प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मंत्री परिषद की शपथ के बाद अब मंत्रियों के विभागों का बंटवारे के बाद अब संसद सत्र के शुरू होने की तारीख आ गई है। 24 तारीख से संसद का सत्र शुरू होगा जो 3 जुलाई तक चलेगा। इस दरमियान आठ बैठकें होंगी और 2 महत्वपूर्ण कार्य सबसे पहले होंगे। जिसमें नवनिर्वाचित संसद सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। साथ ही लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव भी किया जाएगा। जबकि 27 जून से 3 जुलाई तक राज्यसभा का सत्र बुलाया गया है। इस संक्षिप्त सत्र के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी 27 जून को राष्ट्रपति के भाषण के बाद संसद में अपने मंत्री परिषद के सदस्यों का परिचय करायेंगे। प्रधानमंत्री संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के भाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के बाद जवाब देंगे।
लोकसभा चुनाव 2024 के बाद यह पहला सत्र है। बीजेपी इस बार बहुमत के साथ सत्ता में नहीं लौटी है। हालांकि एनडीए को पूर्ण बहुमत प्राप्त है। एनडीए के पास लोकसभा में 293 सीट हैं। जिसमें से बीजेपी के पास 241 सीट हैं। वहीं विपक्षी गठबंधन को 233 सीट मिली हैं। यानी 18 वीं लोकसभा स्थिति 17 वीं लोकसभा से अलग है। 18वीं लोकसभा में विपक्ष के पास सीट ज्यादा हैं यानी विपक्ष इस बार बहुत ताकतवर है। ऐसे में संसद का यह सत्र हंगामेदार होने की संभावना है।
- 26 जून को होगा लोकसभा स्पीकर का चुनाव
- ओम बिरला प्रमुख दावेदार हैं
- 17वीं लोकसभा में भी अध्यक्ष थे ओम बिरला
- टीडीपी और जेडीयू की नजर भी स्पीकार के पद पर
- दोनों पार्टियों ने मांगा अपने अपने लिए लोकसभा अध्यक्ष का पद
राष्ट्रपति दिलायेंगे प्रोटेम स्पीकर को शपथ
सत्र के तीसरे दिन 26 जून को अध्यक्ष के लिए चुनाव होगा। इसे संबंध में लोकसभा द्वारा बुलेटिन जारी कर यह जानकारी दी गयी है।जिसमें लोकसभा अध्यक्ष पद के चुनाव की तारीख की घोषणा की गई है। बता दें संविधान के अनुच्छेद 93 के तहत नई लोकसभा के पहली बार शुरू होने से पहले स्पीकर का पद रिक्त हो जाता है। लिहाजा राष्ट्रपति सबसे पहले नवनिर्वाचित संसद सदस्यों को पद की शपथ दिलाने के लिए अस्थाई अध्यक्ष को नियुक्ति करेंगे। यानी 24 और 25 जून को प्रोटेम स्पीकर नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाएंगे। संसद सत्र के पहले दो दिन नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। बता दें पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के 7 बार के सांसद राधा मोहन सिंह को प्रोटेम स्पीकर नियुक्ति किये जाने की संभावना है। बता दें राधा मोहन सबसे वरिष्ठ सदस्यों में शामिल हैं।
लोकसभा स्पीकर के दावेदार कौन
संसद के मानसूत्र सत्र की तारीख लगभग फाइनल हो गई है। सूत्रों की माने तो मोदी सरकार 3.0 का मानसून सत्र अगले माह 24 जून से प्रारंभ होगा। सत्र के दौरान जहां वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार 3.0 का पहला बजट पेश करेंगी। वहीं इससे पहले लोकसभाा अध्यक्ष का चयन होगा। ऐसे में 17वीं लोकसभा में अध्यक्ष का दायित्व संभालने वाले ओम बिरला को ही इस बार भी इस पद के लिए प्रमुख दावेदार माना जा रहा हैं। लेकिन चर्चा तो यह भी है कि चंद्रबाबू नायडू की पार्टी तेलुगू देशम पार्टी और नीतिश कुमार की पार्टी जेडीयू दोनों ही इस महत्वपूर्ण पद पर अपनी अपनी नजरें गड़ाए हुए हैं। इन दोनों ही पार्टियों ने लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए अपनी अपनी दावेदारी भी पेश की है।
TDP और जदयू की स्पीकर पद पर नजर
बता दें पूर्व अध्यक्ष जीएमसी बालयोगी के बेटे जीएम हरीश बालयोगी समेत टीडीपी के कई नेताओं के नाम भी स्पीकर के पद के लिए चर्चा में हैं। हालांकि इस संबंध में टीडीपी की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
बीजेपी की सूची में डी पुरंदेश्वरी का भी नाम
वहीं संभावित उम्मीदवारों की सूची में बीजेपी की ओर से ओम बिरला के साथ एक नया नाम आंध्र प्रदेश अध्यक्ष दग्गुबाती पुरंदेश्वरी का भी जुड़ता नजर आ रहा है। बता दें पुरंदेश्वरी टीडीपी नेता एन.चंद्रबाबू नायडू की पत्नी की बहन भी हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उन्हें सर्वसम्मति से उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी के संस्थापक एनटी रामा राव की बेटी दग्गुबाती पुरंदेश्वरी वैसे 2004 और इसके बाद 2009 में कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव जीतीं थीं। इस बार वे राजमुंदरी सीट से बीजेपी सांसद के रूप में लौटी हैं।
गठबंधन की सरकार में अहम होता है स्पीकर का पद
बता दें सदन में स्पीकर को संकट मोचक माना जाता है। खासतौर पर गठबंधन की सरकारों में अध्यक्ष की भूमिका अहम हो जाता है। यही वजह है कि भाजपा के लिए भी अपनी ही पार्टी से लोकसभा अध्यक्ष होना महत्वपूर्ण है। कभी दलबदल की स्थिति बनी तो लोकसभा अध्यक्ष के पास सदन के किसी सदस्य को अयोग्य ठहराने का भी अधिकार होता है।