राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA ने गैंगस्टर टेरर नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की है। यूपी, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली-एनसीआर समेत आधा दर्जन राज्यों में एक साथ छापामार कार्रवाई की जा रही है। एनआईए कुल मिलाकर करीब 50 से अधिक जगहों पर रेड कर रही है। पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में छिपकर बैठे गैंगस्टर्स के संबंध खालिस्तानी आतंकियों से जुड़े होने के सबूत मिले हैं। खालिस्तानी आतंकियों के माध्यम से ही इन गैंगस्टर्स को आसानी से हथियार मिल रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि एनआईए ने इसे ही ध्यान में रखते हुए ये रेड की है।
- आतंक के खिलाफ NIA की रेड
- आतंकी और गैंगस्टर के खिलाफ बड़ा कदम
- 6 राज्यों में NIA की बड़ी कार्रवाई
- 100 से ज्यादा जगहों पर छापा
- गैंगस्टर-आतंकी गठजोड़ की कमर तोड़ने की तैयारी
- राष्ट्रीय जांच एजेंसी की बड़ी कार्रवाई
- आधा दर्जन राज्यों में गैंगस्टर टेरर नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई
एनआईए ने कुल मिलाकर इन प्रदेशों में 51 जगहों पर रेड की है। एनआईए की ओर से बताया गया है कि 6 राज्यों में 3 मामलों में लॉरेंस बंबीहा के साथ अर्श डल्ला गिरोह के सहयोगियों से संबंधित 51 स्थानों पर छापेमारी कर रही है। पंजाब के मोगा और भठिंडा में एनआईए की टीम मौजूद है। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग और बंबीहा गैंग चर्चा में थे। चर्चा जोरों पर है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग को टक्कर देने के लिए बंबीहा गैंग ने ही पाकिस्तान की मदद भी ली थी। वहीं अर्श डल्ला विदेश में छिपा है। वहां से ही अपने अपराध को अंजाम दे रहा है।
हरियाणा, पंजाब और यूपी जैसे राज्यों में गैंगस्टर्स की गतिविधियां तेज
यह भी जानकारी मिली है कि पिछले कुछ महीनों में हरियाणा, पंजाब और यूपी जैसे राज्यों में गैंगस्टर्स की गतिविधियां तेज हो गई हैं। वे एक्टिव हो गए हैं। इन गैंगस्टर्स को अपने कामों को अंजाम देने के लिए फंड की जरूरत पड़ रही है। यह फंड पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से आने वाले ड्रग्स और खालिस्तानी आतंकियों के माध्यम से पूरा किया जा रहा है। इसके अलावा कई सारे ऐसे भी गैंगस्टर्स हैं। जिन्हें हथियारों की आवश्यकता है। इन्हें पूरा करने के लिए ही खालिस्तानी आतंकियों से संपर्क किया जा रहा है। जांच एजेंसी एनआईए को भली-भांति ये बात मालूम है कि आतंकियों और गैंग्सटर्स का ये गठजोड़ देश के लिए खतरे का सौदा हो सकता है।
गैंग्सटर्स संग पाकिस्तान का गठजोड़
बता दें पड़ोसी देश पाकिस्तान के रास्ते भारत में न सिर्फ नशे का कालाकारोबार किया जा रहा है ड्रग्स की सप्लाई की जाती है। बल्कि चोरी छुपे आतंकियों को भी यहां भेजा जाता है। पाकिस्तान यह जानता है कि अगर उसे भारत में अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देना है तो गैंगस्टर्स ही उसकी मदद कर सकते हैं। यही वजह है कि हथियारों के लालच के जरिए गैंग्स्टर्स को अपनी ओर किया जा रहा है। इस काम को अंजाम देने के लिए इस्लामिक आतंकियों के बजाय खालिस्तानी आतंकियों की मदद ली जा रही है। कनाडा में छिपकर बैठे हुए खालिस्तानी आतंकी लगातार आईएसएसआई के संपर्क में हैं। हालाकि कई राज्यों की पुलिस ने गैंगस्टर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। लेकिन इसके बाद भी कुछ ऐसे गिरोह अभी भी हैं जो सक्रिय हैं। इनमें से अधिकांश चोरी छिपे अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। जबकि कुछ आतंकी जेल की सलाखों के पीछे बंच हैं। वहीं अभी तक पाकिस्तान को ही जम्मू-कश्मीर के रास्ते आतंकी साजिश रचने के लिए जाना जाता रहा है लेकिन वे आए दिन ड्रोन के जरिए पंजाब से लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्रग्स की सप्लाई करता रहता है। सीमा पर बीएसएफ के जवान पिछले कई महीने में कई बार पाकिस्तानी ड्रोन मार गिराए हैं।