गुजरात के मोरबी में माच्छू नदी पर बने 140 साल पुराने केबल पुल के रविवार शाम टूट जाने से अब तक 140 लोगों की मौत हो गई। वहीं 50 से अधिक लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। जिनकी तलाश की जा रही है। हादसे के वक्त पुल पर 400 से अधिक लोग मौजूद थे। बता दें एक निजी कंपनी की ओर से सात महीने तक पुल का मरम्मत कार्य करने के बाद इसे चार दिन पहले ही जनता के लिए फिर से खोला गया था। हालांकि पुल को नगरपालिका का फिटनेस प्रमाणपत्र अभी नहीं मिला था। ऐसे में पुल का रखरखाव करने वाली एजेंसी ओरेवा कंपनी के खिलाफ 304ए 308 और 114 के तहत क्रिमिनल केस दर्ज किया गया है। इसकेसाथ ही जांच भी शुरू कर दी गई है।
ओरेवा को दिया था रखरखाव का जिम्मा
मोरबी नगर पालिका के मुख्य अधिकारी संदीप सिंह जाला ने इस बात की पुष्टि की है कि पुल को 15 साल के लिए संचालन और रखरखाव के लिए ओरेवा कंपनी को दिया गया था। इस साल मार्च में पुल को मरम्मत के लिए जनता के लिए बंद कर दिया गया था। लेकिन 26 अक्टूबर को गुजराती नववर्ष दिवस पर मरम्मत के बाद इसे फिर से खोल दिया गया।
मरम्मत पर खर्च किये थे दो करोड़
1887 के आसपास इस ब्रिज का निर्माण मोरबी के तत्कालीन राजा वाघजी रावाजी ठाकोर ने करवाया था। मच्छु नदी पर बना यह ब्रिज मोरबी के लोगों के लिए आकर्शण का केन्द्र था। मोरबी के शासकों के जमाने में बने इस पुल की खासियत यह थी कि जब इसका निर्माण किया गया था तो यूरोप में मौजूद सबसे आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया था। इसके बाद अंग्रेजों के शासन काल में भी यह ब्रिज अच्छी इंजीनियरिंग का प्रतीक बना रहा। पिछले कई साल से समय समय पर इसकी मरम्मत की जा रही थी। दिवाली पर के पर्व खोले जाने से पहले यह पुल सात महीने तक मरम्मत के लिए बंद था। 1.25 मीटर चौड़ा यह ब्रिज दरबार गढ़ पैलेस और लखधीरजी इंजीनियरिंग कॉलेज को जोड़ता है। इसके मरम्मत पर 2 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। इसके बाद इसे पिछले दिनों आमजन के लिए खोल दिया गया था। लेकिन खुलने के पांचवें दिन ही यह ऐतिहासिक पुल नदी में गिर गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख
दुर्घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है। इस हादसे को लेकर पीएम मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और संबंधित अधिकारियों से बातचीत भी की। पीएम मोदी ने मोरबी में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को पीएमएनआरएफ से दो-दो लाख रुपये की राशि की मदद की घोषणा की है। साथ ही घायलों को 50-50 हजार रुपये की राशि दी जाएगी। वहीं केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर घटना पर दुख जताया। उन्होंने गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी और अन्य अधिकारियों से बातचीत की है।
राहुल गांधी और खड़गे ने कार्यकर्ताओं से अपील
पुल हादसे के बाद अब भी कई लोग लापता हैं। इन्हें तलाशने के लिए राहत बचाव कार्य जारी है। लापता लोगों को ढूंढने में पुलिसए एनडीआरएफ के अलावा नौसेना के जवान भी शामिल हो गए हैं। इस बीच इस राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है। इसके अलावा उन्होंने राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं से बचाव कार्य में हर संभव मदद करने की अपील की है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने किया ट्वीट
कंग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने इस हादसे को लेकर एक ट्वीट करते हुए लिखा। गुजरात के मोरबी में सस्पेंशन ब्रिज के गिरने से हुई त्रासदी से गहरा दुख हुआ है। वे कार्यकर्ताओं से बचाव कार्य में हर संभव सहायता देने और घायलों की मदद करने की अपील करते हैं।
कार्यकर्ताओं से राहुल गांधी की अपील
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कहा कि पुल गिरने की खबर बहुत दुखद है। उन्होंने ट्वीट किया। मोरबी में पुल दुर्घटना की खबर बहुत दुखद है। वे ऐसे कठिन समय में सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। वे सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से दुर्घटना में घायल लोगों को हर संभव सहायता देने और लापता लोगों की तलाश में मदद करने की अपील करते हैं।
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