लोकसभा चुनाव में टीएमसी के गढ़ पश्चिम बंगाल की अहम सीट डायमंड हार्बर सीट की चर्चा ना हो या इसकी चर्चा के बिना यह चुनाव अधूरा है। यहां आज 1 जून को मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की कतार सुबह सात बजे से ही लगना शुरु हो गई थी। मतदाता अपनी बारी का इंतजार करते देखे गये।
- आखरी चरण,पश्चिम बंगाल की 9 सीट पर वोटिंग
- ममता के गढ़ में क्या बीजेपी लगा पाएगी सेंध?
- पश्चिम बंगाल की 9 लोकसभा सीटों पर वोटिंग जारी
- दांव पर टीएमसी के दिग्गज लीडर सौगत रॉय
- ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी
- सुदीप बंद्योपाध्याय की प्रतिष्ठा
- टीएमसी ने जीती थी पिछले चुनाव में यह सभी सीटें
- बारासात लोकसभा सीट
- बशीरहाट लोकसभा सीट
- दमदम लोकसभा सीट
- जादवपुर लोकसभा सीट
- जयनगर लोकसभा सीट
- कोलकाता उत्तर लोकसभा सीट
- कोलकाता दक्षिण लोकसभा सीट
- मथुरापुर लोकसभा सीट
डायमंड हार्बर सीट पर लगी मतदाताओं की कतार…
बता दें कोलकाता से करीब 50 किलोमीटर दूर डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र से टीएमसी के अभिषेक बनर्जी चुनाव मैदान में बनर्जी टीएमसी में नंबर दो और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे हैं।वहीं बोनबहादुर गांव में जब लोगों का यही कहना था ऑनलाइन वोट का अधिकार दिया जाना चाहिए। कोई कहीं से भी वोट डालने की योग्यता रखे। इसकी वजह पूछी तो पता चला यहां यह कहना थोड़ा मुश्किल है की ग्रामीण वोट डाल पाएंगे भी या नहीं। यहां पर छाप वोट यानी बूथ कैपचरिंग कब हो जाए पता नहीं अगर अगर बूथ पर जाएंगे तो वहां उंगली पर स्याही तो लगा देंगे लेकिन यह कहकर भगा दिया जाता है कि तुम्हारा वोट हो गया। जो लोग थोड़ा बहुत विरोध करने की कोशिश में खड़े होते हैं। उन्हें बंदूक की नोंक दिखा दी जाती है।
- बारासात से काकोली घोष दस्तीदार टीएमसी और बीजेपी के स्वपन मजूमदार
- बशीरहाट टीएमसी ने हाजी नूरुल इस्लाम को मैदान में उतारा, बीजेपी ने रेखा पात्रा को बनाया उम्मीदवार
- डायमंड हार्बर लोकसभा सीट टीएमसी अभिषेक बनर्जी
- बीजेपी ने अभिजीत दास को मैदान में उतारा
- सीपीएम ने प्रतिकुर रहमान को उम्मीदवार बनाया
- दमदम लोकसभा सीट पर टीएमसी से सौगत रॉय
- बीजेपी ने शीलभद्र दत्ता को उम्मीदवार बनाया
- सीपीएम ने सुजन चक्रवर्ती को मैदान में उतारा
- जादवपुर लोकसभा सीट पर टीएमसी के सायोनी घोष
- बीजेपी ने अर्निबान गांगुली को बनाया उम्मीदवार,
- सीपीएम से श्रीजन भट्टाचार्य मैदान में
- जयनगर लोकसभा सीट टीएमसी प्रतिमा मंडल
- बीजेपी ने अशोक कंडारी को मैदान में उतारा
- आईएसएफ ने मेघनाथ हल्दर को बनाया उम्मीदवार
- कोलकाता उत्तर लोकसभा सीट पर टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय
- बीजेपी ने इस सीट से तापस रॉय को मैदान में उतारा
- कांग्रेस ने इस सीट से प्रदीप भट्टाचार्य को मैदान में उतारा
- कोलकाता दक्षिण लोकसभा सीट से टीएमसी की माला रॉय
- बीजेपी ने इस सीट से देबाश्री चौधरी को मैदान में उतारा
- सीपीएम ने सायरा शाह हलीम को उम्मीदवार बनाया
- मथुरापुर लोकसभा सीट से टीएमसी के बापी हलदर
- बीजेपी ने इस सीट पर अशोक पुकैत को बनाया उम्मीदवार
- बूथ कैप्चरिंग ममता के गढ़ में बहुत आसान
- यहां बूथ कैप्चरिंग ही है इस सीट की पहचान
- क्या इस बार बदलेगी तस्वीर…!
- वीआईपी है कोलकाता की डायमंड हार्बर सीट
- डायमंड हार्बर सीट से अभिषेक बैनर्जी टीएमसी उम्मीदवार
- TMC में नंबर दो और सीएम ममता बनर्जी के भतीजे हैं अभिषेक
- डायमंड हार्बर सीट पर बूथ कैप्चरिंग सबसे बड़ा मुद्दा
- पुराना है पश्चिम बंगाल में हिंसा और चुनाव का रिश्ता
मतदान से लेकर मतगणना तक मतदाता मौन
गांव में यह स्थिति है कि यहां चुनाव और मतदान को लेकर सवाल करने पर लोग अपना मुंह बंद कर लेते हैं या वहां से चले जाते हैं। जब लोगों से यह कहा गया कि आप बूथ पर जाओ और वहां अपने मन से अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट करो तो वह कहते हैं बूथ के अंदर जाने को तो मिलेगा लेकिन यह भी सुनने का मिलेगा कि तुम अंदर क्यों आए। उंगली पर स्याही लगते ही वह मशीन चलाने वाला रहता है। वहीं बटन दबा देता है। पूछा कि वह कब हुआ तो पंचायत चुनाव की बात की जाती है। यह सब पंचायत चुनाव में हो चुका है इतना ही नहीं विधानसभा चुनाव में भी यही सब कुछ हुआ था। लोकसभा चुनाव में भी यही तैयारी है।
डायमंड हार्बर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र
- 1952 में पहले लोकसभा चुनावों के दौरान अस्तित्व में आई सीट
- पश्चिम बंगाल के 42 लोकसभा सीटों में से एक है डायमंड हार्बर
- डायमंड हार्बर सीट में हैं सात विधानसभा क्षेत्र शामिल
- डायमंड हार्बर, सतगछिया,महेशतला, फाल्टा, बिष्णुपुर, बज बज और मेटियाबुरुज
- दक्षिण 24 परगना जिला और कोलकाता जिले के कुछ हिस्से शामिल
- डायमंड हार्बर कभी भाकपा (मार्क्सवादी), भाकपा और कांग्रेस के पास रही
- 2009 के बाद से टीएमसी का इस सीट पर रहा दबदबा
- टीएमसी ने इस सीट से लगातार तीन चुनाव जीते
- 2024 के लोकसभा चुनावों में टीएमसी से अभिषेक बनर्जी
- दो बार के सांसद रह चुके हैं अभिषेक बनर्जी
- सीपीआई (एम) और बीजेपी के प्रत्याशी बने चुनौती
- डायमंड हार्बर में चुनावी लड़ाई हुई त्रिकोणीय
- सातवें चरण में शनिवार 1 जून को मतदान होना है
विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी और मोदी लड़ रहे हैं। यह सुनकर कुचबिहार से इलेक्शन सामग्री आ रही थी। रास्ते में ही रोक लिया गया और यह कह दिया गया कि बस आने खराब हो गई है थोड़ा रुकना पड़ेगा बाद में पता चला कि सबका वोट हो गया है। बंगाल हिंसा में बंगाल चुनाव में हिंसा की बात करें तो यहां 2018 में हुए पंचायत चुनाव में 2076 सीट ऐसी थीं। जिनमें निर्विरोध निर्वाचन हुआ था। टीएमसी ने 34 फीसदी सीट निर्विरोध ही जीत ली थी। मतदान के दिन हुई हिंसा में करीब 10 लोगों की मौत भी हुई थी।
वहीं 2021 में आठ चरणों में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने आरोप लगाया था कि उनके 14 कार्यकर्ताओं की चुनाव के दौरान हत्या कर दी गई। टीएमसी बीजेपी पर उसके तीन कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतारने का आरोप लगाया था। इससे पहले 2019 में राजनीतिक हत्याओं का दौर चला। इस दौरान करीब 12 घटनाएं हुईं। फरवरी 2021 में केंद्रीय गृहमंत्री ने दावा किया कि बीजेपी से जुड़े 130 लोग टीएमसी कार्यकर्ताओं के हमले में मारे जा चुके हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी वोटिंग और चुनाव के दौरान हिंसा नजर आई थी।