प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर देश और विदेश से राजनेताओं के साथ समाजसेवी और पत्रकार बधाई दे रहे हैं। साल 1950 में आज ही के दिन 17 सितंबर को गुजरात में नरेन्द्र मोदी का जन्म हुआ था। देश भर में जोश और उल्लास के साथ पीएम नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन मना गया। अपने-अपने अंदाज में लोगों ने उन्हें बधाइयांऔर शुभकामनाएं भी दी। वहीं वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अलग अंदाज में जन्मदिन की बधाई दी है। पत्रकार दीपक चौरसिया ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर नरेंद्र मोदी के कुछ इंटरव्यू भी शेयर किए हैं। वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया लिखते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को समझना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है। वे अपने आउट ऑफ़ द बॉक्स फ़ैसलों से देश और दुनिया को ही नहीं बल्कि अपनी पार्टी के लोगों को भी कई बार अचंभित कर देते हैं। वे अपने लीक से हटकर फैसले लेते हैं।
- पीएम नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन
- देश के वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने दी बधाई
- पीएम नरेंद्र मोदी को दी उनके जन्मदिन की बधाई
- 2002 से 2019 तक लिये नरेंद्र मोदी के 5 इंटरव्यू
- ट्वीट पर पत्रकार दीपक चौरसिया ने लिखा
- ‘प्रधानमंत्री मोदी को समझना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है’
- ‘मोदी लीक से हटकर लेते हैं फैसले’
- ‘देश-दुनिया को ही नहीं बल्कि पार्टी के लोगों को भी कर देते हैं हैरान’
देश वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया अपने ट्वीट में आगे लिखते हैं कि वे पिछले 30 साल से नरेन्द्र मोदी के राजनीतिक सफर को बहुत करीब से देखते रहे हैं। बतौर पत्रकार उनके तीन साक्षात्कारों (वर्ष 2002, 2008, 2012) में जब नरेन्द्र मोदी का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए दूर-दूर तक चर्चा में भी नहीं था। तब मैंने उनसे हर बार यही सवाल पूछा कि आप प्रधानमंत्री कब बनेंगे और दिल्ली कब जायेंगे? …मोदी ने बेबाकी से दिया जवाब…इसके बाद साल 2014 में जब उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया और जब साल 2019 में देश के प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने अपने फैसलों की सभी ने सराहना की दुनिया भर में.. .कई मुद्दों पर मुझे उनकी स्पष्ट राय मिली। देखिए प्रधानमंत्री के वो धमाकेदार ‘5 इंटरव्यू।
मेरा सब कुछ मणिनगर है
पत्रकार दीपक चौरसिया ने पहली बार 2002 में नरेन्द्र मोदी का साक्षात्कार किया था। उन्होंने मोदी से सवाल किया था कि वे मणिनगर (गुजरात में अहमदाबाद शहर का एक क्षेत्र) से दिल्ली कब जाएंगे। उस समय मोदी ने दीपक चौरसिया से कहा था कि उनका सब कुछ मणिनगर है। जिसका मतलब था कि उनका केंद्र में सत्ता में रहने का कोई इरादा नहीं है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह पीएम पद के दावेदार हैं। नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह कभी सीएम पद के भी दावेदार नहीं थे। 2008 में नरेन्द्र मोदी ने दीपक चौरसिया से कहा था कि जब अमेरिका के लोग भारत का वीजा लेने के लिए लाइन लगाते हैं। वह चाहते हैं कि भारत भी वैसा ही बने। दीपक चौरसिया ने कहा था कि जब आप पीएम बनेंगे तो ये संभव है।
बीजेपी का मानना है सबका साथ सबका विकास
फिर 2012 में दीपक चौरसिया ने नरेन्द्र मोदी से कहा कि वह चाहते हैं कि वह (मोदी) पीएम बनें। आप क्या सोचते हैं? तब नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि मैं सोच भी नहीं पा रहा हूं। 2014 में दीपक चौरसिया ने मोदी से कहा था कि चुनाव प्रचार के दौरान विपक्षी दलों ने बार-बार आरोप लगाया है कि आप (मोदी) विभाजनकारी ताकत हैं। मोदी ने जवाब दिया कि बीजेपी का मानना है सबका साथ सबका विकास।
मोदी ने अपनी कविता पढ़ी
फिर 2019 में पीएम मोदी के साथ अपने 5वें इंटरव्यू में पत्रकार दीपक चौरसिया ने पीएम से पूछा कि क्या उन्होंने कुछ लिखा है? पीएम मोदी ने अपनी लिखी एक कविता पढ़ी।
अभी तो सूरज उगा है
विश्वास की लौ जलाकर
विकास का दीपक लेकर
सपनों को साकार करने
अभी तो सूरज उगा है।
न अपना न पराया
न मेरा न तेरा
सबका तेज बनकर
अभी तो सूरज उगा है।