ग्रीन और स्वच्छ महाकुंभ का संदेश देगी यूपी सरकार, महाकुंभ में कई रिकॉर्ड भी बनेंगे…! सिद्ध योग में होगा महाकुंभ का आगाज
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल 2025 की 29 जनवरी को सिद्धि योग में महाकुंभ का आगाज होगा। यह हिंदू सनातन धर्म का सबसे बड़ा धार्मिक उत्सव और मेला माना जाता है। इस पवित्र मेले में शामिल होने के लिए देश ही नहीं दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु आते हैं। हिंदू धर्म की हर विचारधारा और पंथ का इस मेले में समागम दिखाई देता है।
इस बार रिकॉर्ड तोड़ेगा महाकुंभ-2025
ग्रीन और स्वच्छ महाकुंभ का देंगे संदेश
जनसहभागिता से बनेंगे वर्ल्ड रिकॉर्ड
बनेंगे चार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड
महाकुंभ 2025 में टूटेगा अर्धकुंभ का रिकॉर्ड
ऐसे में यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार संगमनगरी प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 की तैयारी जोरशोर से कर रही है। इस बार भव्य और दिव्य महाकुंभ बनाने की तेयारी की जा रही है। इसके साथ ही योगी सरकार दुनिया के सबसे बड़े आयोजन को पूरी दुनिया के सामने मिसाल के रूप में भी पेश करने जा रही है। करीब दो माह तक चलने वाले इस धार्मिक आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के साथ ही इस बार अर्धकुंभ 2019 की तर्ज पर कई बड़े वर्ल्ड रिकॉर्ड्स भी बनाने की तैयारी की जा रही है। यह रिकॉर्ड्स अर्धकुंभ 2019 में बनाए गए रिकॉर्ड्स में और अधिक सुधार करेंगे। सार्वजनिक गतिविधियों में जनभागीदारी की भावना को प्रोत्साहित करेंगे। 2019 में जहां इन गतिविधियों पर योगी सरकार की ओर से 3.5 करोड़ रुपए खर्च किए थे तो वहीं इस बार 5 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है। इस दौरान योगी सरकार पूरे विश्व को ग्रीन और स्वच्छ महाकुंभ का भी संदेश देगी।
हरित और स्वच्छ कुंभ के लिए 5 करोड़ स्वीकृत
उत्तरप्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार न केवल महाकुंभ 2025 को भव्य और दिव्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है बल्कि इस महा आयोजन को दुनिया के सबसे बड़े समागमों के लिए वैश्विक मानक के रूप में पेश करने की भी तैयारी की जा रही है। अर्ध कुम्भ 2019 के रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए योगी सरकार का लक्ष्य वैश्विक समुदाय को हरित और स्वच्छ महाकुंभ का एक मजबूत संदेश देना है। इस बार महाकुंभ 2025 के पावन पर्व पर व्यापक जन भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। इसके तहत सक्रिय जनभागीदारी के जरिए चार नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की योजना है। पिछली बार इसके लिए जहां 3.5 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। वहीं इस बार योगी सरकार की ओर से 5 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है।
राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस तरह के रिकॉर्ड की गतिविधियों को संचालित करने और उसका समर्थन करने के लिए करीब 4 करोड़ 87 लाख रुपये का बजट भी आवंटित किया है। इस राशि में से 2 करोड़ 25 लाख की राशि गतिविधि प्रबंधन के लिए खर्च होगी जबकि 1 करोड़ 62 लाख रुपये संबंधित विकास कार्यों पर खर्च किये जाएंगे। बता दें पिछली बार 2019 के कुंभ में 3 करोड़ 53 लाख से अधिक खर्च कर कई प्रमुख विश्व रिकॉर्ड बनाए गए थे। महाकुंभ 2025 के लिए विभिन्न रिकॉर्ड-तोड़ गतिविधियों के आयोजन इस बार 1 करोड़ 25 लाख से अधिक की राशि खर्च की जाएगी।
मिलेगा ग्रीन एनर्जी — क्लीन एनवायर्नमेंट को बढ़ावा
अर्धकुंभ 2019 में योगी सरकार ने मेला क्षेत्र में 28 फरवरी 2019 को सबसे बड़ी बस परेड निकाली थी। प्रयागराज मेला प्राधिकरण के साथ यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम की परिवहन क्षमता का कुशल प्रबंधन प्रदर्शित करने के लिए इस तरह की गतिविधि के जरिए करीब 503 बसों के बेड़े ने शानदार परेड भी कुंभ से पहले निकाली थी। जो सभी का आकर्षण का केन्द्र बनी थी। इस परेड ने अबुधाबी की ओर से बनाए गए 390 बसों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था। महाकुंभ 2025 में ग्रीन एनर्जी और हेल्दी इनवायर्नमेंट के प्रति जागरूकता संदेश देने के लिए एक हजार इलेक्ट्रिक रिक्शा (ई-रिक्शा) की परेड निकालने की योजना है।
सामुदायिक भागीदारी की भावना को प्रोत्साहन
अर्ध कुंभ 2019 में योगी सरकार द्वारा सर्वाधिक हैण्डप्रिंट प्रिंटिंग का रिकॉर्ड्स स्थापित किया गया था। उस दौरान 8 घंटे में 60 फीट के कैनवास पर 7,664 लोगों के द्वारा हस्ताक्षर पेंटिंग में योगदान दिया गया था। यह रिकॉर्ड एक सामुदायिक भागीदारी गतिविधि थी, जिसमें दुनिया भर के लोगों ने भाग लिया। इस गतिविधि ने दक्षिण कोरिया द्वारा बनाए गए 4675 हस्ताक्षरों के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ा। महाकुंभ 2025 में योगी सरकार ने इस गतिविधि में 10 हजार लोगों को सम्मिलित कर नया रिकॉर्ड स्थापित करने की योजना बनाई है।