हमास और इजराइल के बीच युद्ध में सीरिया भी कूद पड़ा है। उसने मंगलवार को इजराइल पर रॉकेट से हमला किया था। इसके जबाव में इजरायल की वायूसेना ने सीरिया के मिलिट्री बेस पर जमकर बमबारी की।। आईडीएएफ से मिली जानकारी के अनुसार सीरिया की तरफ दागे गए रॉकेट के जवाब में इजरायल के लड़ाकू विमानों ने उसके मिलिट्री बेस को निशाना बनाया। मोर्टार लांचरों से जमकर हमला किया। जिससे सीरिया का मिलिट्री बेस पूरी तरह से तबाह हो गया है।
- हमास के साथ अब सीरिया बना इजरायल का निशाना
- सीरिया के मिलिट्री बेस पर इजराइल की बमबारी
- हमास के साथ सीरिया तक पहुंची युद्ध की आग
- इजरायल की सेना ने किया सीरिया के मिलिट्री बेस पर हमला
- आईडीएएफ का दावा,सीरिया ने दागे थे रॉकेट
वहीं इजरायल के युद्धक विमानों ने इससे पहले सोमवार को भी गाजा के अलग-अलग हिस्सों में हवाई हमले किए थे। जिसमें वह क्षेत्र भी शामिल है जहां फलस्तीन के लोगों को शरण लेने के लिए कहा गया था। अब इजराइल की ओर से सीमा पर टैंक के साथ हजारों सैनिक लामबंद नजर आ रहे हैं। इजरायल की ओर से कहा गया है कि उसने अगले चरण में सैन्य जोखिम को कम करने के लिए ही इस तरह के हवाई हमले बढ़ा दिए हैं।
अब हमास को खत्म करना ही मकसद : नेतन्याहू
इजरायल और हमास के बीच जारी जंग में इजराइल को बहुत कुछ खोना पड़ा है। हमास के हमले में उसके लोगों की जान चली गई। इसके बाद बदले की कार्रवाई करते हुए हमास पर इजराइल ने हमला किया। इजराइल ने हमास को अब नेस्तानाबूत करने की तैयारी कर ली है। उसे पूरी तरह खत्म करने का मन बना लिया है। इजराइल पीएमओ के प्रवक्ता एयलॉन लेवी की माने तो अब इजराइल के पास कोई विकल्प नहीं है। क्योंकि हमास ने उनके लोगों पर अत्याचार किया है । उन्हें मार डाला है। इजराइल को अब यह किसी भी हाल में युद्ध जीतना है। उन्होंने कहा आतंक के खिलाफ इजराइल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पूरा समर्थन मिल रहा है। क्योंकि हर कोई यह जानता है कि हमास एक आतंकवादी संगठन है।
UN चीफ ने की सीजफायर की अपील
इजराइल और हमास के बीच युद्ध ने वैश्विक संगठनों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। इस बीच UN चीफ एंटोनियो गुटेरेस का एक बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनी इस जंग में जो सह रहे हैं। उसके बावजूद भी हमास के हमलों को कभी भी सही नहीं ठहराया जा सकता है। इसी तरह हमास के हमलों की सजा सभी फिलिस्तीनियों को मिलना भी किसी भी सूरत में सही नहीं है। वहीं UN चीफ एंटोनियो गुटेरेस का यह बयान इजराइल को नागवार गुजरा है। बयान के बाद इजराइली प्रतिनिधि ने उनके इस्तीफे की मांग की है। युद्ध के बीच इजरायल में 1400 से अधिक लोगों के मारे जाने की सूचना है। इनमें से ज्यादातर आम लोग हैं। ये लोग हमास के शुरुआती हमले में मारे गए हैं। वहीं हमले के बाद बच्चों के साथ महिलाओं समेत करीब 212 लोग हमास के पास बंधक हैं। जिन्हें बंधक बनाकर हमास के आतंकी गाजा ले गये हैं। वहीं गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार गाजा में अब तक करीब 4 हजार 600 से अधिक लोग इजराइल के हमले में मारे गए हैं। दावा किया जा रहा है कि मरने वालों में एक अस्पताल में विस्फोट के बाद मारे गए लोग भी शामिल हैं।
इजराइल ने रोकी ईंधन आपूर्ति
वहीं युद्ध के बीच इजरायल ने गाजा में किसी भी तरह के ईंधन की आपूर्ति किये जाने की अनुमति अब तक नहीं दी है। ऐसे में पिछले एक सप्ताह से अधिक समय से वहां बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप है। उधर गाजा के अस्पताल में हालात बिगड़ रहे हैं। उनका कहना है कि अस्पताल में समय से पहले जन्मे बच्चों के लिए जीवन रक्षक मेडिकल उपकरण के साथ इन्क्यूबेटरों का संचालन जारी रखना जरुरी है। इसके लिए जनरेटर के ईंधन की तलाश की जा रही है।