संसद के नए भवन पर पहली बार रविवार 17 सितंबर को तिरंगा फहराया गया। यहां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बटन दबाकर संसद भवन के गजद्वार पर ध्वजारोहण किया। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला भी मौजूद रहे हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके।
- उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया ध्वजारोहण
- लोकसभा अध्यक्ष समेत कई विपक्षी नेता पहुंचे
- विशेष सत्र के दूसरे दिन यहीं शिफ्ट होगा कामकाज
- तीन मुख्य गेट हैं नई संसद में
- गजद्वार पर फहराया उपराष्ट्रपति तिरंगा
- बटन दबाकर फहराया उपराष्ट्रपति ने तिरंगा
- उपराष्ट्रपति धनखड़ को दिया गार्ड ऑफ ऑनर
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। उन्होंने राज्यसभा महासचिव प्रमोद मोदी को पत्र लिखा है। जिसमें लिखा था कि वे कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक के लिए हैदराबाद में हैं। ऐसे में 17 सितंबर को होने वाले समारोह में शामिल होना उनके लिए संभव नहीं होगा। उन्होंने लिखा कि संसद के कार्यक्रम का निमंत्रण 15 सितंबर की शाम को मिला था। जबकि CWC की बैठक काफी दिन पहले से तय थी।
18 से 22 सितंबर तक होगा विशेष सत्र
केंद्र सरकार की ओर से 18 से 22 सितंबर तक के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया है। संसद के इस विशेष सत्र की शुरुआत वैसे तो पुराने भवन से होगी लेकिन समापन नए भवन में होगा क्योंकि 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन संसदीय कामकाज का नई इमारत में शिफ्ट होगा। विशेष सत्र की 19 से 22 सितंबर तक की कार्यवाही ससंद के नए भवन में होगा। केंद्रीय मंत्रियों को नए संसद भवन में कार्यालय भी आवंटित कर दिए गए हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी समेत 11 वरिष्ठ मंत्रियों को ग्राउंड फ्लोर पर कार्यालय आवंटित हुआ है। दूसरे मंत्रियों के दफ्तर फर्स्ट फ्लोर पर होंगे। बता दें पीएम नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर 2020 को पुराने संसद भवन के ठीक सामने नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी। नए संसद भवन का निर्माण 29 महीने और 973 करोड़ रुपए की लागत के बाद हुआ है।
- 18 सितंगर को बुलाया गया है संसद का विशेष सत्र
- पुरानी इमारत में बुलाया गया है संसद का विशेष सत्र
- गणेश चतुर्थी के दिन कामकाज नए भवन में शिफ्ट होगा
- विशेष सत्र के शेष 4 दिन का कामकाज भी यही होगा
नया भवन नया परिधान
नए संसद भवन में कर्मचारियों के लिए भी ड्रेस कोड बदल दिया गया है। अब संसद के कर्मचारियों को नए ड्रेस कोर्ड का पालन करना होगा। नए ड्रेस कोड में नेहरू जैकेट और खाकी रंग की पैंट को शामिल किया गया है। लोकसभा सचिवालय के अनुसार ब्यूरोक्रेट्स बंद गले के सूट की जगह मैजेंटा या गहरे गुलाबी रंग की नेहरू जैकेट पहनकर संसद आएंगे। उनकी शर्ट भी कमल के फूल के डिजाइन के साथ गहरे गुलाबी रंग वाली होगी।
जी 20 देशों के स्पीकर्स की होगी मीटिंग
नए संसद भवन में 13-14 अक्टूबर को G20 देशों के अध्यक्षों की मेजबानी भी की जाएगी। आमंत्रित देशों की संसद के अध्यक्ष भी इसमें हिस्सा लेंगे। यह पार्लियामेंट-20 ग्रुप की 9वीं बैठक होगी। बता दें प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन किया था। नई संसद के लोकसभा कक्ष में लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी के बगल में पवित्र सेंगोल को भी स्थापित किया गया है।