नमस्ते …@एयरविस्टारा…आपकी फ्लाइट में शाकाहारी भोजन को “हिंदू भोजन” और चिकन मटन वाले भोजन को मुस्लिम भोजन क्यों कहा जाता है? आपसे किसने कहा सभी हिंदू शाकाहारी हैं। सभी मुसलमान मांसाहारी हैं?। आप लोगों पर जबरन भोजन की पसंद क्यों थोप रहे हैं? आपको ऐसा करने के लिए किसने अधिकृत किया है। क्या अब आप उड़ानों में सब्जियों, चिकन और यात्रियों को भी सांप्रदायिक बनाने जा रहे हैं? मैं इस दयनीय व्यवहार से इतना स्तब्ध था कि मैंने आपके आदेश की अवहेलना करने के लिए दोनों भोजन बुक कर लिए। यह उस संदेश का एक हिस्सा है जो विस्तारा एयरलाइन्स में सफर करने वाली एक महिला यात्री ने लिखा है।
- विस्तारा की ओर से परोसा गया ‘हिंदू’ और ‘मुस्लिम भोजन’
- सोशल मीडिया पर मचा हिंदू और मुस्लिम भोजन को लेकर बवाल
- विस्तारा पर खाने को सांप्रदायिक बनाने का लगाया आरोप
- महिला यात्री ने की नागर विमानन मंत्रालय से एक्शन लेने की अपील
विस्तारा एयरलाइंस की ओर से फ्लाइट में परोसे गए खाने का मामला अब सोशल मीडिया पर तूल पकड़ता नजर आ रहा है।
दरअसल एयरलाइंस की ओर से उड़ान के दौरान परोसे जाने वाले ‘हिंदू’ और ‘मुस्लिम भोजन’ के लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मचा है। एक महिला यात्री टिक्कू का कहना है कि एयरलाइंस विस्तारा के खराब व्यवहार से वे इतनी हैरान थीं कि आखिरकार उन्होंने यात्रा के दौरान हिंदू और मुस्लिम दोनों फूड ऑप्शन बुक कर लिए। महिला यात्री ने श्रीनगर से जम्मू तक की बहुत छोटी से उड़ान के दौरान अपने टिकट का स्क्रीनशॉट भी सोशल मीडिया पर साझा किया है। जिसमें दिख रहा है कि महिला यात्रा ने छोटी अवधि की फ्लाइट के लिए उन्होंने एक “हिंदू भोजन” और एक “मुस्लिम भोजन” को बुक किया था।
महिला यात्री आरती टिक्कू सिंह ने पिछले दिनों विस्तारा की फ्लाइट में यात्रा की थी, इस दौरान मिलने वाले सभी शाकाहारी भोजन को “हिंदू भोजन” और चिकन को “मुस्लिम भोजन” का लेबल लगाकर परोसने का आरोप उन्होंने लगाया। इतना ही नहीं एयरलाइंस पर खाने को सांप्रदायिक बनाने का भी आरोप महिला यात्री ने लगाया है। इतना ही नहीं उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर अब नागर विमानन मंत्रालय से भी एक्शन लेने की अपील की है।
सोशल मीडिया पर मिली इस तरह की प्रतिक्रिया
इस पूरे मामले को लेकर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। लोगों ने बताया कि एयरलाइन फूड कोड विस्तारा की ओर से तय नहीं किए जाते हैं। बल्कि यह इंडस्ट्री में मानकीकृत होते हैं।
एवियलाज कंसल्टेंट्स के सीईओ संजय लाजर ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि “सामान्य विमानन भाषा में हिंदू भोजन यानी HNML जरूरी नहीं कि शाकाहारी भोजन ही हो। यह भोजन मांसाहारी भोजन भी हो सकता है, जो दरअसल हलाल नहीं है। संजय ने समझाया कि इसी तरह मुस्लिम भोजन यानी MOML मांसाहारी भोजन है जो हलाल है।
कुछ इसी तरह की प्रतिक्रिया जेट एयरवेज के पूर्व सीईओ संजीव कपूर ने भी सोशल मीडिया पर दी है। उन्होंने लिखा है कि यह मानक अंतरराष्ट्रीय फूड कोड हैं। जिसे केवल विस्तारा की फ्लाइट में ही नहीं बल्कि GDS-आधारित एयरलाइंस भी वैश्विक स्तर पर इसका ही प्रयोग करती है। हालांकि संजीव कपूर ने इस तरह के पेचीदा फूड कोड को अपडेट या आधुनिक करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।