मध्यप्रदेश की राजनीति में रुचि रखने वालों के लिए छिंदवाड़ा का नाम नया नही है। इस शहर का नाम सुनते ही आपके दिमाग में सबसे पहले नाम आता है कमलनाथ का। खास बात ये है कि वर्तमान में इस विधानसभा सीट से कमलनाथ ही विधायक हैं। इसलिए ये राज्य की सबसे वीआईपी सीट में शामिल है। छिंदवाड़ा सीट पर पिछले कुछ सालों के चुनावों की बात करें तो मतदाताओं ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों का बटन दबाया है। तो आइए जानते हैं इस सीट के आंकड़े, समीकरण और इतिहास।
छिंदवाड़ा विधानसभा सीट पर पिछले चुनावों का इतिहास
- कांग्रेस भाजपा के बीच रही कांटे की टक्कर
- 1972 से 1993 तक कांग्रेस का रहा दबदबा
- 1990 में भाजपा ने छिंदवाड़ा में की थी जीत दर्ज
- कांग्रेस के दीपक सक्सेना 1993 में फिर इस सीट से जीते
- 2008 और 2018 में भी कांग्रेस ने ही दर्ज की जीत
- 2008 के चुनाव कांग्रेस के दीपक सक्सेना जीते
- 64,740 वोट से चुनाव जीते थे दीपक सक्सेना
- 2008 में भाजपा के चौधरी चंद्रभान सिंह को मिली थी हार
- 2013 में भाजपा के चौधरी चंद्रभानसिंह जीते
- कांग्रेस के दीपक सक्सेना को मिली थी 2013 में हार
- चंद्रभान सिंह 24,778 अधिक वोट से जीते थे चुनाव
- 2019 के उपचुनाव में कमल नाथ सीट पर की जीत हासिल
- वर्तमान में ये सीट कांग्रेस के कब्जे में है
2018 के चुनाव की स्थिति
- 2018 के चुनाव में फिर कांग्रेस ने किया था कब्जा
- 2018 में कांग्रेस के दीपक सक्सेना ने दर्ज की थी जीत
- 104,034 वोटों के साथ जीते थे दीपक सक्सेना
- भाजपा के चौधरी चंद्रभान सिंह को मिली थी हार
- 2018 में कमलनाथ बने थे मुख्यमंत्री
- कमलनाथ के लिए दीपक सक्सेना ने छोड़ी थी सीट
- 2019 के उपचुनाव में जीते थे कमल नाथ
- 1,14,459 वोट पाकर कमलनाथ ने की थी बड़ी जीत दर्ज
- बीजेपी के विवेक बंटी साहू को को मिली थी हार
- 25,837 वोटों के अंतर से हारे थे विवेक बंटी साहू
विधानसभा सीट के विधायकों की सूची
- 1972 जगदीश प्रसाद चंद्राकर (कांग्रेस)
- 1977 बिजय कुमार पेंटी (कांग्रेस)
- 1980 विजयकुमार धनपाल (कांग्रेस
- 1985 कमलेश्वरी शुक्ला (कांग्रेस)
- 1990 चंद्रभान सिंह कुबेर सिंह (भाजपा)
- 1993 दीपक सक्सेना (कांग्रेस)
- 2008 दीपक सक्सेना (कांग्रेस)
- 2013 चंद्रभान सिंह चौधरी (भाजपा)
- 2018 दीपक सक्सेना (कांग्रेस)
- 2019 कमल नाथ (कांग्रेस) उपचुनाव
छिंदवाड़ा में मतदाताओं की संख्या
- छिंदवाड़ा जिले में कुल 2,62, 745 वोटर
- छिंदवाड़ा जिले में 1,33,068 पुरुष मतदाता
- छिंदवाड़ा जिले में 1,29,671 महिला मतदाता
यहां सीएम फेस और विकास ही प्रमुख चुनावी मुद्दा
छिंदवाड़ा विधानसभा के लिए प्रमुख मुद्दे की बात की जाए तो इस बार भी लोग विकास को ही महत्व देंगे। एक तरफ कांग्रेस कहती है कि उसने 15 महीनों की कमलनाथ की सरकार के कार्यकाल के दौरान जो विकास काम छिंदवाड़ा में किये, नई परियोजनाएं शुरु की उन्हें सरकार बदलने के बाद शिवराज सिंह की सरकार ने रोक दिया है। बजट में कटौती भी की है। इधर बीजेपी नेताओं का कहना है कि कमलनाथ ने सिर्फ छिंदवाड़ा की जनता को धोखे में रखा और राजनीति की है। जो कुछ भी असल में विकास हुआ है वह भाजपा की देन है। इसके अलावा यहां दूसरा मुद्दा मुख्यमंत्री का चेहरा होगा। दरअसल कांग्रेस कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने के नाम पर वोट मांग रही है। जिससे लोगों का साफ कहना है कि छिंदवाड़ा से कमलनाथ फिर जीतकर सीएम बने तो एक बार फिर छिंदवाड़ा के विकास की रफ़्तार तेज होगी।