नीट यूजी परीक्षा में धांधली को लेकर सियासत बढ़ती जा रही है। इसके खिलाफ छात्रों के आक्रोश को देखते हुए विपक्षी दलों ने भी सरकार के खिलाफ हमले तेज कर दिये हैं। आम आदमी पार्टी ने जहां विरोध प्रदर्शन कर अपना रोष जताया तो वहीं कांग्रेस भी 21 जून को देशभर में विरोध प्रदर्शन के लिए सड़क पर उतर गई है। यही नहीं युवक कांग्रेस ने अब 24 जून को इस मुद्दे को लेकर संसद के घेराव का ऐलान किया है।
- NEET-UG 2024 पेपर लीक मामला
- कांग्रेस का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन
- NEET परीक्षा पेपर लीक को लेकर सड़क पर उतरी कांग्रेस
- दिल्ली, बिहार, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ सहित
- देश भर में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
- नीट के खिलाफ सड़क पर उतरे कांग्रेस के दिग्गज नेता
- छत्तीसगढ़ में पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी शामिल हुए
- रायपुर के राजीव गांधी चौक पर किया विरोध प्रदर्शन
- जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
कांग्रेस की स्टूडेंट विंग का बड़ा आरोप
युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष करण चौधरी ने कहा एनटीए को तत्काल प्रतिबंध कर देना चाहिए। उन्होंने कहा 2017 में एनटीए बीजेपी की सरकार लेकर आई। लेकिन जो वादा किया वह नहीं निभाया। कहा गया था की परीक्षाओं पर भार कम रहेगा। प्रतिभागियों के हित में काम होगा। परीक्षा एजेंसी निष्पक्ष परीक्षा का आयोजन करायेंगी। लेकिन पिछले तीन-चार दिन में जो बातें सामने आईं हैं वह हैरान कर देने वाली है। उन्होंने धर्मेंद्र प्रधान से अपील की है कि एनटीए को तत्काल बंद कर देना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें लगता है कि धर्मेंद्र प्रधान खुद एनटीए के साथ मिले हुए हैं। वरना कोई भी सरकार एक तरफ 24 लाख बच्चे हैं तो दूसरी ओर एनटीए। ऐसा क्या उनको प्यार नजर आ रहा है एनटीए से कि धर्मेंद्र प्रधान बार-बार उन्हें बचाने की कोशिश करते रहे नजर आ रहे हैं।
NTA पर प्रतिबंध लगाने की मांग
नीट परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी को बैन करने की मांग और 24 जून को संसद के घेराव की का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस की स्टूडेंट विंग एनएसयूआई ने संसद के घेराव का ऐलान कर दिया है। करण चौधरी ने कहा कि उनका प्रदर्शन आगे भी छात्रों के साथ और छात्रों के हित में जारी रहेगा। 24 तारीख को संसद का घेराव करेंगें देश भर के नेट के छात्रों के साथ मौजूद रहेंगे। उन्हीं के लिए वे आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा एफआईआर एनटीए पर होना चाहिए जबकि फिर छात्र संगठनों पर एफआईआर की जा रही है। मंगलवार को नीट परीक्षा रद्द करने की याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को फटकार लगाई तो लगे हाथ केंद्र सरकार को भी नोटिस थमा दिया। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि अगर नीट परीक्षा में 0.01 प्रतिशत भी लापरवाही होती है इसे नजअंदाज नहीं किया जा सकता।
कांग्रेस का कहना है कि NEET-UG 2024 के आयोजन और परिणामों के संबंध में कई शिकायतों और चिंताओं को तत्काल दूर करने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी एनटीए ने 4 जून 2024 को एनईईटी-यूजी 2024 के परिणाम जारी किए थे। कुछ उम्मीदवारों के बढ़े हुए अंकों के बाद अनियमितताओं और पेपर लीक के आरोपों के कारण परिणाम खराब हो गए हैं।
यह है भाजपा शासित राज्यों में हो रहे भ्रष्टाचार के पैटर्न
बढ़े हुए अंकों और अनियमितताओं को लेकर कई चिंताएं हैं। कार्यप्रणाली का खुलासा किए बिना कुछ को ग्रेस अंक प्रदान करना संदेह पैदा करता है। कुछ परीक्षण केंद्रों पर परीक्षा तकनीकी खामी के साथ धांधली ही नहीं परीक्षा में अनुचित साधनों का प्रयोग भी किया।
बिहार ही नहीं गुजरात और हरियाणा में जब विरोध किया तो गिरफ्तारी की गई जिससे भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है। इस धांधली से भाजपा शासित राज्यों में हो रहे भ्रष्टाचार के पैटर्न का पता चलता है। चौधरी ने कहा सुप्रीम कोर्ट ने भी इन आरोपों की गंभीरता ले लेते हुए लापरवाही के प्रति सरकार को फटकार लगाई है और कहा है कि इस तरह की अनियमितताएं परीक्षा प्रक्रिया की विश्वसनीयता को कमजोर करती हैं और अनगिनत समर्पित छात्रों के भविष्य को खतरे में डालती हैं। कांग्रेस ने चुनाव के समय अपने घोषणापत्र में भी पेपर लीक के खिलाफ सख्त कानून बनाकर देश के युवाओं का भविष्य सुरक्षित करने का वादा युवाओं से किया था।