सीएम डॉ.मोहन यादव का बढ़ता सियासी कद…दूसरी पंक्ति के नेता को तैयार करता बीजेपी नेतृत्व…अब शाह के साथ मोहन निभाएंगे हरियाणा में केन्द्रीय पर्यवेक्षक की भूमिका
मध्य प्रदेश में बीजेपी को विधानसभा चुनाव में बहुमत मिलने के बाद पार्टी ने चौकाने वाला फैसला लेते हुए मुख्यमंत्री पद की कमान नये चेहरे के तौर पर डॉ.मोहन यादव को सौंपी। उस समय जरुर मोहन यादव का चेहरा नया और नजर आ रहा था , लेकिन अब करीब 10 माह बाद डॉ.मोहन यादव ने बड़े और कड़े फैसले लिये जिससे उनकी पहचान और उनका सियासी कद धीरे-धीरे बढ़ते नजर आया।
बीजेपी ने हरियाणा विधायक चुनाव की तैयारी के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ एमपी के सीएम डॉ मोहन यादव को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त कर उनके कद को और बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री पद की कमान संभालने के बाद से ही डॉ मोहन यादव लगातार सक्रिय हैं। करीब 10 माह की सरकार चलाने के बाद अब शायद ही कोई ऐसा हो जो यह कह कि मोहन यादव का नया चेहरा है। उनके नेतृत्व में राज्य में हुए विधानसभा के उपचुनाव में जीत मिलने के अलावा बीजेपी का राज्य में लगातार ग्राफ बढ़ा है। हाल ही में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी एमपी के सीएम डॉ मोहन यादव ने वहां पांच विधानसभा सीटों पर प्रचार किया था।, जिनमें दादरी के साथ तोशाम, भिवानी, बवानी खेड़ा और झज्जर में पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया था। जिनमें में से चार सीट पर भाजपा उम्मीदवारों को जीत मिली। हालांकि झज्जर विधानसभा सीट पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। इस तरह 80 फ़ीसदी उन स्थानों पर बीजेपी को विजयश्री मिली जहां पर एमपी के सीएम डॉ यादव ने पार्टी के पक्ष में प्रचार किया था। बता दें हरियाणा विधानसभा का चुनाव बीजेपी के लिए यह ऐसा चुनाव था जिसमें एक-एक सीट का पार्टी के लिए खासा महत्व था। कड़ी टक्कर के बीच बीजेपी ने हरियाणा के विधानसभा चुनाव में सभी पूर्वानुमानों और एग्जिट पोल को झुठलाते हुए जीत की हैट्रिक लगाई है अब वहां विधायक दल का नेता चुना जाना है, जिसकी जिम्मेदारी शाह के साथ मोहन यादव को मिली है।
मोहन के समय खट्टर थे केन्द्रीय पर्यवेक्षक
बीजेपी ने हरियाणा में विधायक दल का नेता चुनने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ एमपी के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। डॉ यादव को मिली यह जिम्मेदारी सियासी तौर पर उनके बढ़ते कद की ओर संकेत करती है। बता दें यह पहला मौका है जब सीएम डॉ मोहन यादव किसी दूसरे राज्य के विधायक दल के नेता के चयन की प्रक्रिया में अहम भूमिका का निर्वहन करेंगे।
इसे सियासी संयोग कहे या कुछ ओर डॉ.मोहन यादव को जब एमपी का मुख्यमंत्री चुना गया था उस समय हरियाणा बीजेपी के वरिष्ठ नेता केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर को केंद्रीय पर्यवेक्षक का जिम्मा दिया गया था। हरियाणा में विधायक दल का नेता चुने जाने के लिए डॉ मोहन यादव को केंद्रीय पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी है।
ओबीसी वर्ग का बड़ा चेहरा
सियासी जानकार मानते हैं कि एमपी के सीएम डॉ.मोहन यादव को ओबीसी का बड़ा चेहरा माना जाता है। जिसके चलते हरियाणा विधानसभा चुनाव के प्रचार में उनका उपयोग किया गया था। यादव और ओबीसी वोटर्स को रिझाने के लिए झारखंड के साथ बिहार विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी उनका उपयोग कर सकती है।