छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में सरकार बनने के बाद तीनों राज्यों के सीएम बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने पहुंचे। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह समेत पार्टी के कई बड़े नेता बैठकों में मौजूद रहे। जेपी नड्डा के आवास पर सबसे पहले राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा और दोनों डिप्टी सीएम पहुंचे। इसके बाद छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय जेपी नड्डा के दिल्ली आवास पहुंचे और आखिर में एमपी के सीएम डॉक्टर मोहन यादव मुलाकात के लिए पहुंचे।
- मप्र में जल्द हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार
- दिल्ली में जेपी नड्डा के आवास पर हुआ मंथन
- गृह मंत्री अमित शाह ने करीब एक घंटे की चर्चा
- CM डॉ. मोहन यादव, दोनों डिप्टी रहे मौजूद
- वीडी शर्मा, नरेंद्र सिंह तोमर, विजयवर्गीय हुए शामिल
- नए चेहरों को मंत्रिमंडल में मिल सकती है जगह
- दिल्ली से रायपुर लौटे CM विष्णुदेव साय
- दिल्ली में बीजेपी आलाकमान से की मुलाकात
- कैबिनेट विस्तार पर विष्णुदेव साय ने कहा
- मंत्रिमण्डल के लिए कुछ चर्चा हुई हैं: सीएम
- ‘जल्द ही नए मंत्रियों के नाम का होगा एलान’
- नए और पुराने चेहरों को मिलेगी जगह: सीएम
राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश तीनों मुख्यमंत्रियों से अलग-अलग मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि बैठक में तीनों राज्यों की सरकार के मंत्रिमंडल को लेकर चर्चा हुई है। वहीं आने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर भी पार्टी की रणनीति तैयार की गई है। साथ ही यह माना जा रहा है कि आगामी दिनों में पार्टी संगठन के कार्यक्रमों को लेकर भी तीनों मुख्यमंत्रियों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। हालांकि बैठक को लेकर पार्टी की तरफ से फिलहाल कोई बयान नहीं आया है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि बैठकों में कहा गया कि विधानसभा चुनाव के समय पार्टी के घोषणापत्र में जो वादे किये गये थे उन्हें 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले लागू किया जाए। जिससे लोगों में विश्वास बना रहे और लोग वादों को पूरा होता देख सकें। इसके साथ ही पार्टी के एजेंडे और राज्य की विकास की योजनाओं पर भी मंथन किया गया।
भजन कैबिनेट में 27 मंत्री शपथ ले सकते हैं
राजस्थान में राज बदलने का रिवाज कायम रखते हुए बीजेपी की सरकार ने कामकाज शुरु कर दिया है। सीएम भजनलाल शर्मा ने शपथ लेने के बाद दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नाड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान वह राजस्थान के मंत्रिमंडल को लेकर केंद्रीय नेतृत्व के साथ मंथन किया। विधानसभा में सदस्यों की संख्या के मद्देनजर राज्य में कुल 30 विधायक ही राजस्थान में मंत्री बनाए जा सकते हैं। लिहाजा 27 मंत्री और शपथ ले सकते हैं। दरअसल कुछ मंत्री पद सरकार में रिक्त भी रखे जाएंगे। केंद्रीय नेतृत्व चाहता है कि युवा और अनुभवी विधायकों के नेतृत्व को तरजीह दी जाए। ऐसे में करीब 11 से 15 केबिनेट मंत्री बनाये जाने की उम्मीद है। बाक़ी मंत्रियों के राज्य मंत्री के तौर पर शामिल किये जाने की चर्चा है। इससे पहले 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा डिप्टी सीएम दीया शर्मा और डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने शपथ ली थी।
ये हैं मप्र के संभावित मंत्री
नई सरकार में कैबिनेट गठन को लेकर तीसरे नंबर पर एमपी की बैठक बुलाई गई थी। जिसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव और उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला के साथ जगदीश देवड़ा, वरिष्ठ विधायक कैलाश विजयवर्गीय, प्रह्लाद पटेल, केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद रहे। मप्र में डॉ. मोहन यादव की कैबिनेट में भूपेंद्र सिंह, एदलसिंह कंसाना, प्रद्युमनसिंह तोमर, उषा ठाकुर, रमेश मंदोला, गोविंदसिंह राजपूत, बिजेंद्र सिंह, प्रदीप लारिया, शैलेंद्र कुमार, आशीष शर्मा,हरिशंकर खटीक, दिव्यराज सिंह, जयसिंह मरावी, मीना सिंह, संजय पाठक, ओमप्रकाश धुर्वे, राव उदयप्रताप सिंह, हेमंत खंडेलवाल, हरिसिंह रघुवंशी, विष्णु खत्री, विश्वास सारंग, कृष्णा गौर, इंदरसिंह परमार, विजय शाह, अर्चना चिटनिस, बालकृष्ण पाटीदार, चिंतामण मालवीय,डॉ.राजेश सोनकर, निर्मला भूरिया आदि शामिल किये जा सकते हैं।