दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल को ईडी ने एक बार फिर से समन भेजा है। केजरीवाल को ईडी ने समन जारी करते हुए आज 19 दिसंबर को पेश होने के कहा है। इससे पहले ईडी ने दो नंवबर को कोर्ट में हाजिर होने के लिए कहा था। ईडी के नोटिस जारी होने के पहले ही केजरीवाल 19 दिसंबर को विपश्यना के लिए बैंगलूर जाने की घोषणा कर चुके हैं।
- ईडी ने केजरीवाल को थमाया दूसरा नोटिस
- केजरीवाल पहले ही कर चुके बेंगलूर जाने का ऐलान
- केजरीवाल ने न तो सदन में केंद्र सरकार को लेकर कुछ कहा
- मीडिया में भी पीएम के खिलाफ नहीं की कोई बयानबाजी
ईडी को ये दूसरा नोटिस केजरीवाल को जारी हुआ है इससे पहले समन में केजरीवाल ईडी के समक्ष न जाकर मध्यप्रदेश के चुनावी प्रचार मे चले गए थे। लेकिन इन दिनों सियासी गलियारों में इस बात के चर्चे भी हैं कि आखिर केजरीवाल इतना चुप क्यों हैं। आमतौर पर केजरीवाल सदन से लेकर सडक तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल खड़े करते रहे हैं। सदन में केजरीवाल के लंबे भाषणों में प्रतीकात्मक सही प्रधानमंत्री के खिलाफ कोई न कोई टिप्पणी जरूर होती थी लेकिन पिछले दिनों से केजरीवाल ने न तो सदन में केंद्र सरकार को लेकर कुछ कहा न ही मीडिया में पीएम के खिलाफ कोई बयानबाजी की है।
गिरफ्तारी पर जेल से ही सरकार चलाने की कही बात
केजरीवाल को जब ईडी ने पहला नोटिस भेजा तब आम आदमी पार्टी के विधायकों ने बैठक करके कहा था कि अगर केजरीवाल गिरफ्तार होते हैं तो वो इस्तीफा नहीं देगे बल्कि जेल से ही सरकार चलाऐंगे। इस बैठक के बाद पांच राज्यों के चुनाव रहे औऱ इस मुद्दे पर किसी तरह की कोई बात नहीं आई लेकिन इसके बाद अब ईडी ने फिर से समन जारी किया है ईडी के समन के बाद से ही अब ये सवाल फिर उठने लगा है कि केजरीवाल की चुप्पी कहीं बीजेपी या सरकार के आगे किसी सरेंडर की कहानी तो नहीं।
इस नई शराब नीति को लेकर सियासत
दिल्ली की सरकार में 22 मार्च 2021 को तत्कालीन डिप्टीसीएम मनीष सिसोदिया ने नई शराब नीति का ऐलान किया था। इसके बाद 17 नवंबर 2021 को नई शराब नीति 2021-22 लागू भी कर दी गई थी। लेकिन नई शराब नीति आने के बाद केजरीवाल सरकार शराब के कारोबार से बाहर आ गई। पूरी शराब की दुकान निजी हाथों में चली गईं। दरअसल नई नीति को लेकर दिल्ली सरकार का तर्क था कि इससे माफिया राज खत्म होगा। सरकार के रेवेन्यू में बढ़ोतरी होगी। हालांकि नई नीति शुरू से ही विवाद बढ़ते गए। जब बवाल ज्यादा बढ़ा तो 28 जुलाई 2022 को केजरीवाल सरकार ने इस शराब नीति को रद्द कर फिर से पुरानी पॉलिसी लागू कर दी थी।
अब केजरीवाल को बुलावा क्यों
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी ने प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट यानी PMLA के तहत समन भेजा है। ईडी ने अपनी चार्जशीट में कई बार सीएम केजरीवाल के नाम का उल्लेख किया। यह भी आरोप है कि एक्साइज पॉलिसी 2021-22 तैयार की जा रही थी। तब कई ऐसे आरोपी केजरीवाल के संपर्क में थे। इसके साथ ही ईडी ने एक चार्जशीट में यह भी दावा किया कि एजेंसी ने भारत राष्ट्र समिति यानी बीआरएस की नेता के. कविता के अकाउंटेंट बुचीबाबू का बयान दर्ज किया था। जिसमें बताया था कि के. कविता, सीएम केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के बीच राजनीतिक समझ थी। इस दौरान कविता ने मार्च 2021 में विजय नायर से भी मुलाकात की थी। इस मामले में एक और आरोपी दिनेश अरोड़ा ने भी ईडी को जानकारी देते हुए बताया था कि उसने केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की थी। ईडी का यह भी कहना है कि वाईएसआर कांग्रेस के सांसद मंगुटा श्रीनिवासुलु रेड्डी और केजरीवाल के बीच कई दौर की बैठक हुई थीं।