लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में मिली करारी हार पर मंथन के बाद बीजेपी अब फिर से उभरने के जतन में जुटती नजर आ रही है। राजधानी लखनऊ में जहां तीन दिन तक डेरा जमाकर बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने हार की वजह को तलाशने की कोशिश तो वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनप्रतिनिधियों के साथ बातचीत कर विधानसभा स्तर पर सभी से रिपोर्ट लेते नजर आ रहे हैं। इस बीच बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक होने जा रही है। 14 जुलाई को राजधानी लखनऊ में यह बैठक होगी। पार्टी के खिसके जनाधार को फिर से जोड़ने का खाका बैठक में रखा जाएगा।
- 14 जुलाई को यूपी बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक
- बैठक में रखा जाएगा खिसके जनाधार को फिर से जोड़ने का खाका
- लोकसभा चुनाव में बीजेपी 62 सीटों से घटकर हुई 33
- बीजेपी को सबसे बड़ा झटका पूर्वांचल के इलाके में लगा
- 2024 की हार से हताश नेता और कार्यकर्ता
- विधानसभा उपचुनाव की बनेगी रणनीति
- 10 सीट पर होने वाले उपचुनाव पर होगी चर्चा
- पार्टी संगठन और सरकार के बीच तालमेल बैठाकर चलने की स्ट्रैटेजी
- उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के एजेंडे पर भी होगा मंथन
बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक भी शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त पार्टी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी भी बैठक के पहले सत्र को संबोधित करेंगे। लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद होने वाली बीजेपी कार्यसमिति की बैठक कई मायनों में खासी अहम होने वाली है। ऐसे में अब यह माना जा रहा है कि उत्तरप्रदेश बीजेपी के भविष्य को लेकर बैठक में रोडमैप तैयार होगा? लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद होने वाली बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होेंगे। प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में वैसे तो आमतौर पर तीन 300 के करीब नेता शामिल होते हैं, लेकिन इस बार मामला थोड़ा गंभीर है ऐसे में इनकी संख्या करीब 3 हजार से अधिक होगी।
उत्तर प्रदेश कार्यसमिति की यह बैठक लखनऊ के राम मनोहर लोहिया विधि यूनिवर्सिटी के अंबेडकर ऑडिटोरियम में रखी गई है। कार्यसमिति के सभी सदस्यों के अलावा इस बार राज्य के पार्टी विधायक, यूपी कोटे के मंत्री केंद्रीय मंत्री, लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों को भी आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा उत्तरप्रदेश नगर पंचायत अध्यक्ष के साथ नगर पालिका अध्यक्ष ही नहीं जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुखों को भी बैठक में आमंत्रित किया है।
बैठक में नड्डा भी होंगे शामिल
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी उत्तरप्रदेश कार्यसमिति की बैठक के उद्घाटन सत्र में मारहकर को संबोधन करेंगे। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश की सत्ता सौंपने को लेकर उत्तरप्रदेश के लोगों का आभार भी जताया जाएगा। इसके अतिरिक्त बैठक में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के मुद्दे को लेकर भी झलक भी दिखाई देगी।
विधानसभा की 10 सीट पर होना है उपचुनाव
उत्तरप्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियों की रणनीति पर भी मंथन किया जाएगा। इतना ही नहीं 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भी इस दौरान ब्लू प्रिंट बीजेपी बैठक में रख सकती है।
बिखरे वोट को समेटने की कवायद
लोकसभा चुनाव के समय खराब चुनाव परिणाम के बाद महत्वपूर्ण बैठक हो रही। जिसमें भविष्य को लेकर महत्वपूर्ण फैसला लिए जा सकते हैं। बीजेपी में आने वाले समय में जो परिवर्तन होने हैं उनकी आधारशिला भी इस बैठक में रखी जा सकती है। वहीं प्रदेश के विकास की प्रतिबद्धता के साथ बीजेपी बिखरे सामाजिक ताने-बाने को एक बार फिर से बुनने की कवायद करती नजर आएगी। इसका रोडमैप भी पार्टी की कार्यसमिति की बैठक में रखे जाने की उम्मीद है।
दरअसल चुनाव में बीजेपी की हार के पीछे खबसे अहम दलित और ओबीसी मतदाताओं की नाराजगी रही है। ऐसे में बीजेपी ओबीसी और दलित समुदाय के मतदाताओं को फिर से अपने साथ लाने की रणनीति पर भी मंथन करेगी।
योगी कैबिनेट में फेरबदल की संभावना
बीजेपी कार्यसमिति के बाद उत्तर प्रदेश में सत्ता और संगठन स्तर पर कई बड़े बदलाव भी किए जा सकते हैं। इसमें कई पदों के अलावा, विभिन्न मोर्चे, प्रकोष्ठ विभाग, प्रकोष्ठ के साथ जिलों और क्षेत्रों में भी बड़े परिवर्तन किए जा सकते हैं। इसके साथ ही योगी कैबिनेट में भी बड़ा परिवर्तन किए जाने की की संभावना है। बता दें योगी सरकार के दो मंत्री लोकसभा चुनाव जीतकर लोकसभा सांसद बने हैं। जितिन प्रसाद यूपी में योगी सरकार से इस्तीफा देकर केन्द्र सरकार में मंत्री बने हैं।वहीं मंत्री अनूप वाल्मिकी हाथरस से सांसद का चुनाव जीते हैं। ऐसे में योगी कैबिनेट में विस्तार की संभावना पर बैठक में चर्चा होगी।