क्या “मोर्चा” छोड़ेंगे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन… जाने दिल्ली पहुंचने पर क्या कहा….!
झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा को बड़ा झटका लग सकता है दरअसल राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता चंपई सोरेन के मोर्चा छोड़ने की अटकलें तेज हो गई हैं। वे दिल्ली हैं और उनके साथ 22 विधायक भी आए हैं। हालांकि चंपई सोरेन दिल्ली की इस यात्रा को निजी यात्रा बताते हुए कह रहे हैं कि वह मोर्चा नहीं छोड़ेंगे।
JMM झारखंड मुक्ति मोर्चा के उपाध्यक्ष हैं चंपई सोरेन सरायकेला सीट से विधायक 1991 में पहली बार चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज की
झामुमो के टिकट पर 1995 में जीत हासिल की 2005 से लगातार सरायकेला सीट से हैं विधायक
भाजपा सरकार में 11 सितंबर 2010 से 18 जनवरी 2013 तक मंत्री रहे 2019 में परिवहन मंत्रालय SC-ST और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री बने बिहार-झारखंड विभाजन में शिबू सोरेन के साथ निभाई अहम भूमिका चंपई सोरेन को झारखंड टाइगर के नाम से जाना जाता है
दिल्ली से रांची तक की सियासत में गर्माहट आ गई है माना जा रहा है कि झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले चंपई सोरेन के मोर्चा छोड़ सकते हैं हैं। चर्चा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बगावत कर पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
दिल्ली में 22 विधायकों के साथ चंपई
बता दें पिछले सोमवार को चंपई सोरेन यह बयान देकर सियासत गरमा दी थी कि अभी इंतजार। अभी राजनीति बाकी है। बता दें चंपई जनवरी 2024 की शुरुआत में झारखंड के मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि राजनीतिक उलटफेर के चलते 5 महीने के भीतर ही
चंपई की कुर्सी चली गई थी।
चंपई सोरेन और लोबिन हेम्ब्रम के बीजेपी में जाने की चर्चा चल रही थी। बताया जा रहा हे कि लोबिन हेम्ब्रम और चंपई सोरेन के बीच मुलाकात भी हुई है। ऐसे में लोबिन हेम्ब्रम और चंपई सोरेन की मुलाकात के बाद कई सवाल खड़े हो हैं। लोबिन हेम्ब्रम ने बीजेपी में शामिल होने की चर्चाओं पर अब हामी भी भर दी है। बीजेपी में शामिल होने को लेकर हामी भरने के बाद चंपई सोरेन और लोबिन हेम्ब्रम के बीच हुई मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं।