इंडिया गठबंधन में सीटों की शेयरिंग लगभग तय हो चुकी है। यही वजह है कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा में अखिलेश यादव शामिल हुए तो वहीं पटना में जनविश्वास यात्रा के समापन पर राहुल गांधी और अखिलेश यादव तेजस्वी और लालू यादव के साथ मंच साझा करते दिखे। लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या इस तरह सीट शेयरिंग और मंच शेयरिंग से ये गठबंधन लोगों के बीच अपनी पैठ बना पाएगा। क्योंकि ये गठबंधन अपने साथियों के साथ सीट शेयरिंग कर रहा है। अलग अलग राज्यों में किस सीट पर कौन सा दल लड़ेगा। इस पर बात तय हो रही है लेकिन सबसे बड़ा सवाल क्या गठबंधन के दल कोई साझा मेनिफेस्टो भी लेकर आएंगे।
- बिना साझा घोषणा पत्र के कैसे वोट मांगेंगे गठबंधन के दल
- क्या गठबंधन का होगा साझा घोषणा पत्र
- क्या दलों का होगा अपना अपना मेनिफेस्टो
- कांग्रेस बनाने में जुटी अपना घोषणा पत्र
गठबंधन में मौजूद दल अपने अपने मैनिफेस्टो तैयार करेंगे लेकिन क्या इनका कोई साझा मेनिफेस्टो भी होगा। बिना साझा मेनिफेस्टो के जनता इन दलों पर भरोसा कैसे करेगी। मसलन अगर यूपीए या इंडिया गठबंधन सरकार में आता है तो अग्निपथ स्कीम का क्या किया जाएगा और न्यूनतम समर्थन मूल्य में किस किस को शामिल किया जाए। क्या गठबंधन के सभी दल इससे सहमत हैं। इस बात की गारंटी कौन लेगा और अगर दलों के बीच इन बातों की सहमति नहीं है तो जनता से कैसे वोट मांगे जाएंगे।
कांग्रेस ने तैयार किया घोषणा पत्र का ड्राफ्ट
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस मेनिफेस्टो कमेटी ने अपने घोषणा पत्र का ड्राफ्ट भी तैयार कर लिया है। अब घोषणापत्र के इस ड्राफ्ट को सीडब्लयूसी की बैठक में पेश किया जाना है। जिसके बाद इसको अंतिम रूप दे दिया जायेगा। कांग्रेस का घोषणा पत्र इस बार लोकसभा चुनाव से पहले ही तैयार हो सकता है। कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र की जानकारी पार्टी नेता पी. चिदम्बरम ने साझा की है। चिदम्बरम ने कहा पार्टी ने ड्राफ्ट मेनिफेस्टो तैयार कर लिया है। अब यह CWC की बैठक में पेश किया जाएगा। जहां बैठक में मेनिफेस्टो को अंतिम रूप देंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस घोषणा पत्र के ड्राफ्ट को पार्टी अध्यक्ष को सौंपेंगे। वहीं कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर रंजीत रंजन का कहना है मेनिफेस्टो कमेटी की ओर से ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। यानी घोषणा पत्र तैयार है। अब CWC के सामने पेश किया जाएगा। जिस पर सीडल्ब्यूसी में मंथन के बाद अंतिम फैसला लेंगे। उसके बाद घोषणा पत्र जनता के सामने पेश किया जाएगा। वैसे लोकसभा चुनाव को लेकर अब यह देखना खासा दिलचस्प होगा कि कांग्रेस अपने घोषणापत्र में मतदाताओं को लुभाने के लिए क्या क्या चुनावी वादे लेकर आने वाली है। कांग्रेस मोदी सरकार को इन दिनों विभिन्न मोर्चों और मुद्दों पर घेरती नजर आ रही है। वहीं लोकसभा चुनाव 2024 के घोषणापत्र को लेकर बीजेपी की ओर से जानकारी सामने आ रही है कि पार्टी पहले जनता से सुझाव लेगी। उसके बाद घोषणापत्र पर ध्यान दिया जाएगा। गुजरात बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने इस संबंध में जानकारी दी और बताया कि पार्टी ने धार्मिक स्थलों के साथ पार्टी कार्यालय में सुझाव पेटियां रखी हैं। जहां जनता से सुझाव लिये जा रहे हैं। इन सुझावों पर घोषणापत्र तैयार करेगी।