यूपी की योगी सरकार की नई पहल: गांव की जरूरत को जानने के लिए शुरू किया सर्वे
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती से गांव की नई जरूर का आकलन करने के लिए सर्वे अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत बड़े स्तर पर विकास की योजनाओं पर परिचर्चा आयोजित की जायेंगी।
नई विकास योजनाओं की तैयारी में योगी सरकार
सर्वे में पता चलेगी गांव की ज़रूरतें
57 000 ग्राम पंचायत में सर्वे
यूपी में है 75 जिले 826 ब्लॉक और 57691 ग्राम पंचायत
अगले बजट सत्र के लिए योजनाओं का अनुमान होगा तैयार
यूपी में 70 फ़ीसदी ग्रामीण आबादी
यह अभियान राष्ट्रीय प्रगति की आधारशिला के रूप में प्रदेश के आत्मनिर्भर गांव और ग्रामीण विकास के महात्मा गांधी के दृष्टिकोण को भी सार्थक करेगा। यूपी सरकार की योजना है कि अभियान के आकलनों के आधार पर तकनीकी विकासात्मक योजनाएं तैयार की जाएं।
सर्वे के जरिए तैयार होगा बजट
दरअसल योगी आदित्यनाथ सरकार सर्वे के जरिए विभिन्न योजना सामाजिक आर्थिक कर्मियों को दूर करने को लेकर रूपरेखा तैयार करेगी। विकास की नई योजनाओं के लिए गांव की ज़रूरतें जानने का प्रयास किया जाएगा। बता दे उत्तर प्रदेश में 75 जिले हैं। जिनमें 826 ब्लॉक और 57 691 ग्राम पंचायत हैं। सर्वे का उद्देश्य मुख्य तौर पर वित्तीय वर्ष 2025- 26 के लिए ग्राम सभाओं के विकास की योजना का आकलन करना है और आकलन के अनुसार बजट आवंटन करना है।
70 प्रतिशत ग्रामीण आबादी
सर्वे के जरिए ग्रामीण इलाकों के बुनियादी ढांचे के साथ सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों के लिए भी कई जरूरी बिंदुओं को इस सर्वे में शामिल किया गया है। इसके अलावा साल 2011 की जनगणना में उत्तर प्रदेश में करीब 77 फीस दी आबादी ग्रामीण क्षेत्र में निवास करती है। ताजा अनुमान के अनुसार अब यह आबादी घटकर 70 फीस दी रह गई है। यह संख्या राज्य की करीब 24 करोड़ आबादी का एक बहुत बड़ा हिस्सा है। ऐसे में गांव की जरूरत को जानने के लिए यूपी सरकार के इस सर्वे से लोगों की जरूर को ध्यान में रखकर बजट तैयार किया जाएगा।