उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में चढ़ेगा सवा लाख लड्डुओं का भोग, पुजारी परिवार की महिलाएं महाकाल को बंधेंंगी राखी
उज्जैन- 12 ज्योतिर्लिंग में से एक श्री महाकालेश्वर में बाबा महाकाल को लड्डुओं का भोग लगाया जायेगा। मंदिर परिसर में इस परंपरा की शुरुवात उज्जैन कलेक्टर,पुजारी और उनके परिवार की महिलाओ द्वारा की गई थी। इस रक्षाबंधन महाकाल को सवा लाख लड्डूओ का भोग लगाया जायेगा।
आपको बतादे लड्डू बनाने की शुरुवात पांच दिन पहले से हो गई हैं.। बुधवार की सुबह कलेक्टर नीरज सिंह के साथ जनोई पाती परिवार के पंडित घनश्याम पुजारी, संजय पुजारी, आशीष पुजारी, विकास पुजारी, मनोज पुजारी, ने लड्डुओं को बनाने की शुरुवात मंत्रो से की। इस दौरान उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने पूजन किया। कलेक्टर नीरज सिंह ने कढ़ाई में लड्डू डाल कर कहा परंपरा अनुसार सवा लाख लड्डू का भोग लगेगा इसीलिए पूजन कर देश वासियो की मंगल कामना प्राथना भगवान महाकल से की है।
जानकारी के अनुसार पुजारी परिवार की महिलाएं महाकल के लिए हर साल राखी बनाती है और रक्षाबंधन पर उन्हें बांधती भी है। बाबा महाजाल को भस्म आरती के बाद सबसे पहले राखी बंधी जाती है फिर लड्डुओं का भोग लगाया जाता है बतादे की राखी बनाने की शुरुवात हो चुकी है और अगले चार दिनों में यह बनकर तैयार हो जाएगी।
भगवान का सोने चांदी के आभूषण से होगा श्रृंगार
बता दें कि महाकाल मंदिर में इस पर्व को खास बनाने के लिए विशेष तैयारी की जा रही है। पुजारी परिवार की महिलाऐ भगवान महाकाल को बांधने के लिए विशेष राखी तैयार कर रही हैं। भस्म आरती में भगवान महाकालेश्वर का सोनेचांदी के आभूषण से श्रृंगार किया जाएगा। रक्षाबंधन के दिन रविवार-सोमवार की दरमियानी रात 2.30 बजे भस्म आरती में उत्सव मनाया जाएगा।
सवा लाख लड्डू के महाभोग का होता है विशेष महत्व
पुजारी भगवान महाकाल का पंचामृत और फलों के रस से महाअभिषेक करेंगे। महाकाल के दिव्य श्रृंगार के बाद बाद पुजारी परिवार की महिलाएं भगवान महाकाल को राखी बांधेगी। श्रावणी पूर्णिमा पर सवा लाख लड्डू के महाभोग का विशेष महत्व होता है। ज्यादा से ज्यादा महाभक्त प्रसाद ग्रहण कर सकें इसलिए भगवान को सवा लाख लड्डुओं का महाभोग लगाने की परंपरा चली आ रही है।