लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्ष ने इंडिया गठबंधन तैयार किया है। लेकिन मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में यह गठबंधन दरकता दिखाई दे रहा है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में तल्खी के बाद मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में जदयू की ऐंट्री भी हो गई है। बता दें मध्य प्रदेश में सपा और कांग्रेस के बीच हुए एक सियासी घटनाक्रम ने देश की सियासत को गर्म कर दिया है। सपा प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ छह सीटों पर गठबंधन करना चाहती थी लेकिन यह गठजोड़ कांग्रेस ने स्वीकार नहीं किया। अब जनता दल यू की पांच उम्मीदवारों की सूची के बाद गठबंधन में तल्ख बढ़ सकती है।
- एमपी चुनाव में I.N.D.I.A. में बगावत
- सपा के बाद जद ने भी किये उम्मीदवार तय
- जद ने उतारे मप्र में 5 प्रत्याशी
- लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बना है विपक्ष का इंडिया गठबंधन
- मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में दरकता दिखाई दे रहा गठबंधन
- कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में दिखाई थी तल्खी
- अब मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में जदयू की एंट्री
- सपा और कांग्रेस के बीच सियासी घटनाक्रम की सियासत गर्म
- जनता दल यू की पांच उम्मीदवारों की सूची
- गठबंधन में तल्ख बढ़ सकती है
एमपी चुनाव में जेडीयू के ये पांच पांडव
बता दें लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्ष की ओर से इंडिया गठबंधन तैयार किया है। ये गठबंधन मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब दरकता दिखाई देने लगा है। पहले जहां गठबंधन के घटक दल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच बयानों में तल्खी देखने को मिली तो अब वहीं एक और घटक दल जेडीयू की मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में ऐंट्री हो गई है। विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड के भी प्रत्याशी चुनाव मैदान में नजर आएंगे। वैसे मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच टिकटों को लेकर एक सियासी घटनाक्रम ने देश की सियासत को गर्म कर दिया । मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ करीब आधा दर्जन सीटों पर सपा गठबंधन करना चाहती थी लेकिन कांग्रेस को यह गठजोड़ रास नहीं आया। अब विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड ने भी चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उसने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची को भी जारी कर दिया है। जदयू ने चुनाव के लिए पांच उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है।
जनता दल यूनाईटेड महासचिव अहमद खान ने इस संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि जेडीयू के 5 उम्मीदवारों में चंद्रपाल यादव पिछोर, शिव नारायण सोनी विजय राघवगढ़, रामकुंवर रायकवार राजनगर,, तोल सिंह भूरिया थांदला और रामेश्वर सिंगला को पेटलावद सीट से टिकट देकर मैदान में उतारा गया है।
JDU पर भाजपा का तंज
नीतीश कुमार की पार्टी की ओर से मध्यप्रदेश में उम्मीदवार उतारे जाने के बाद सियासत गरमा गई है। पांच उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होने के बाद बीजेपी ने जेडीयू पर तंज कसा है। बिहार बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष पाठक की ओर से बयान आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का धैर्य इसलिए टूट गया, क्योंकि उनकी पार्टी जेडीयू को किसी गठबंधन में तरजीह नहीं मिली है। ऐसे में जब जेडीयू की कोई पूछ परख नहीं हो रही है तो वे अब अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रहे हैं। बीजेपी की ओर से दावा किया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव आते आते इंडिया गठबंधन पूरी तरह से धराशाई हो जाएगा, जो अभी दरक चुका है।
जेडीयू-आरजेडी की ओर से आई सफाई
वहीं बीजेपी के निशाने पर आने के बाद जेडीयू की ओर से भी पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। बिहार जेडीयू प्रदेश प्रवक्ता राहुल कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि संगठन और चुनावी विस्तार के उद्देश्य से ही उनकी पार्टी ने एमपी में उम्मीदवारों का ऐलान किया है। एमपी विधानसभा चुनाव में जेडीयू अपनी ताकत देखना चाहती है। उन्होंने कहा जो लोग भी इसपर सवाल खड़े कर रहे हैं वे केवल बयानों की राजनीति कर रहे हैं। जेडीयू का यह भी कहना है कि राजनीतिक उद्देश्य से चुनावी मैदान में उतरने में कोई हर्ज नहीं होना चाहिए है। वहीं आरजेडी की ओर से भी जेडीयू उम्मीदवारों के मैदान में उतरने पर सफाई दी गई है। आरजेडी की ओर से कहा गया है कि अभी लोकसभा के चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन में रूपरेखा तय की गई है, लेकिन विधानसभा चुनाव में गठबंधन के सभी दल अपने हिसाब से अपने अपने उम्मीदवार उतार रहे हैं। उनहोंने कहा कि जहां जहां संभव हो रहा है वहां वहां विपक्षी दल एक दूसरे की मदद भी की जा रही है। आरजेडी की ओर से यह भी दावा किया गया है कि लोकसभा चुनाव में विपक्ष के गठबंधन इंडिया बीजेपी का सफाया कर देगा। जेडीयू उम्मीदवारों के नाम सामने आने के बाद आरजेडी की ओर से भले ही सफाई दी जा रही हो लेकिन यह भी हकीकत है कि एमपी विधानसभा चुनाव में जेडीयू के उम्मीदवारों की फिलहाल पहली ही सूची जारी हुई है। अभी इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि जेडीयू आने वाले दिनों में अपने और उम्मीदवार को मैदान उतार सकती है। ऐसे में यह देखना भी बड़ा दिलचस्प होगा कि जेडीयू क्या एमपी के बाद दूसरे चुनावी राज्यों में भी अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतरेगी।