छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने और इस क्षेत्र में अच्छा काम करने वाले अब पुरस्कृत होंगे। ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य में पर्यटन के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करने वाले व्यक्ति या संस्था को हर साल राज्योत्सव के मौके पर 1 नवंबर को पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है। राज्य के सीएम विष्णुदेव साय ने सेंट्रल इंडिया कनेक्ट मार्केटप्लेस के कार्यक्रम के दौरान इसकी घोषणा की। यह आयोजन छत्तीसगढ़ टूरिस्म बोर्ड के साथ छत्तीसगढ़ ट्रेवल ट्रेड एसोसिएशन के साझा तत्वावधान में किया गया था।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने की घोषणा
1 नवंबर को मनाया जाएगा राज्योत्सव
पर्यटन को बढ़ावा देने और इस क्षेत्र में अच्छा काम करने पर मिलेगा पुरस्कार
हर साल राज्योत्सव के मौके पर 1 नवंबर को किया जाएगा पुरस्कृत
मुख्यमंत्री साय ने इस दौरान कहा कि पर्यटन विभाग का सूत्रवाक्य अतिथि देवो भवः है। इस कार्यक्रम में जुटे अतिथियों का वे इसी भाव से स्वागत करते हैं। विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड के साथ छत्तीसगढ़ ट्रैवल ट्रेड एसोसिएशन ने मिलकर सेंट्रल इंडिया कनेक्ट मार्केट प्लस कार्यक्रम का आयोजन किया था। जिसमें राज्य के मुखिया ने कहा छत्तीसगढ़ में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मिले सुझावों पर सरकार विचार करेगी। इन्हें अमल में लाया जाएगा। यह गौरव की बात है कि केन्द्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने इस वर्ष देश के सर्वश्रेष्ठ पर्यटक गांवों की लिस्ट में छत्तीगढ़ के बस्तर स्थित डूडमारास गांव को एडवेंचर टूरिज्म और चित्रकोट गांव को कम्युनिटी बेस्ट गांव की सूची में पहले नंबर पर है।। वहीं सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव के रुप में सरोधादादर ने जगह बनाई है।
पर्यटन के साथ बढ़ेगा स्थानीय रोजगार
छत्तीसगढ़ में पर्यटन गतिविधियों में वृद्धि से स्थानीय समुदाय को जहां रोजगार के अवसर मिलेंगे वहीं सरकार की कोशिश है कि पर्यटन को स्थानीय गतिविधियों के साथ अनुभव के साथ जोड़कर युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को और अधिक विस्तार दिया जाए। छत्तीसगढ़ में जहां प्राकृतिक रुप से वाइल्ड लाइफ टूरिज्म है तो वहीं एग्री टूरिज्म और मेडिकल टूरिज्म के साथ ग्रामीण पर्यटन, एडवेंचर टूरिज्म, वॉटर स्पोर्टस टूरिज्म की संभावनाएं अपार हैं। राज्य में पांच शक्तिपीठ को जोड़ते हुए सरकार सर्किट विकसित कर रही है। स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत जगदलपुर और बिलासपुर डेस्टिनेशन के पर्यटन स्थलों को विकासित किया जाएगा।
बता दें सीएम ने कहा पूरी दुनिया में सतत और रिस्पांसिबल टूरिज्म पर बल दिया जा रहा है। जिससे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी लगातार ठोस कदम बढ़ाये जा सकें। छत्तीसगढ़ के बस्तर में पर्यटन बढ़ेगा तो प्राकृतिक सुंदरता को भी सहेजने में सहायता मिलेगी। इतना ही नहीं इससे हजारों लोगों के रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। छत्तीसगढ़ राज्य ऐतिहासिक तो है ही पुरातात्विक के साथ धार्मिक और प्राकृतिक धरोहरों के गौरवशाली प्राचीन लोक संस्कृति का भी अनुपम उदाहरण है। मुख्यमंत्री ने कहा देश के ऐसे बहुत कम राज्य हैं, जो कि प्रकृति की ओर से इतने समृद्ध हैं। जितना कि छत्तीसगढ़ राज्य है। छत्तीसगढ़ में बड़ा भाग सघन वन से घिरा है। यहां शानदार जलप्रपात तो हैं ही जो मुग्ध कर देने वाले वन्यजीव अभयारण्य के साथ राष्ट्रीय उद्यान भी आकर्षण का केन्द्र हैं।