महाराष्ट्र के ठाणे स्थित बदलापुर में दो बच्चियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है। जिसका आरोप स्कूल के ही एक अटेंडेंट पर लग रहा है। इस मामले में भारी विरोध प्रदर्शन के बाद महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने एसआईटी के गठन के साथ ही मामले की पैरवी के लिए जाने माने वकील पद्मश्री उज्जवल निकम को केस सौंपा है। उज्ज्वल निकम इससे पहले कई हाई-प्रोफाइल मामलों में बतौर वकील के रुप में पैरवी कर चुके हैं। 26 नवंबर 2008 को उन्होंने मुंबई आतंकी हमले के बाद पकड़े गए एकमात्र जिंदा आतंकवादी अजमल कसाब को फांसी की सजा दिलाई थी। कसाब को फांसी के फंदे तक पहुंचाने में उन्होंने अपनी मजबूत दलीलें कोर्ट में पेश की थीं।
- आतंक और दुष्कर्म के 37 आरोपियों को दिला चुके हैं मौत की सजा
- बदलापुर यौन शोषण मामले में करेंगे सरकार की ओर से कोर्ट में पैरवी
- उज्जवल निकम ने कभी कसाब को फांसी के फंदे तक पहुंचाया था
- अब बदलापुर के दोषियों को दिलायेंगे फांसी की सजा
- ठाणे के बदलापुर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना
- फास्ट-ट्रैक कोर्ट में होगी इस मामले की सुनवाई
- महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने की घोषणा
जाने माने अधिवक्ता पद्मश्री उज्जवल निकम अब तक आतंक और दुष्कर्म जैसे जघन्य मामलों में 628 आरोपियों को उम्र कैद और 37 आरोपियों को मौत की सजा दिलवा चुके हैं। अब उज्ज्वल निकम महाराष्ट्र के बदलापुर यौन शोषण मामले में सरकार की ओर से कोर्ट में पैरवी करेंगे। राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने स्वयं इसकी जानकारी साझा की है। डिप्टी सीएम फडणवीस के आफिस की ओर से एक्स पर लिखा गया है। जिसमें बताया गया है कि डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने यह घोषणा की है कि ठाणे के बदलापुर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच तेजी से की जाएगी। इस मामले की सुनवाई फास्ट-ट्रैक कोर्ट में होगी और वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम को इस मामले में विशेष सरकारी वकील नियुक्त करने का भी निर्णय लिया गया है।
वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम इससे पहले कई हाई-प्रोफाइल मामलों में बतौर सरकारी वकील पैरवी कर चुके हैं। बता दें मुंबई में 26 नवंबर 2008 में हुए आतंकी हमलों में पकड़े गए एकमात्र जिंदा आतंकवादी अजमल कसाब को उज्जवल निकम ने ही अपनी धारदार पैरवी से फांसी के फंदे तक पहुंचाया था। लश्कर-ए-तैयबा से संबंध रखने वाले आतंकी अजमल कसाब को नवंबर 2012 में महाराष्ट्र के पुणे में स्थित यरवदा जेल में फांसी के फंदे पर लटकाया गया था।
चुनाव में कांग्रेस की वर्षा से हारे निकम
उज्ज्वल निकम को देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने इस साल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में मुंबई उत्तर मध्य क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। वे सत्तारूढ़ बीजेपी के टिकट पर लोकसभा के चुनाव मैदान में उतरे थे। हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी वर्षा गायकवाड़ ने उन्हें बेहद करीबी मुकाबले में परास्त कर दिया था।
क्या है बदलापुर कांड
महाराष्ट्र के ठाणे स्थित बदलापुर में दो बच्चियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है। जिसके खिलाफ बदलापुर में लोगों ने जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन किया था। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान गुस्साए लोगों ने मुंबई की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों को रोक दिया। हालांकि विरोध के बाद राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार ने मामले की जांच के लिए SIT गठित की है। बता दें दो मासूम बच्चियों के साथ स्कूल के अटेंडेंट ने ही दो बच्चियों के साथ यौन शोषण की वारदात को अंजाम दिया था। इस घटना के बाद से ही महाराष्ट्र में भारी विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग एनसीपीसीआर ने भी इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए कहा बदलापुर में बच्चियों के साथ हुए यौन उत्पीड़न मामले की जांच की जाएगी। डिप्टी सीएम और राज्य के गृहमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने में शुरुआती देरी के चलते तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित भी कर दिया है। उन्होंने ऐलान किया है कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आरती सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम SIT की जांच करेगी।