छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में दो चरणों में मतदान हो चुका है। मतदान में महिलाओं ने बड़ी भागीदारी निभाई है। ऐसा माना जाता है छत्तीसगढ़ में महिलाओं का वोट जिस तरफ गया जीत उसी की पक्की मानी जाती है। शायद इसीलिए दोनों पार्टियों ने अपने चुनावी घोषणा-पत्र में इन्हें साधने की कोशिश की।
- रायपुर-छग महिलाओं के सहारे जीत की बात
- विधानसभा चुनाव में महिलाओं की भागीदारी
- BJP-कांग्रेस के वादे,महिलाएं जिधर…विजय उधर!
- बीजेपी और कांग्रेस के वादे
- महिलाओं को लुभाने की कवायद!
- कितने सफल… कितने असफल!
मध्यप्रदेश की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में भी इस बार विधानसभा चुनाव में महिला वोटरों ने अपनी अहम भागीदारी निभाई है। आधी आबादी से भी ज्यादा वोट महिलाओं के हैं। ऐसे में महिलाओं का वोट जिस तरफ गया उसकी सरकार बननी लगभग तय माना जा रहा है। चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ में कुल 2 करोड़ 3 लाख 93 हजार 160 मतदाता हैं। जिनमें 1 करोड़ 1 लाख 35 हजार 561 पुरुष और 1 करोड़ 2 लाख 56 हजार 846 महिला मतदाता शामिल हैं। वोट बैंक में जिस तरह से महिला मतदाताओं का दबदबा रहा है वह छत्तीसगढ़ के लिए लगभग अविश्वनीय है।
सीएम भूपेश ने की थी कई लुभावनी घोषणाएं
पॉलिटिकल एक्सपर्ट की मानें तो दोनों ही पार्टी ने महिलाओं को साधने के लिए बड़ी-बड़ी स्कीम का वादा किया था। कांग्रेस के वादे की बात करें तो महिलाओं को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ऐलान किया था की रसोई गैसों पर ₹500 की सब्सिडी मिलेगी उसके बाद दिवाली के शुभ अवसर पर गृह लक्ष्मी योजना के अंतर्गत महिला और बालिकाओं को 15000 सालाना देने की बात कही थी। महिला वोटर की मतदान में हिस्सेदारी को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय ठाकुर ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की महिलाओं को भूपेश बघेल सरकार की नीतियों पर भरोसा है जो भी योजना उन्होंने लागू किया है वह सब को देखते हुए सभी ने कांग्रेस पर अपना भरोसा जताया है।
BJP ने भी खोला सौगातों का पिटारा
अगर बात करें भारतीय जनता पार्टी की तो बीजेपी ने विशेष रूप से महिला वोटरों को साधते हुए अपना घोषणा पत्र बनाया था और बीजेपी ने वादा किया था कि 12 महीना तक विवाहित महिलाओं को 1000 रुपये दिया जायेगा और रसोई गैस को 500 रुपये किया जाएगा। इसके अलावा, रानी दुर्गावती योजना के तहत BPL वर्ग में बच्चियों के जन्म पर सौगात देने का वादा किया है। इस लिहाजे से दोनों की स्कीम में चुनाव पर असरदार रही। इस पर भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि महिलाओं का आकर्षण शुरू से ही बीजेपी की ओर रहा है, हम पहले चुनाव हारे है। पहले लेकिन महिला वोटरों का जो मतदान था वह शुरू से ही बीजेपी की तरफ रहा है उन्होंने कहा है कि नरेंद्र मोदी की घोषणाएं महिलाओं पर असरदार है। छत्तीसगढ़ में बीजेपी और कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में किसानों को तो फोकस किया यह साथ-साथ इस बार महिला वोटरों पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। इस बार विधानसभा चुनाव में महिलाओं का भरोसा जीत कर पार्टियां सत्ता में आना चाहती है। बीजेपी और कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में एफ फैक्टर तवज्जो दिया था। अब देखते हैं महिला वोटर का विश्वास किस पार्टियों की तरफ रहता है।