अयोध्या राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। इसके निर्माण में टाटा ग्रुप ने बड़ी भूमिका निभाई है। एक ओर जहां मंदिर के निर्माण की जिम्मेदारी एल एंड टी को मिली थी और टाटा कंस्ट्रक्शन कंपनी को एल एंड टी के काम को परखने का जिम्मा सौंपा गया था। अयोध्या में लगभग बन चुका राम जन्मभूमि तीर्थ मंदिर में टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स मंदिर परियोजना के लिए मैनेजमेंट कंसल्टेंट के तौर पर काम कर रही है।
- कई प्रोजेक्ट में रहा टाटा ग्रुप का अहम योगदान
- अब राम मंदिर निर्माण से भी जुड़ा टाटा ग्रुप
- टाटा ग्रुप को मिली है काम को परखने की जिम्मेदारी
- भारत में पहली बार टाटा ग्रुप ने ही बेचा आयोडीन युक्त नमक
- 1983 में आयोडीन वाला नमक पैकेट में बेचना शुरू किया
- देश में पहला इंटीग्रेटेड टाटा स्टील प्लांट 1907 में
वैसे देश के सबसे पुराने कारोबारी घरानों में से एक टाटा ग्रुप किसी पहचान की मोहताज नहीं है। घर रसोई में इस्तेमाल होने वाले नमक के पैकेट से लेकर आसमान की सैर कराने वाले एयर इंडिया के विमान तक में ये नाम आपको नजर आ ही जाएगा। इस बिजनेस ग्रुप की कंपनियों ने आधुनिक भारत के निर्माण में बड़ी भूमिका निभाई है। देश के नए संसद भवन और अयोध्या के राम मंदिर निर्माण में भी अहम रोल निभाया है। टाटा प्रोजेक्टस को इस काम के लिए अवार्ड भी हासिल हुआ है। टाटा ग्रुप के फाउंडर जमशेत जी टाटा को इंडियन कॉरपोरेट सेक्टर का पितामह भी कहा जाता है। देश में पहला इंटीग्रेटेड टाटा स्टील प्लांट 1907 में, जबकि इंडिया सीमेंट्स कंपनी 1912 में टाटा ग्रुप की ओर से ही शुरू की गई थी। यही नहीं भारत का अपनी तरह का पहला इंडस्ट्रियल बैंक टाटा इंड्रस्ट्रीयल बैंक इसी ग्रुप ने 1917 में खोला था। इसके अलावा भी कई ऐसी चीजें हैं, जो टाटा ग्रुप से ही देश को मिली हैं। इस लिस्ट में अगला नाम आता है देश की पहली पूर्ण भारतीय बीमा कंपनी New India Assurance Company की, जो 1919 में शुरू की गई थी। पहली विमानन कंपनी Tata Airlines 1932 में स्टार्ट की गई थी। टाटा ग्रुप ने ही भारत में पहली बार 1983 में आयोडीन वाला नमक पैकेट में बेचना शुरू किया था। ग्रुप ने कंस्ट्रक्शन सेक्टर में कभी ना भुलाए जाने वाला काम किया है। इसका उदाहरण है मुंबई का ताज होटल और अब इस लिस्ट में देश का नया संसद भवन के साथ अयोध्या में बने प्रभु श्री राम का मंदिर भी जुड़ गया है।