछले 10 साल के दौरान भारत के प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अब तक 20 बार मुलाकातें हो चुकी है। इनमें वन-टू-वन बैठक के अतिरिक्त दूसरे देशों में दोनों नेताओं के बीच होने वाली अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में हुईं अनौपचारिक मुलाकातों को भी शामिल किया गया हैं। अब 21वीं बार मुलाकात हुई है।
बता दें पिछली बार 2020 में पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में एलएसी पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसके बाद दोनों देशों के नेताओं के बीच यह पहली द्विपक्षीय बैठक है। पिछले साल अगस्त 2023 में दोनों देश केनेताओं ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान अनौपचारिक बातचीत ही की थी। इससे पहले 15 नवंबर 2022 को भी इंडोनेशियाई राष्ट्रपति की ओर से जी-20 नेताओं के लिए आयोजित डिनर में पीएम मोदी और शी जिनपिंग ने संक्षिप्त बातचीत की थी। एक-दूसरे का अभिवादन भी किया था।
(प्रकाश कुमार पांडेय)