लोकसभा चुनाव को लेकर हर सियासी पार्टी जुट गई है। बीजेपी की ओर से जहां दावा किया जा रहा है कि इस बार के चुनाव में वह 400 से ज्यादा सीटें जीतेंगी। वहीं दूसरी ओर बीजेपी और एनडीए को हराने के लिए बने इंडिया अलायंस बिखराव में का दौर दिखाई दे रहा है। इस सबके बीच यहां हरियाणा में भी सियासी गतिविधियां तेज होती जा रही है। तमाम राजनीतिक दल अपनी अपनी रणनीति के तहत चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में जुटे है। आम चुनाव को लेकर सभी दल एक्टिव मोड में नजर आ रहे हैं। इस राज्य में बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में सभी 10 सीट पर जीत हासिल की थी। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा को बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। अपने हरियाणा दौरे के दौरान पीएम रेवाड़ी पहुंचेंगे। जहां स्वास्थ्य,शहरी परिवहन रेल और पर्यटन के क्षेत्र से जुड़ी करीब 9 हजार 750 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और लोकार्पण के साथ आधारशिला रखेंगे।
- पीएम साधेंगे हरियाणा में चुनावी समीकरण
- 2019 के चुनाव में बीजेपी ने जीती थी सभी दस सीट
- इस बार भी सभी सीट जीतने का लक्ष्य
- हरियाणा के रेवाड़ी पहुंचेंगे पीएम मोदी
- देंगे करीब 9 हजार 750 करोड़ रुपये की सौगात
- गुरूग्राम मेट्रो रेल परियोजना की रखेंगे आधारशिला
- करीब 28 किलोमीटर की है मेट्रो रेल परियोजना
- राष्ट्र को समर्पित करेंगे रोहतक.महम.हांसी रेल लाइन
- कम होगी रोहतक और हिसार के बीच की दूरी
- रोहतक महम हांसी खंड में ट्रेन को दिखाएंगे हरी झंडी
- रोहतक और हिसार क्षेत्र में सुधरेगी रेल कनेक्टिविटी
- रोहतक और हिसार क्षेत्र के रेल यात्रियों को होगी लाभ
- नवनिर्मित अनुभव केंद्र ज्योतिसर कुरूक्षेत्र का करें उद्घाटन
- गीता थीम पार्क प्रोजेक्ट के दो भवनों का करेंगे उद्घाटन
- पीएम के साथ सीएम मनोहर खट्टर भी होंगे मौजूद
गुरुग्राम मेट्रो रेल परियोजना की रखेंगे आधारशिला
पीएमओ से मिली जानकारी में बताया कि प्रधानमंत्री मोदी करीब 5 हजार 450 करोड़ रुपये की लागत से विकसित होने वाली गुरुग्राम मेट्रो रेल परियोजना की आधारशिला रखेंगे। बताया जाता है कि यह परियोजना करीब 28 किलोमीटर की है। इसके साथ ही मिलेनियम सिटी सेंटर को उद्योग विहार के पांचवे चरण से जोड़ेगी। वहीं साइबर सिटी के पास मौलसारी एवेन्यू स्टेशन पर रैपिड मेट्रो रेल गुरुग्राम के मौजूदा मेट्रो नेटवर्क से जुड़ेगी। द्वारका एक्सप्रेसवे पर भी इसका विस्तार होगा।
रेवाड़ी में रखेंगे देश के 22वें एम्स की आधारशिला
देश भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जा रहा है। इस दृष्टिकोण से ही अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रेवाड़ी की आधारशिला रखी जा रही है। यहां रेवाडी के माजरा मुस्तिल भालखी गांव में लगभग 1 हजार 650 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले एम्स को 203 एकड़ भूमि पर विकसित किया जाएगा। जिसमें करीब 720 बिस्तरों वाला अस्पताल परिसर और करीब सौ सीटों वाले मेडिकल कॉलेज के साथ 60 सीटों वाले नर्सिंग कॉलेज और 30 बिस्तरों वाले आयुष ब्लॉकए संकाय की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही कर्मचारियों के लिए आवासीय आवास, यूजी और पीजी के स्टूडेंटस के लिए छात्रावास आवास, गेस्ट हाउस और नाइट शेल्टर सहित सुविधाएं होंगी। वहीं प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत स्थापित हरियाणा के रेवाडी एम्स के जरिए लोगों को व्यापक और गुणवत्तापूर्ण के साथ समग्र देखभाल स्वास्थ्य सेवा मिलेगी। इन सुविधाओं में गैस्ट्रो एंटरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, बर्न्स के साथ एंडोक्रिनोलॉजी और प्लास्टिक सर्जरी सहित 18 स्पेशलिटी ही नहीं 17 सुपर स्पेशलिटी में मरीजों की देखभाल होगी। संस्थान में ICU के साथ आपातकालीन और ट्रॉमा इकाई ही नहीं सोलह मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर के साथ यग्नोस्टिक लैब, ब्लड बैंक, फार्मेसी आदि की सुविधाएं भी होंगी। दावा किया जा रहा है कि हरियाणा के रेवाडी में में बनने वाले इस देश के इस 22वें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की स्थापना व्यापक, गुणवत्ता और समग्र देखभाल के साथ स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
कुरूक्षेत्र में नवनिर्मित अनुभव केंद्र ज्योतिसर का उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी आज नवनिर्मित अनुभव केंद्र ज्योतिसर कुरूक्षेत्र का उद्घाटन भी करने वाले हैं। यह अनुभवात्मक संग्रहालय लगभग 240 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है। 17 एकड़ में फैले संग्रहालय में 100,000 वर्ग फुट से अधिक इनडोर जगह शामिल है। यह महाभारत की महाकाव्य कथा के साथ गीता की शिक्षाओं को जीवंत रूप प्रदान करेगा। संग्रहालय में आगंतुकों के अनुभव को समृद्ध करने के लिए एआर 3डी लेजर और प्रोजेक्शन मैपिंग सहित अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है। बता दें ज्योतिसर कुरुक्षेत्र वह पवित्र स्थान है जहां भगवान कृष्ण ने अर्जुन को भगवद गीता का शाश्वत ज्ञान प्रदान किया था।