लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान की तारीख जैसे जैसे करीब आ रही है प्रचार की गति भी तेज होती जा रही है। यूपी में लोकसभा की 80 सीटें हैं। पहले चरण में 19 अप्रैल को उत्तरप्रदेश की 8 सीटों पर मतदान होगा। जिनमें बिजनौर, सहारनपुर,कैराना, मुजफ्फरनगर,मुरादाबाद, नगीना के साथ रामपुर और पीलीभीत के मतदाता अपने अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
- यूपी में पहले चरण की आठ लोकसभा सीट
- 8 लोकसभा सीटों पर पहले चरण में मतदान
- बिजनौर, सहारनपुर,कैराना, मुजफ्फरनगर
- मुरादाबाद, नगीना,रामपुर और पीलीभीत
- बीएसपी ने किया चुनाव का प्रचार तेज
- बिजनौर क्षेत्र में आकाश आनंद ने की पहली जनसभा
- मायावती के उत्तराधिकारी माने जाते हैं आकाश आनंद
- आकाश आनंद हैं बीएसपी के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर
- मायावती का गढ़ है बिजनौर लोकसभा सीट
- मोदी लहर में भी 2019 के चुनाव में बीएसपी यहां जीती
बिजनौर लोकसभा सीट पर प्रथम चरण के मतदान से पहले नेताओं के दौरे भी शुरू हो चुके हैं। हम बात कर रहे हैं बसपा की। जिले की बिजनौर और नगीना सुरक्षित सीट पर 19 अप्रैल को वोटिंग होगी। ऐसे में लोकसभा चुनाव में बसपा के राष्ट्रीय कॉर्डिनेटर और मायावती के उत्तराधिकारी आकाश आनंद की भी चुनाव प्रचार में एंट्री हो चुकी है। आकाश आनंद ने नगीना क्षेत्र में चुनावी जनसभा को सम्बोधित किया।
मंच से कांग्रेस ही नहीं बीजेपी को भी लताड़ा
लोकसभा चुनाव 2024 में एक तरफ जहां सभी राजनीतिक दल चुनाव मैदान में तेजी के साथ उतर चुके हैं और चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। वहीं बसपा इस चुनाव प्रचार से वैसे तो अभी तक दूर ही नजर आ रही थी। लेकिन शनिवार को बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर और मायावती के उत्तराधिकारी आकाश आनंद ने चुनाव प्रचार में एंट्री की है। आकाश आनंद ने बिजनौर की नगीना सुरक्षित सीट पर प्रत्याशी सुरेन्द्र सिंह के पक्ष में एक जनसभा को संबोधित किया। बता दें आकाश ने चुनाव प्रचार की शुरआत नगीना से इसलिये भी की है क्योंकि बिजनौर मायावती का गढ़ माना जाता है। मायावती सबसे पहले 1989 में बिजनौर लोकसभा सीट से ही सांसद बनीं थीं और लोकसभा 2019 के चुनाव में मोदी लहर के बाद भी जिले की दोनों सीटों पर बसपा प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। दोनों सीट पर दलित मुस्लिम समीकरण को साधने के लिए ही आकाश आनंद ने नगीना को प्रचार की शुरआत के लिए चुना है।
आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर साधा निशाना
आकाश आनंद ने मंच से बोलते हुए एक तरफ जहां वोटरों को अपने पक्ष में करने का पूरा प्रयास किया। वहीं भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों ही दलों पर वे जमकर बरसे और निशाना साधाते हुए भाजपा सरकार पर जमकर कटाक्ष किया। साथ ही आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्रशेखर का नाम लिये बगैर निशाना साधते हुए कहा कि वे आप लोगों को गुमराह कर आपका मसीहा बताता हैं और आपको गुस्सा कर धरना प्रदर्शन करता है। खुद वहां से हट कर दूसरी जगह चला जाते हैं और आप लोगों के खिलाफ केस दर्ज हो जाते हैं। आप समझ सकते हैं अगर एक युवा पर किसी तरह का केस दर्ज हो गया तो उसे नौकरी में दिक्कत होगी। आगे की पढ़ाई में दिक्कत होगी।