छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के परिणाम को अब केवल कुछ दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में आरोप-प्रत्यारोप के साथ शिकायत का दौर अब भी लगातार जारी है। बीजेपी ने छत्तीसगढ़ की महिला मतदाताओं को अपनी ओर खींचने के लिए एक मास्टर स्ट्रोक अपनाया था। हर महीने उन्हें 12000 रुपये देने की घोषणा की थी। जिसके लिए महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं से फॉर्म भरवाए गए हैं। इसे लेकर कांग्रेस ने निर्वाचन गलत तरीके से फॉर्म भरवाने के आरोप में निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज करवाई है।
- महतारी वंदन योजना पर सियासत
- महतारी पर महाभारत भारी
- बीजेपी की महतारी..किस पर भारी
- कांग्रेस लेकर आई गृह लक्ष्मी योजना
- चुनाव के बाद दावे और वादों का दौर
- 3 दिसंबर को होगी मतगणना
- मतगणना से पहले सियासत का दौर
- बीजेपी का महतारी वंदन पर जोर
थमा नहीं सियासी आरोप प्रत्यारोप का दौर
दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने अपनी चुनावी संकल्प पत्र में प्रत्येक महिलाओं को 12 हजार रुपये मासिक देने की घोषणा की है। इसके लिए घर-घर जाकर महिलाओं से फॉर्म भरवाया गया है लेकिन कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई है कि भाजपा की ओर से गलत तरीके से महिलाओं से फॉर्म भरवाया जा रहा है। इस पर पूर्व मंत्री और विधायक अजय चंद्राकर ने कहा है कि भाजपा की महतारी वंदन योजना से कांग्रेस परेशानी में है। उनमें हिम्मत है तो साबित करके दिखाएं की कहां बीजेपी नेताओं ने गलत तरीके से फॉर्म भरवाया है। महतारी वंदन योजना के पलटवार में कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में मुख्यमंत्री गृह लक्ष्मी योजना के तहत प्रत्येक महिला को सालाना 15 हजार देने की घोषणा की है। इस पर संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा भाजपा के पास अब कोई मुद्दा नहीं है। बीजेपी ने महिलाओं को अपनी ओर खींचने की कोशिश की लेकिन सभी महिलाओं का वोट कांग्रेस को आया है। उन्होंने कहा है कि अजय चंद्राकर एक असभ्य और अशिष्ट नेता हैं। इस तरह की भाषा किसी नेता को शोभा नहीं देती है।
बहरहाल चुनाव से पहले और चुनाव अब बाद अब तक सियासी आरोप प्रत्यारोप का दौर थमा नहीं है। दोनों ही पार्टियों ने अपने-अपने घोषणा पत्र में महिला वोटर को खींचने की काफी कोशिश की है। जहां एक तरफ भाजपा की महतारी वंदन योजना है तो वहीं दूसरी और कांग्रेस पार्टी की गृह लक्ष्मी योजना है। अब देखना होगा की आखिरकार महिला मतदाताओं ने किस योजना पर अधिक विश्वास जताया है। आखिर महिला मतदाताओं ने किसके पक्ष में बंपर वोटिंग की है। यह 3 दिसंबर को स्पष्ट हो जाएगा।
50 से ज्यादा सीट पर महिला मतदाताओं की बंपर वोटिंग
बता दें छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में मतदान संपन्न हो गया है। इसमें खास बात ये है की इस बार छत्तीसगढ़ की महिला मतदाता, पुरुष से ज्यादा होने के साथ साथ महिला मतदाताओं ने पुरुषों के मुकाबले ज्यादा मतदान किया है। राज्य की ऐसी 50 से ज्यादा ऐसी सीट हैंं जहां महिला मतदाताओं ने पुरूषों के मुकाबले ज्यादा मतदान किया। खास बात ये भी है कि राज्य की जिन विधानसभा सीटों पर महिलाओं ने बंपर मतदान किया है वहां ज्यादातर सीटों पर मतदान प्रतिशत भी 80 फीसदी के आसपास या कही कहीं उससे भी ज्यादा है। ज्यादा मतदान वाली सीटों में धरमजयगढ़, लैलूंगा, खल्लारी, कोंडागांव, केशकाल, कोंटा, खुज्जी और भरतपुर-सोनहत जैसी सीट शामिल हैं।
किस योजना ने खींचा महिलाओं का वोट
ऐसे में बड़ा सवाल ये है की छत्तीसगढ़ में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत किस आधार पर बढ़ा है। क्योंकि विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों ने अपने अपने घोषणापत्र में महिला मतदाताओं को लुभाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। दोनों दलों ने ही महिलाओं के लिए एक से बढ़कर एक घोषणाएं की थी।