लोकसभा चुनाव का शंखनाद होने के साथ ही प्रत्याशियों के नामों के एलान का सिलसिला शुरु हो गया है। बीजेपी ने अब तक 267 सीट पर अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। जिनमें उत्तर प्रदेश में पार्टी ने 51 सीटों पर टिकट घोषित कर दिए हैं। अभी 24 सीटों पर और प्रत्याशी घोषित किए जाने हैं। लेकिन इन 24 सीटों में छह नाम ऐसे भी हैं जिन पर सबकी निगाहें लगी हैं। वैसे तो सियासी गलियारों में कहा यही जा रहा है कि जिन 24 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा होनी है। उसमें कई बड़े चेहरे आउट हो सकते हैं। लेकिन आधा दर्जन नाम ऐसे हैं जो सबसे ज्यादा चर्चा में हैं। इनमें लोकसभा की पीलीभीत, सुल्तानपुर, प्रयागराज, कैसरगंज और गाजियाबाद समेत बदायूं सीट शामिल है। हालांकि सुल्तानपुर से मेनका गांधी का टिकट काटे जाने की बजाय सीट बदलने की चर्चा सबसे ज्यादा है।
- उत्तर प्रदेश में है लोकसभा की 80 सीटें
- यूपी में बीजेपी ने किये 51 सीट पर प्रत्याशी तय
- बीजेपी ने 51 सीटों पर टिकट किये घोषित
- अभी 24 सीटों पर प्रत्याशी तय करना शेष
- 24 में छह सीट पर सबकी निगाहें लगी
- पीलीभीत से वरुण गांधी हैं सांसद
- सुल्तानपुर से सांसद हैं मेनका गांधी
- बृजभूषण शरण सिंह केसरगंज से सांसद
- गाजियाबाद से सांसद हैं केन्द्रीय मंत्री जनरल वी. के. सिंह
- रीता बहुगुणा जोशी प्रयागराज से हैं सांसद
- बदायूं से सांसद हैं संघमित्रा
- इन 6 सीटों पर मौजूदा सांसदों के टिकट पर संशय
- कुछ का परफॉर्मेंस ठीक नहीं,कुछ नाम विवादों में रहे
माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों के भीतर भाजपा की उत्तर प्रदेश की दूसरी बहुप्रतीक्षित सूची आ सकती है। दरअसल प्रत्याशियों की पहली सूची के बाद बीजेपी में यूपी की अब तक कोई सूची सामने नहीं आई है। क्योंकि अलग-अलग राज्यों में लगातार मौजूदा सांसदों के टिकट काटे जा रहे हैं। ऐसे में यूपी की बची हुई 24 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के सांसदों की घड़कने तेज हो गई हैं। क्योंकि पहले 51 सीटों में से 47 सभी सांसदों को टिकट रिपीट किया जा चुका है। लिहाजा अनुमान लगाया जा रहा है कि बची हुई 24 सीटों में से कई मौजूदा सांसदों का टिकट कटना तय माना जा रहा है। सियासी जानकारों की माने तो भारतीय जनता पार्टी ने कई सीटों पर टिकट काटे जाने के संदेश भी दे दिए हैं।
उत्तरप्रदेश के सियासी गलियारों में 24 सीटों में से इन 6 सीटों पर कई तरह की कयासबाजी जोरों पर चल रही है। जिसमें पीलीभीत से मौजूदा सांसद वरुण गांधी के साथ सुल्तानपुर से मेनका गांधी और कैसरगंज से बृजभूषण शरण सिंह के टिकट पर तलवार लटक रही है। वहीं गाजियाबाद से इस बार जनरल वीके सिंह और प्रयागराज से रीता बहुगुणा जोशी के साथ बदायूं से संघमित्रा को भी टिकट दिए जाने को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है।
हालांकि सियासी जानकारों की माने तो जिन मौजूदा सांसदों का टिकट कटने की चर्चा हो रही है वह कितनी सच होगी यह तो टिकट बंटवारे के बाद पता चलेगा। लेकिन यूपी के सियासी गलियारों में कुछ मौजूदा सांसदों के नाम परफॉर्मेंस और कुछ नाम विवादों में आने के चलते कट सकते हैं।
बृजभूषण को महंगा पड़ा पहलवानों से पंगा
सियासी जानकारों का कहना है कि कैसरगंज से बीजेपी के मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पहलवानों के साथ विवाद के चलते सुर्खियों में रहे हैं, उनके टिकट पर कैची चलना तय है। वहीं पीलीभीत से वरुण गांधी विवादों और बयान बाजी के चलते पार्टी के निशाने पर हैं। जबकि सांसद संघमित्रा के अपने पिता स्वामी प्रसाद मौर्या के विवादित बयानों के चलते निशाने पर हैं। जनरल वीके सिंह का नाम सियासी समीकरणों के चलते अभी असमंजस में हैं।
बेटे को सियासी बागडोर सौंपने की तैयारी में रीता बहुगुणा
प्रयागराज से बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी राजनीतिक सन्यास की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। दरअसल वे अपने बेटे को सियासत में आगे बढ़ाने की चाह में पहले ही राजनीति से संन्यास लेने की बात कर चुकी हैं।
बदली जा सकती है मेनका की सीट
राजनीतिक जानकार कहते हैं कि मेनका गांधी का नाम भी चर्चा में है। हालांकि उनके टिकट कटने को लेकर अब तक को बड़ा आधार सामने नहीं आया है। माना जा रहा है कि बीजेपी मेनका गांधी की सीट बदल सकती है।