देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराये जाने की नौबत आ गई। बीजेपी नीत एनडीए की ओर से जहां ओम बिरला फिर प्रत्याशी बनाये गये हैं तो कांग्रेस और इंडिया गठबंधन ने सदन के सबसे सीनियर और आठ बार के कांग्रेस सांसद के. सुरेश को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। दोनों ने नामांकन भी दाखिल कर दिया है। अब आज लोकसभा अध्यक्ष के लिए चुनाव होगा।
- स्पीकर के पद को लेकर पक्ष विपक्ष में आरपार
- देश के इतिहास में पहली बार होंगे स्पीकर के लिए चुनाव
- एनडीए की ओर से जहां ओम बिरला फिर प्रत्याशी
- कांग्रेस से सांसद के. सुरेश को इंडिया गटबंधन उम्मीदवार
दरअसल इस फैसले तक पहुंचने से पहले कई मोड आये। लोकसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन शपथ के दौरे के बीच स्पीकर के चुनाव पर जबर्दस्त सियासी सरगर्मी देखने को मिली। बीजेपी पूरी ताकत लगा रही थी कि स्पीकर का चुनाव पहले से चली आ रही परंपरा के अनुसार निर्विरोध हो। जबकि काग्रेस भी तो उसी परंपरा के बहाने उपाध्यक्ष पद देने के लिये अड गई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा हमने साफ बोला कि यदि विपक्ष को डिप्टी स्पीकर का पद मिलेगा। तभी स्पीकर के लिये समर्थन दिया जाएगा।
राजराथ के फोन का करते रहे खरगे इंतजार
इस बारे में राजनाथ सिंह का फोन कॉल आया था तो हमने यह बात साफ कर दी थी। राहुल गांधी के मुताबिक कांग्रेस का पक्ष सुनने के बाद राजनाथ सिंह ने यह भी कहा था कि वे मल्लिकार्जुन खड़गे को कॉल बैक करेंगे। मल्लिकार्जुन खड़गे को कॉल बैक करेंगे, लेकिन वो कॉल अभी तक नहीं आया। ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी लोकसभा उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को देने के मूड में नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी कहते कुछ हैं और करते कुछ और हैं। दरअसल लोकसभा अध्यक्ष के पद पर नामाकंन के पहले तक स्पीकर पद को लेकर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह सेतु की भूमिका में रहे। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से बात की और अध्यक्ष का चुनाव सर्वसम्मति से कराने का अनुरोध किया।
राजनाथ सिंह ने कहा कि निर्विरोध चुने जाने की परंपरा कायम रहनी चाहिए। इससे पहले जेपी नड्डा और अमित शाह के बीच भी लंबी बैठक हुई। दूसरी तरफ पीएम मोदी से बिरला ने मुलाकात की। लोकसभा स्पीकर के चुनाव के लिए एनडीए के प्रस्तावक एनडीए की तरफ से वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी रहे। वहीं नामांकन से पहले केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतनराम मांझी, लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास अध्यक्ष चिराग पासवान और यूनाइटेड की तरफ जनता दल यू से ललन सिंह, राममोहन नायडू और अनुप्रिया पटेल से भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बात की थी।